संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में दिल्ली पुलिस को आरोपियों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक आरोपी इस घटना को बड़ा बनाने के लिए स्मोक केन लेकर संसद में घुसे थे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जान को खतरा बताया जा रहा है। डीएम और एसपी की ओर से जारी पत्र में ये खुलासा हुआ है। इस पत्र में बताया गया है कि सीएम को उग्रवादी संगठनों और आपराधिक गिरोहों से भी खतरा है।
तीन भाइयों में दूसरे नंबर का ललित बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है, जबकि बड़ा भाई शभू सेल्समैन है और छोटा भाई सोनू इलेक्ट्रीशियन का काम करता है। ललित के पड़ोसी भी समाचार चैनलों पर उसकी तस्वीरें देखकर हैरान हैं।
मुझे लगता है संसद में जो हंगामा हुआ और उसके बाद जो निलम्बन हुआ, दोनों की जरूरत नहीं थी। इससे बचा जा सकता था।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक संसद भवन में आरोपियों ने जिस स्मोक केन का इस्तेमाल किया उससे सांसदों की जान को खतरा हो सकता था।
बीजेपी IT सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने दावा किया है कि ललित झा के TMC कनेक्शन से बिल्कुल साफ हो गया है कि विपक्षी गठबंधन, हार की हताशा में सरकार को बदनाम करना चाहता है।
कोर्ट ने मामले से जुड़े सभी 4 आरोपियों को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इन आरोपियों ने अपने जूते में कैन छिपा कर रखा था। इस पूरी घटना में क्या आतंकी संगठन को शामिल हैं इसकी जांच भी करनी है।
जिस संसद भवन की दर्शक दीर्घा तक पहुंचने के लिए सुरक्षा के तीन-तीन स्तरों से गुजरना पड़ता है, जहां कोई पेन, सिक्का और मोबाइल तक नहीं ले जा सकता, वहां 2-2 शख्स गैस कैनेस्टर्स लेकर कैसे पहुंच गए?
25 वर्षीय अमोल शिंदे महाराष्ट्र लातूर जिले की चाकुर तहसील के जारी गांव का रहने वाला है। अमोल की मां ने कहा, अमोल हमेशा कहता था कि वह पढ़ाई के लिए लातूर जाना चाहता है। उसने प्रति माह चार हजार रुपये देने को कहा था लेकिन हमने कहा कि यह हमारे लिए संभव नहीं है। हमने पहले ही उसकी स्कूली शिक्षा में काफी खर्च किया है।
संसद भवन की सुरंक्ष में सेंध लगाने वाले गिरफ्तार चार आरोपियों की पूरी कुंडली सामने आ गई है। इनमें कुछ पहले भी विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा रह चुके हैं, तो कुछ आरोपी मजदूर और ई-रिक्शा चलाया करते हैं।
Parliament Security Breach: संसद में घुसपैठ की घटना के छठे आरोपी ललित झा की तलाश जारी है। आरोपी ने घटना का वीडियो अपने एनजीओ पार्टनर को भेजा था।
देश की पार्लियामेंट की सुरक्षा में सेंध के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कई अहम बिंदुओं पर अपनी जांच को फोकस करेगी। इस मामले में UAPA के तहत केस दर्ज किया जा चुका है।
संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में पुलिस ने नीलम नाम की एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। नीलम हरियाणा के जींद की रहने वाली है। अब कुछ किसान संगठनों ने ये ऐलान किया है कि वे नीलम के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे और अगर सरकार ने उसे रिहा नहीं किया तो एक बड़ा फैसला लेंगे।
संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपियों से रात भर पूछताछ की है। इन आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है।
नीलम के परिजनों का दावा है कि वह पोस्ट ग्रेजुएट, एमफिल और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण है और सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। नीलम के गांव के कुछ लोगों ने बताया कि वह दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के आंदोलन स्थल पर भी गई थीं।
संसद की 22वीं बरसी पर सुरक्षा में बड़ी चूक....विजिटर्स गैलरी से कूदे दो लोग...स्मोक गन भी चलाई
अफरा-तफरी के बीच कुछ सांसदों ने दिखाई हिम्मत, करीब 10 सांसदों ने मिलकर शख्स को पकड़ा
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर आखिर ऐसा क्या हुआ कि सांसदों में हड़कंप मच गया... सांसद भागने लगे... लोकसभा में अफरा-तफरी मच गई... कार्यवाही को तुरंत स्थगित कर दिया गया... सदन के अंदर चारों तरफ धुएं का गुबार दिखाई देने लगा...
लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद में जो कभी नहीं हुआ...वो आज देखने को मिल गया...जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की होगी वो तस्वीर आज व्यवस्थाओं को मुंह चिढ़ाती दिखी....जिस लोकसभा में देश के सभी वीवीआईपी मौजूद होते हैं...वहां दो लोगों का कूदकर दाखिल हो जाना...कुर्सियों पर उछलना भागना हो...कलर स्मोक
बताया जा रहा है कि विपक्षी दल सुरक्षा उल्लंघन के इस गंभीर मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सरकार से बयान की मांग पर विचार कर रहे हैं।
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