ईरान इन दिनों भीषण संघर्ष की चपेट में है। इजरायल और पाकिस्तान के साथ ईरान के दो आंतिरक प्रांत भी उसे अशांत बना चुके हैं। ताजा संघर्ष में ईरान में दो प्रांतों में संघर्ष के बीच 18 बंदूकधारी मारे गए। वहीं 10 सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई।
तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनीवाल ने बताया कि टिल्लू को कुछ ही दिन पहले मंडोली जेल से लाकर तिहाड़ जेल नंबर 8 में शिफ्ट किया गया जहां पहले से गोगी गैंग के लोग थे। तिहाड़ के लोगों की मिलीभगत थी, इसपर हमने एक्शन लिया है।
ऐतिहासिक स्मारक की कई चरणों में सुरक्षा की व्यवस्था की गई है जैसा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर होता है। उल्लेखनीय है कि मोदी इस अवसर पर स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि एनएसजी निशानेबजों, स्वाट कमांडो, काइट हंटर, श्वान दस्तों और ऊंची इमारतों पर शार्प शूटरों का सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में बुधवार को आतंकवादियों ने सुरक्षा बल के एक गश्ती दल पर गोलीबारी की, जिसमें एक जवान घायल हो गया।
सूत्रों ने कहा कि इस तरह अचानक 250 कंपनियों को देर शाम तैनात किये जाने का कोई कारण नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि शहर में प्रवेश और बाहर निकलने के सभी रास्तों को केन्द्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया गया है। स्थानीय पुलिस की महज प्रतीकात्मक उपस्थिति है।
केन्द्र सरकार पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों के लिए 12 मई को होने वाले मतदान को हिंसामुक्त बनाने के लिए 71 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात करेगी।
नक्सल विरोधी अभियानों में 2009 से अभी तक करीब 1,125 सुरक्षा कर्मियों की जान गई है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में यह जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला किया जिसमें दो जवान शहीद हो गए तथा एक मीडियाकर्मी की मौत हो गई। घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
जम्मू और कश्मीर में रविवार को सुरक्षा बलों के साथ तीन अलग-अलग मुठभेड़ों में 8 आतंकवादी ढेर हो गए। राज्य पुलिस प्रमुख एस.पी. वेद ने कहा कि शोपियां जिले के द्रगढ़ गांव में मुठभेड़ स्थल से सात आतंकवादियों के शव बरामद किए गए हैं जिनमें एक लश्कर-ए-तैयबा (
गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अर्ध सैनिक और राज्य पुलिस बलों के 60 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को राज्य में तैनात किया जाएगा
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मौजूदगी में उनके सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकार की जमकर पिटाई कर दी। बताया जाता है कि जब तेजस्वी यादव और तेजप्रताप कैबिनेट की मीटिंग के बाद सचिवालय से बाहर निकल रहे थे उसी समय पत्रकारों ने तेजस्वी से सवाल पूछना शुरू कर दिया।
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