कंपनियों को आंतरिक तौर पर डेटाबेस तैयार करना होगा
लॉकडाउन और कर्मचारियों की कमी की वजह से आंकड़े जुटाने में दिक्कत
इंडस्ट्री कृषि वायदा कारोबार को बढ़ाने की कर रही है मांग
आलू में वायदा अनुबंध को दोबारा शुरू करने के लिए एमसीएक्स ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड से मंजूरी के लिए आवेदन किया है।
विख्यात निवेशक राकेश झुनझुनवाला की इनवेस्टमेंट फर्म एलकेमी कैपिटल के पास कंपनी में 2.05 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ग्लैंड फार्मा की स्थापना पीवीएन राजू ने 1978 में की थी और फोसुन फार्मा ने 2017 में इसमें 74 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
वर्तमान में रुचि सोया की 99.03 प्रतिशत हिस्सेदारी (लगभग 29 करोड़ शेयर) पतंजलि ग्रुप की 15 कंपनियों के पास है। यह शेयर 3 साल के लिए लॉक हैं। शेष 0.97 प्रतिशत (लगभग 28 लाख शेयर) 82,000 पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है।
नियमों में नरमी से कंपनियों के लिए पैसा जुटाना आसान होगा
बाटा इंडिया के दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही के प्रदर्शन से जुड़ी अप्रकाशित सूचनाएं लीक हुईं थीं
सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर सुझाव देने के लिए गठित इस समिति का कहना है कि ऐसा होने से एसएसई मौजूदा बाजारों की उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर ब्रोकरों के लिए ग्राहकों की फंडिंग और दैनिक मार्जिन संबंधी रिपोर्ट जमा करने की समयसीमा 30 जून तक बढ़ा दी।
अधिकारी के संपर्क में आने वाले सभी कर्मचारियों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया गया
लॉकडाउन से शेयर बाजारों, निपटान निगमों, डिपॉजिटरी, म्यूचुअल फंड कंपनियों, परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों, शेयर ब्रोकरों, निपटान-डिपॉजिटरी से जुड़े कारोबारियों और शेयर हस्तांतरण एजेंटों को राहत दी गई है।
वाडिया अपनी गिरफ्तारी और जापानी अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बारे में समय पर जरूरी जानकारी देने में असफल रहे थे।
बाय-बैक के बाद दोबारा पूंजी जुटाने पर रोक की समय सीमा 1 साल से घटकर 6 माह हुई
कोरोना संकट के बीच बाजारों ने ब्रोकरों को घर से काम करने की मंजूरी दी है।
शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बाद सेबी ने लिया फैसला
23 मार्च की जगह अब 30 अप्रैल तक दे सकेंगे नौकरियों के लिए आवेदन
सेबी ने सूचीबद्ध कंपनियों को वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही के वित्तीय परिणाम और वार्षिक आय की जानकारी देने के लिए 45 दिन का अतिरिक्त समय दिया है।
नियामक ने कहा कि सेबी और शेयर बाजार जरूरत के हिसाब से उपयुक्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
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