आज महाराष्ट्र में नॉमिनेशन का दौर खत्म हो गया.... नामांकन के आखिरी वक्त तक महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों अलायन्स में सीटों की झगड़ा पूरी तरह नहीं सुलझ पाया
महा विकास अघाड़ी के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का मामला हल नहीं हो पाया है। उद्धव ठाकरे गुट 100 सीट से कम पर मानने को तैयार नहीं है, लेकिन कांग्रेस इतनी सीटें देने के लिए राजी नहीं है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी के बीच सीट शेयरिंग का पेंच अब तक फंसा हुआ है। गठबंधन की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस होने वाली है। इससे पहले संजय राउत ने बड़ी बात कही है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद महाविकास अघाड़ी की सीट शेयरिंग का पेंच फंसा हुआ है। शनिवार की 10 घंटे चली बैठक के बाद भी सीटों का फैसला नहीं हुआ जिससे उद्धव ठाकरे नाराज हो गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी , शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही हैं।
महाराष्ट्र में चुनाव होने की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। इस बीच महाविकास अघाड़ी में सीट शेयरिंग पर पेंच अब भी फंसा हुआ है। इसे लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि आगामी दो से तीन दिन या शनिवार को सीट शेयरिंग पर बात बन सकती है।
उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। गुरुवार को सपा और कांग्रेस में उपचुनाव के लिए सीट शेयरिंग की डील पूरी हो गई है।
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को महाविकास आघाड़ी की बड़ी बैठक हुई जिसमें मुंबई की सीटों पर चर्चा की गई है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महाविकास अघाडी के नेताओं की महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर आज एक बैठक हुई। इस मीटिंग में उद्धव गुट और कांग्रेस-शरद पवार गुट शामिल हुए लेकिन सीटों को लेकर गतिरोध जस का तस बना हुआ है।
अखिलेश के लिए ये चुनाव अस्तित्व का सवाल है। हालांकि वो आज़म खान की बात सुनते हैं लेकिन रामपुर से चुनाव लड़ने की बात नहीं मानी, इसीलिए इतना कन्फ्यूजन पैदा हुआ।
बिहार में महागठबंधन में लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग का फैसला अबतक फाइनल नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि पूर्णिया, औरंगाबाद और काराकाट सीट पर पेंच फंसा हुआ है।
प्रकाश अंबेडकर को बहुत हार्ड बार्गेनर माना जाता है। उनके इसी स्वभाव की वजह से सीट बंटवारे का मुद्दा इतना लंबा खिंच गया है। अब प्रकाश अंबेडकर को साथ लाने के लिए शरद पवार ने नई तरकीब निकाली है।
कांग्रेस ने अफने सहयोगी दल और लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद से बिहार की 15 लोकसभा सीटें मांगी हैं। अगले 2 से 3 दिन में राजद और कांग्रेस की एक बार फिर मीटिंग होगी जिसमे हर सीट पर चर्चा की जायेगी।
दे गुट की बैठक में फैसला हुआ है कि जो सीटे शिंदे शिवसेना के पास नहीं है उसमें से दक्षिण मुंबई, परभणी, रत्नागिरी सिंदुदुर्ग,उस्मानबाद ये सीटें बीजेपी को दें। अजित पवार की एनसीपी बारामती, रायगढ़, शिरूर, परभणी, गढ़चिरौली सीटें मांग रही है।
NDA कैंप में सबसे ज्यादा माथापच्ची महाराष्ट्र को लेकर चल रही है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के लिए NDA ने सीट शेयरिंग के दो फॉर्मूले तैयार किए हैं।
महाराष्ट्र में राजनीतिक पारा इन दिनों बढ़ा हुआ है। न एनडीए और न ही एमवीए दोनों की सीट शेयरिंग तय होन के बजाय बिगड़ी हुई ही दिख रही है। यहां समझें कि सीट शेयरिंग सभी के लिए कैसे चुनौती बनी हुई है?
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने इस बार महाराष्ट्र की 48 में से 45+ लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। अमित शाह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी को पीएम बनाना और महाराष्ट्र में 45 से ज्यादा सीटें जितना ही प्राथमिकता है।
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच मुंबई की 6 लोकसभा सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध खत्म होने की खबर है। खबर आई है कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस नेता जय निरुपम के लिए उत्तर पश्चिम मुंबई सीट छोड़ने के लिए राजी हो गए हैं।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीट शेयरिंग के एक फॉर्मूले पर बात बन सकती है। हालांकि कई ऐसी भी सीटें है जिनपर अभी भी गतिरोध बना हुआ है।
गुरुवार को असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने जानकारी दी है कि लोकसभा चुनाव को लेकर असम की सीटों के लिए भाजपा, असम गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
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