Now End of corona: दुनिया भर में प्रलयकारी मौतों का सबब बने कोरोना का अब आखिरी वक्त आ गया है। लंबे समय से कोरोना की काट ढूंढ़ने में लगे वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हाथ लगने का दावा किया है।
Stubble burning Solution: जिस पराली के धुएं से हर साल दिल्ली एनसीआर समेत अन्य जगहों पर हाहाकार मच जाता था और जिसकी वजह से प्रदूषण स्तर में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी का दोष मढ़ा जाता था, अब उसका समाधान वैज्ञानिकों ने 10 वर्षों के गहन अनुसंधान के बाद खोज निकाला है।
Bdelloid नाम का यह अतिसूक्ष्म जीव 2-4 दिन नहीं बल्कि पूरे 24 हजार साल तक 'सोने' के बाद अब नींद से जाग गया है।
डीआरडीओ की तरफ से डेवलप की गई कोरोना की दवा को इस वायरस के संक्रमण से मुक्ति दिलाने में बड़ा गेम चेंजर माना जा रहा है। 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोजे (2-DG) नाम की यह दवा जल्द ही मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि संक्रमण के 1,45,384 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमण की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़कर 1,32,05,926 तक पहुंच गई।
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर पर गुरुवार को चीन की सरकार के लिए किए गए काम को गुप्त रखने के आरोप लगाए गए।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें तीन साल से अधिक समय पहले जहर दिया गया था।
ईरान के एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक की अज्ञात हमलावरों ने शुक्रवार को हत्या कर दी। चश्मदीदों के मुताबिक, इस घटना में 3-4 हमलावर भी मारे गए हैं।
अंडमान निकोबार और पूर्वोत्तर भारत में पेडों पर रहने वाले मेंढक की नई प्रजाति का पता चला है।
भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों का नाम दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची में शामिल हुआ है। क्यूएस वल्र्ड रैंकिंग 2020 में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली विश्व विख्यात स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा एक स्वतंत्र व निष्पक्ष अध्ययन में दुनिया के शीर्ष वैज्ञाानिकों की सूची जारी की गई है।
शोधकर्ताओं ने एक सूक्ष्म सूई विकसित कर ली है जिससे बाद आसानी से सूई माध्यम से बड़ी दवा के अणुओं को आसान तरीके से मरीज को दिया जा सकेगा। यह सूई आईआईटी खड़गपुर के शोधकर्ताओं ने विकसित की है।
वैज्ञानिकों ने 400 डॉलर से कम लागत के मानक उपकरणों का इस्तेमाल कर आपात वेंटिलेटर विकसित किया है जिसका इस्तेमाल अधिक जटिल प्रौद्योगिकी वाले वेंटिलेटर नहीं होने की स्थिति में किया जा सकता है। इस अविष्कार से कोविड-19 मरीजों की जान बचाने में मदद मिल सकती है।
वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में पता लगाया है कि नए कोरोना वायरस का कुछ उत्परिवर्तन मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली से संबंधित उस प्रोटीन से दिशा-निर्देशित होता है जो इसे कमजोर करने में सहायक है, लेकिन वायरस इसके खिलाफ फिर उठ खड़ा होता है।
भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ताओं समेत अन्य ने एक अध्ययन के जरिए दिखाया है कि कोरोना वायरस प्रयोगशाला में विकसित दिल की मांसपेशी की कोशिकाओं को संक्रमित कर सकता है।
दुनिया को तबाह करने वाले कोरोनावायरस के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ते हुए भारतीय वैज्ञानिक इसका टीका (वैक्सीन) विकसित करने में दिन-रात जुटे हुए हैं।
पुणे के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान आघारकर अनुसंधान संस्थान ने रसीले अंगूर की एक नई किस्म विकसित की है।
नीलगायों और छुट्टा पशुओं से परेशान किसानों को अब अपनी खड़ी फसल को बचाने की चिंता नहीं करनी है।
हैदराबाद के अमीरपेट में रहने वाले नेशनल रिमोर्ट सेंसिंग सेंटर में काम कर रहे इसरो वैज्ञानिक एस सुरेश की हत्या कर दी गई।
मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (MIT) के इंजीनियरों ने दावा किया है कि उन्होंने दुनिया के अब तक के सबसे काले पदार्थ को बना लिया है।
प्रदूषण पर नजर रखने के लिए एक बड़े प्रयास के तहत, गूगल (Google) वैज्ञानिकों के लिए वायु गुणवत्ता (air quality) के आंकड़े जारी कर रहा है, जिसे उसने प्रोजेक्ट एयर व्यू के तहत अपनी स्ट्रीट व्यू कारों के साथ कैलिफोर्निया के बे एरिया और सेंट्रल वैली से एकत्र किया था।
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