राजस्थान में SDRF ने मॉनसून के दौरान न सिर्फ 606 इंसानों को बल्कि 115 बेजुबानों को भी मौत के मुंह से बाहर निकाला। बाढ़ की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए SDRF की 51 टीमों को तैनात किया गया था।
भारतीय सेना के अनुसार दो महिलाओं और दो पुरुषों को वायनाड के पदावेट्टी कुन्नू से रेस्क्यू किया गया है। इनमें से एक महिला के पैरों में तकलीफ हो रही है। उसका इलाज जारी है।
मुंबई से 50 लोगों का ग्रुप चार धाम यात्रा पर निकला था। केदारनाथ से दर्शन करके लौटते समय सभी लोग फंस गए थे। सभी को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। इस ग्रुप के 18 लोग अभी फंसे हुए हैं।
महाराष्ट्र की प्रवरा नदी में डूबे एक युवक की तलाश में पहुंची SDRF टीम की नाव पलट गई। इस हादसे में चार जवाब डूब गए। इनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि एक की हालत स्थिर बनी हुई है।
यूपी में प्राकृतिक आपदाओं सहित अन्य दुर्घटनाओं से निपटने के लिए तीन नए एसडीआरएफ का गठन किया गया है। ये एसडीआरएफ आपदा की स्थिति में सहायता के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही लोगों को आपदाओं के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स 20 नवंबर को ही सुरंग स्थल पर पहुंच गए थे और तब से वहीं रुके हुए थे। उन्होंने पिछले 17 दिनों में हमेशा सभी को पॉजीटिव रहने की सलाह दी। डिक्स दिन-रात सुरंग स्थल पर मजदूरों से संपर्क में रहे।
लखनऊ के एक अपार्टमेंट में मल्टीलेवल कार पार्किंग का काम चल रहा था। अचानक जमीन धंसने से कई मजदूर मलबे में समा गए। इस घटना में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। बता दें कि यूपी पुलिस, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है।
Joshimath को बचाने के लिए प्रशासन का एक्शन जारी है। बद्रीनाथ रोड पर बने दो होटलों को तोड़ने का काम जारी है। इस वक़्त Joshimath के 'Mount View' और 'Malari In' होटलों को तोड़ा जा रहा है। #JoshimathDemolition #JoshimathLatestNews
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), सेना और अर्द्धसैन्य बलों के कर्मियों ने पुलिसकर्मियों, दमकल अधिकारियों और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों की मदद से ब्रह्मपुत्र और बराक नदी के बाढ़ से प्रभावित इलाकों से पिछले हफ्तों में कुल 97,993 लोगों को बचाया है।
फायर सीजन शुरू होने के बाद से ही उत्तराखंड में वनों के सुलगने का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 13 घटनाओं में 14.18 हेक्टेयर वन क्षेत्र को आग से नुकसान पहुंचा है। मौसम के मिजाज को देखते हुए आने वाले कुछ दिनों में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली का एक और पश्चिम बंगाल के सात ट्रैकर तीन रसोइयों और छह पोर्टरों के साथ 11 अक्टूबर को उत्तरकाशी के हर्षिल से लमखागा दर्रे के रास्ते हिमाचल प्रदेश के चितकुल के लिए रवाना हुए थे।
इंडिया टीवी को मिली दस्तावेजों के अनुसार, राजस्थान SDRF में कई जवान ऐसे हैं जिन्होंने आपदा बचाव के लिए आवश्यक ट्रेनिंग ही नहीं की है। SDRF में स्वीकृत कांस्टेबल के 800 पदों से 683 जवानों को ट्रेनिंग नहीं मिली है और उसकी सबसे बड़ी वजह है सरकार की तरफ से पैसा ही न मिल पाना।
गोदावरी नदी के उफान पर होने के कारण आंध्रप्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी गोदावरी जिलों में बाढ़ का खतरा जारी है और कई गांव जलमग्न हो चुके हैं। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की तीन टीम तैनात की गई है।
बिहार में बाढ़ का कहर जारी है और अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बाढ़ की वजह से 16 जिलों की 77,77,056 आबादी प्रभावित है।
बिहार के बाढ़ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 33 टीमों की तैनाती की गयी हैं।
केरल के इडुक्की जिले में भूस्खलन की घटना के बाद मलबे से अब तक कम से कम 20 शव बरामद किए गए हैं, जबकि लापता लोगों का पता लगाने के लिए लगातार हो रही बारिश के बावजूद प्रयास जारी है।
कर्नाटक के दावणगेरे में एसडीआरएफ की टीम ने शुक्रवरा को तुंगभद्रा नदी में फंसे बंदरों को बचाया। बाढ़ के पानी में बंदर फंस गए थे, जो पिछले 2 दिनों से पेड़ों पर बैठे थे।
महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान आने की आशंका को देखते हुए समुद्र किनारों पर रहने वाले लोगों को आज सुबह से सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना शुरु कर दिया गया है।
महिला करीब दो घंटे तक नदी के बीच एक टापू में फंसी रही. एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंची और महिला को बाहर निकाला.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बादल फटने की घटना तब होती है जब काफी ज्यादा नमी वाले बादल एक जगह पर रुक जाते हैं और वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिलने लगती हैं। बूंदों के भार से बादल का घनत्व काफी बढ़ जाता है और फिर अचानक भारी बारिश शुरू हो जाती है।
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