सेबी ने एक आदेश में कहा कि येस बैंक के निदेशक मंडल को लेनदेन के बारे में खुलासा नहीं करके कपूर ने खुद के और संबद्ध पक्षों के बीच एक अपारदर्शी परत बनाई।
सेबी के नए नियमों के मुताबिक मल्टीकैप फंड को निवेश का कम से कम 25% हिस्सा स्मॉलकैप में रखना होगा। हालांकि बाद में सेबी ने साफ किया कि फंड अपनी योजनाओं का उसके पोर्टफोलियो से मिलती जुलती दूसरी योजनाओं में मर्जर कर सकते हैं।
पैनल में शामिल प्रशिक्षक नियामक के निवेशक शिक्षा और संरक्षण के क्षेत्र में की जा रही पहल को आगे बढ़ाएंगे। ये प्रशिक्षक निवेशकों के लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाएंगे जिससे आम लोगों की बाजार को लेकर समझ और बेहतर हो।
सेबी ने हाल ही मे आदेश दिया था कि मल्टी कैप स्कीम में लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में कुल एसेट्स का कम से कम 25-25 फीसदी निवेश होना जरूरी है।
नियम के मुताबिक कुल एसेट्स का कम से कम 25 फीसदी हिस्सा लार्ज कैप कंपनियों में, 25 फीसदी हिस्सा मिडकैप कंपनियों में और बाकी 25 फीसदी हिस्सा स्मॉलकैप कंपनियों में निवेश करना होगा।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने धोखाधड़ी पूर्ण कारोबारी गतिविधियों में शामिल होने के चलते ग्लोबल सिक्युरिटीज लिमिटेड और 12 व्यक्तियों के शेयर बाजार में काम करने पर रोक लगा दी है।
सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में कंपनियों को 2019- 20 वित्त वर्ष की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) करने के लिए 31 दिसंबर 2020 तक का समय दे दिया।
कनिष्ठ लेखा सहायक और कनिष्ठ इंजीनियर पदों पर 7 साल सेवा देने पर पर नियामक में ‘ग्रेड ए’ अधिकारी पद के लिये विचार
फरवरी 2020 में अजय त्यागी का कार्यकाल 6 महीने बढ़ा था
ग्रेड ए श्रेणी में सामान्य सहायक प्रबंधक, रिसर्च, आईटी, राजभाषा के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
संग्रहालय में सिक्योरिटी मार्केट का इतिहास और बाजार के बदलावों को प्रदर्शित किया जाएगा
निर्मला सीतारमण, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल सहित RBI, SEBI, IRDA के प्रमुख हुए बैठक में शामिल
कोरोना वायरस संकट को देखते हुए नतीजों के लिए समय सीमा बढ़ाई गई
कंपनियों को आंतरिक तौर पर डेटाबेस तैयार करना होगा
लॉकडाउन और कर्मचारियों की कमी की वजह से आंकड़े जुटाने में दिक्कत
इंडस्ट्री कृषि वायदा कारोबार को बढ़ाने की कर रही है मांग
आलू में वायदा अनुबंध को दोबारा शुरू करने के लिए एमसीएक्स ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड से मंजूरी के लिए आवेदन किया है।
विख्यात निवेशक राकेश झुनझुनवाला की इनवेस्टमेंट फर्म एलकेमी कैपिटल के पास कंपनी में 2.05 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ग्लैंड फार्मा की स्थापना पीवीएन राजू ने 1978 में की थी और फोसुन फार्मा ने 2017 में इसमें 74 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
वर्तमान में रुचि सोया की 99.03 प्रतिशत हिस्सेदारी (लगभग 29 करोड़ शेयर) पतंजलि ग्रुप की 15 कंपनियों के पास है। यह शेयर 3 साल के लिए लॉक हैं। शेष 0.97 प्रतिशत (लगभग 28 लाख शेयर) 82,000 पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है।
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