विशाल का कहना है कि ऐसे रेडियो सिग्नल ऑस्ट्रेलिया स्थित ऑबजरबैटरी में 2 नवंबर 2012 को भी सुने गये थे। लेकिन विशाल गज्जर ने जिन रेडियो सिग्नल्स को पकड़ा है उनकी फ्रीक्वेंसी पहले से कहीं ज्यादा है। ऐसा प्रतीत होता है कि ये सिग्लन एलियंस ने अपने स्पेस क
आकाशगंगा के केंद्र के पास एक बड़ा सा ब्लैकहोल पाया गया है। हमारे सूर्य से लगभग एक लाख गुना बड़ा यह ब्लैक होल एक जहरीली गैस के बादल से घिरा हुआ पाया गया है।
भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक समेत वैज्ञानिकों के एक समूह ने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है जो शरीर में त्वचा कोशिकाओं को केवल छूकर किसी भी अन्य प्रकार की कोशिका में बदल सकता है।
अगर आप कमर के दर्द से परेशान हैं तो आपके लिए राहत की खबर है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा स्मार्ट, यांत्रिक अंडरगारमेंट विकसित किया है जिससे कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द कम करने में मदद मिल सकती है।
प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक प्रोफेसर यशपाल का नोएडा स्थित उनके आवास में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उनके पारिवारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यशपाल का निधन सोमवार देर रात हुआ।
वैज्ञानिकों ने आज कहा कि करीब एक खरब टन का हिमशैल (अब तक के दर्ज आंकड़ों में सबसे बड़ा) कई महीनों के पूर्वानुमान के बाद अंटार्कटिका से टूटकर अलग हो गया है और अब दक्षिणी ध्रुव के आसपास जहाजों के लिये गंभीर खतरा बन सकता है।
कुछ विशेषज्ञों द्वारा रिसर्च करने पर पता चला है कि चॉकलेट के माध्यम से बुजुर्ग लोग इस भूलने की बीमारी से सरलतापूर्वक निजात पा सकते है।
इन वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि सितंबर के इस महीने में पैदा होने वाले पुरुषों को सबसे अधिक थॉइराइड की समस्या का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं उन्हें यह बीमारी जनवरी में जन्में लोगों से करीब 3 गुना ज़्यादा होती है।
शिवसेना ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने की अपनी मांग की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा अनदेखी के बाद शनिवार को सर्वोच्च पद के लिए कृषि वैज्ञानिक एम. एस. स्वामीनाथन के नाम की वका
वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से 650 प्रकाशवर्ष दूर स्थित सबसे गर्म ज्ञात ग्रह खोज लिया है। यह ग्रह ब्रह्मांड के अधिकांश तारों से ज्यादा गर्म है और एक धूमकेतू की तरह इसमें से एक चमकदार गैसीय रेखा निकलती दिखती है।
एक कंप्यूटर साइंटिस्ट ने दावा किया है कि टेक्नोलॉजी और मशीनों के बढ़ते विकास के चलते 30 वर्षों में दुनिया के आधे लोगों की नौकरी छीन जाएंगी।
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