आपको बता दें कि शुक्रवार को एशियाई बाजारों में कमजोर संकेतों के बीच घरेलू बाजारों में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट आई। बाद में कारोबार उतार-चढ़ाव के बीच जारी रहा। कारोबार के दौरान एक समय बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स 342.74 अंक गिरकर 65,639.74 पर आ गया। निफ्टी 97.75 अंक फिसलकर 19,667.45 पर रहा।
शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। आज भी बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इसके बाद बाजार लाल निशान में बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 10 शेयर हरे निशान में तो 20 लाल निशान में बंद हुए।
आज शेयर बाजार हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा। ग्लोबल मार्केट से सर्पोट मिलने से बाजार में खरीदारी लौटी। बाजार का मिलाजुला रुख रहा। Auto कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। वहीं, रिलायंस, एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिली।
वैश्विक बाजारों में तेजी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी 50 में बुधवार को लगातार दूसरे सत्र में तेजी दर्ज की गई। बाजार में यह तेजी फेड से मिले संकेत के बाद आई है। फेड अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि दरों में बढ़ोतरी खत्म हो सकती है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अगर इजराइल ने गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू कर दी तो स्थिति और खराब हो सकती है। आर्थिक और बाजार के रुझानों के विपरीत, भूराजनीतिक विकास की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। यह अनिश्चितता बाज़ारों पर असर डालेगी।
बीएसई सेंसेक्स 483.24 अंक टूटकर 65,512.39 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 142.60 अंक लुढ़ककर 19,510.90 अंक पर बंद हुआ। बाजार में बड़ी बिकवाली आने से निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
बीएसई सेंसेक्स 364.06 अंक की तेजी के साथ 65,995.63 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, कारोबार के दौरान एक बार सेंसेक्स ने 66 हजार के अहम लेवल को पार भी किया। बाद में मुनाफावसूली से नीचे आ गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी 105.70 अंक उछलकर 19,651.45 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स 405.53 अंक चढ़कर 65,631.57अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 108.20 अंक की तेजी के साथ 19,544.30 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 शेयरों में तेजी रही। सबसे अधिक उछाल एलएंडटी के शेयरों में रही।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी और टाटा मोटर्स के शेयर लाभ में रहे। वहीं पावर ग्रिड और नेस्ले के शेयर में गिरावट आई। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की,चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग फायदे में रहे।
बीएसई सेंसेक्स 286.06 अंक टूटकर 65,226.04 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 21 शेयरों में गिरावट और सिर्फ 9 में तेजी रही। वहीं, निफ्टी 92.65 अंक लुढ़ककर 19,436.10 पर बंद हुआ। आज के कारोबार में बैंकिंग और वाहन कंपनियों के स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली। दिनभर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
बीएसई सेंसेक्स 316.31 अंक टूटकर 65,512.10 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 116.15 अंक लुढ़ककर 19,522.15 अंक पर बंद हुआ। ग्लोबल मार्केट में बड़ी गिरावट का असर आज भारतीय बाजार पर देखने को मिला। साथ ही विदेशी निवेशकों की बिकवाली का भी असर रहा। इसके चलते बाजार में गिरावट बढ़ी।
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, एसबीआई, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
बीएसई सेंसेक्स 610.37 अंक टूटकर 65,508.32 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 192.90 अंक लुढ़ककर 19,523.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 शेयरों में गिरावट और सिर्फ 5 में तेजी रही। टेकमहिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक 4 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ''वैश्विक चिंताओं को देखते हुए हम निकट भविष्य में बाजार पर दबाव की उम्मीद कर रहे हैं।
हफ्ते के आखिरी दिन बीएसई सेंसेक्स 221.09 अंक टूटकर 66,009.15 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 56.70 अंक लुढ़ककर 19,685.65 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में चौतरफा बिकवाली आने से बीएसई सेंसेक्स 570.60 अंक टूटकर 66,230.24 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 159.05 अंक लुढ़ककर 19,742.35 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 6 शेयर हरे निशान में और 24 बड़ी गिरावट के साथ लाल में बंद हुए। रिलायंस इंडस्ट्रीज से लेकर एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। एचडीएफसी बैंक का शेयर 3.84% टूटकर 1565.50 रुपये पर बंद हुआ। रिलांयस के शेयरों में भी 2% से अधिक की गिरावट रही।
बाजार एक बार फिर से मजबूत हो रहे हैं और मिड-कैप और स्मॉल-कैप काउंटरों से महत्वपूर्ण भागीदारी दिखाई दे रही है। इससे सूचकांक को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। विशेष रूप से मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मजबूत त्योहारी मांग और सौदे मिलने की उम्मीद में ऑटो और आईटी शेयरों में नए सिरे से खरीदारी से बाजार नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। चीन के उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों की उम्मीदों ने वैश्विक बाजारों में उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
आपको बता दें कि इस महीने के 15 सितंबर तक शेयर बाजार में 11 दिन का कारोबार हुआ है। इसमें सेंसेक्स लगातार 11 दिन चढ़ा है।
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