रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, स्टेट बैंक, एलआईसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का नंबर है।
इकोस (इंडिया) मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड ने मंगलवार को कहा कि उसने एंकर निवेशकों से 180. 36 करोड़ रुपये जुटाए हैं। दिल्ली स्थित यह कंपनी 25 से अधिक वर्षों से कॉर्पोरेट ग्राहकों को किराए पर कार (सीसीआर) और कर्मचारी परिवहन सेवाएं (ईटीएस) प्रदान कर रही है।
शुक्रवार को सेंसेक्स की 30 में से 25 कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले और 5 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले। इसी तरह निफ्टी 50 के भी 50 में से 43 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और बाकी के 7 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले।
बुधवार को भारतीय बाजार काफी फ्लैट रहे और बीएसई सेंसेक्स 73.80 अंकों की बढ़त के साथ 81,785.56 अंकों पर बंद हुआ तो एनएसई निफ्टी 34.60 अंकों की बढ़त लेकर 25,052.35 अंकों पर बंद हुआ था।
शेयरों पर नजर डालें तो टाटा मोटर्स, टाइटन, सनफार्मा, एमएंडएम, जेएसडब्ल्यू स्टील, भारती एयरटेल, बजाज फिन्सर्व, रिलायंस, एनटीपीसी और मारुति में तेजी देखने को मिल रही है।
शेयर मार्केट में आज के कारोबार में फाइनेंशियल सर्विसेस और मीडिया शेयरों ने दूसरे सेक्टोरल सूचकांकों में बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि एफएमसीजी और ऊर्जा शेयरों में गिरावट आई। बैंक निफ्टी इंडेक्स 130.65 अंक या 0.26% बढ़कर 51,278.75 पर बंद हुआ।
आपको बता दें कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला जल्द शुरू करने के ऐलान से अमेरिका सहित भारतीय बाजार में सोमवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज के कारोबार के दौरान मेटल, तेल और गैस, रियल्टी में 1-2 प्रतिशत की बढ़त के साथ सभी क्षेत्रीय सूचकांक हरे निशान में बंद हुए। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.5 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.2 प्रतिशत की तेजी आई।
भारतीय बाजार में यह तेजी वैश्विक बाजारों के अच्छे मूड माहौल के कारण आया है। अमेरिकी फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) ने ब्याज दरों में कटौती की हरी झंडी दे दी है।
सेंसेक्स शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में 33.02 अंक यानी 0.04 प्रतिशत बढ़कर 81,086.21 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स में 649.37 अंक यानी 0.80 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
गुरुवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले थे। कल बीएसई सेंसेक्स 301.94 अंकों की बढ़त के साथ 81,207.24 अंकों पर खुला तो एनएसई का निफ्टी 50 भी 93.20 अंकों की बढ़त लेकर 24,863.40 अंकों पर खुला था। गुरुवार को कारोबार खत्म होते समय सेंसेक्स 147.89 अंकों की बढ़त के साथ 81,053.19 अंकों पर बंद हुआ था और निफ्टी 50 भी 41.30 अंकों क
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुले थे। बीएसई सेंसेक्स 135.61 अंकों की गिरावट के साथ 80,667.25 अंकों पर खुला था। जबकि एनएसई का निफ्टी 50 भी 49.95 अंकों की गिरावट के साथ 24,648.90 अंकों पर खुला था।
आज शुरुआती कारोबार के दौरान अडाणी पोर्ट्स के शेयर सबसे ज्यादा 0.84 प्रतिशत की तेजी के साथ ट्रेड कर रहे थे। इसके अलावा भारती एयरटेल 0.72 प्रतिशत, एनटीपीसी 0.58 प्रतिशत, सनफार्मा 0.53 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.43 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ, बजाज फिनसर्व, श्रीराम फाइनेंस और इंडसइंड बैंक में आज सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1 प्रतिशत की तेजी आई।
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में टीसीएस सबसे ज्यादा 1.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। इंडसइंड बैंक के शेयर 1.15 प्रतिशत, अल्ट्राटेक सीमेंट 0.88 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.63 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.57 प्रतिशत, इंफोसिस 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ ट्रेडिंग कर रहे थे।
आज के कारोबार में व्यापक बाजार मोर्चे पर, निफ्टी मिडकैप 100 0.29% ऊपर बंद हुआ, और निफ्टी स्मॉलकैप 100 1.74% ऊपर बंद हुआ। यह बेंचमार्क सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन था।
हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुले। सेंसेक्स 243.41 अंकों की बढ़त के साथ 80,680.25 अंकों पर खुला तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 95.20 अंकों की बढ़त के साथ 24,636.35 अंकों पर खुला।
बुधवार को शेयर बाजार काफी फ्लैट रहे थे और मामूली बढ़त के साथ बंद हुए थे। सेंसेक्स 149 अंकों की बढ़त के साथ 79,105 अंकों पर बंद हुआ था और निफ्टी 4.75 अंकों की बढ़त लेकर 24,143 अंकों पर बंद हुआ था। बुधवार को टीसीएस में 2.29 फीसदी, एचसीएल टेक में 1.96 फीसदी, टेक महिंद्रा में 1.47 फीसदी, इंफोसिस में 1.25 फीसदी और महिंद्रा
दुनियाभर के निवेशक पिछले कई सालों से जापान की बेहद कम ब्याज दरों का फायदा उठा रहे हैं। ये फायदा "येन कैरी ट्रेड" नाम की एक रणनीति से उठाया जा रहा था। येन कैरी ट्रेड के तहत निवेशक कम ब्याज दरों पर येन में पैसा उधार लेते हैं और फिर इन पैसों को दूसरे देशों में शेयर या बॉन्ड जैसे हाई रिटर्न वाले ऐसेट्स में इंवेस्ट कर देत
अमेरिकी बाजार सिर्फ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ही नहीं बल्कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के लिए बैरोमीटर का काम करता है। अमेरिकी शेयर मार्केट एक्सचेंज- डॉव जोन्स, एसएंडपी 500, नैस्डैक और बॉन्ड यील्ड पर दुनियाभर के निवेशकों की पैनी नजर होती है।
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