अमेरिकी बाजार सिर्फ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ही नहीं बल्कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के लिए बैरोमीटर का काम करता है। अमेरिकी शेयर मार्केट एक्सचेंज- डॉव जोन्स, एसएंडपी 500, नैस्डैक और बॉन्ड यील्ड पर दुनियाभर के निवेशकों की पैनी नजर होती है।
कारोबार के आखिर में बीएसई मिडकैप सूचकांक स्थिर रहा, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 0.5 प्रतिशत ऊपर रहा। कारोबार के दौरान रियल्टी में बढ़त और एफएमसीजी-पीएसयू बैंकों में गिरावट देखने को मिला।
बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट दर्ज की गई लेकिन अब मार्केट में रिकवरी देखी जा रही है। घरेलू शेयर बाजार के मौजूदा हालातों को देखते हुए इंडिया टीवी ने जाने-माने मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन के साथ खास बातचीत की और बाजार का आउटलुक जानने की कोशिश की।
बाजार खुलने के कुछ देर बाद सुबह 09.23 बजे तक सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से टाटा मोटर्स के शेयर सबसे ज्यादा 0.63 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 0.48 प्रतिशत और भारती एयरटेल के शेयर 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड में वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, "इस सप्ताह सबका ध्यान वैश्विक बाजारों पर रहेगा क्योंकि हम स्थिरता की लंबी अवधि के बाद कमजोरी का असर देख सकते हैं।
5 मई को बाजार में बड़ा भूचाल आया था। कमजोर अमेरिकी डाटा और जापान की येन को लेकर आई खबर ने बाजार को जोर का झटका दिया था। हालांकि तब से आज 9 अगस्त के दौरान घरेलू शेयर बाजार ने करीब 1000 अंकों की रिकवरी कर ली है।
गुरुवार को बड़ी गिरावट के बाद शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार तेज बढ़त के साथ खुले हैं। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।
शेयर बाजार में पिछले हफ्ते शुक्रवार से चल रही गिरावट आखिरकार बुधवार को थम गई। बुधवार को सेंसेक्स 874.94 अंकों की तेजी के साथ 79,468.01 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 304.95 अंकों के उछाल के साथ 24,297.50 अंकों पर बंद हुआ था।
जब भारत की बात आती है, तो यहां के बाजार की स्थिति ज्यादा बेहतर और अधिक लचीला नजर आता है, जैसा कि हमें सोमवार को देखने को मिला। भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को एक बार फिर से बेहतर वापसी की।
अमेरिकी मार्केट का असर भारतीय शेयर बाजार पर जोरदार दिखा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 2222 अंक की गिरावट के साथ 78,759 पर बंद हुआ।
ग्लोबल मार्केट में जारी गिरावट के बीच भारतीय शेयर बाजार सोमवार को खुलते ही धड़ाम हो गया। बीएसई सेंसेक्स 2394 अंक और निफ्टी 415 अंकों की गिरावट के साथ खुले।
शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट के चलते आज निवेशकों को सिर्फ एक सत्र में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने कहा कि अभी आईपीओ की प्रक्रिया काफी मुश्किल है। इसे आसान करने के लिए सेबी एक नए मॉडल पर काम कर रहा है।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले हफ्ते शुक्रवार को तेजी का सिलसिला शुरू हुआ था और इस हफ्ते गुरुवार तक जारी रहा। लगातार 5 दिनों तक चला तेजी का ये सिलसिला शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ थम गया।
भारतीय शेयर बाजार के लिए हफ्ते का आखिरी दिन अच्छा नहीं गुजर रहा। लगातार 5 दिनों से जारी तेजी, आज बड़ी गिरावट के साथ थम गई। प्रमुख इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 बड़ी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला लगातार जारी है। आज लगातार 5वां दिन रहा, जब भारतीय बाजार हरे निशान में बंद हुए। इसी बीच, आज कारोबार के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों अपने-अपने नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए।
बैंक ऑफ जापान ने बुधवार को बाज़ारों को चौंका दिया जब उसने ब्याज दरें बढ़ा दीं। इसके बाद सभी की नजरें आज बाद में आने वाले यूएस फेडरल रिजर्व की पॉलिसी के नतीजों पर टिकी हैं।
एनटीपीसी, पावर ग्रिड, टाटा मोटर्स, बीपीसीएल, कोलगेट-पामोलिव (इंडिया), मैरिको और ल्यूपिन समेत 351 शेयरों ने बीएसई पर इंट्राडे कारोबार में अपने नए 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छुआ।
एनएसई निफ्टी 1 अंक ऊपर 24,836 पर बंद हुआ। इंडेक्स 25,000 से मात्र 0.25 अंक पीछे 24,999.75 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। व्यापक सूचकांकों में मिड-कैप शेयरों ने दूसरों से बेहतर प्रदर्शन किया।
सेंसेक्स 397.41 अंक चढ़कर 81,730.13 अंक पर ट्रेड कर रहा है। वहीं एनएसई निफ्टी 125.70 अंकों की मजबूती के साथ 24,960.55 अंक पर पहुंच गया है।
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