Scientists discovered new earth: सैकड़ों वर्षों से धरती के अलावा अन्य किसी ग्रह पर जीवन की संभावना की खोज अब सच होती दिख रही है। दरअसल वैज्ञानिकों ने अब एक अन्य धरती की खोज कर ली है। यह ग्रह मौजूदा धरती से पांच गुना से भी ज्यादा बड़ा है।
Bdelloid नाम का यह अतिसूक्ष्म जीव 2-4 दिन नहीं बल्कि पूरे 24 हजार साल तक 'सोने' के बाद अब नींद से जाग गया है।
डीआरडीओ की तरफ से डेवलप की गई कोरोना की दवा को इस वायरस के संक्रमण से मुक्ति दिलाने में बड़ा गेम चेंजर माना जा रहा है। 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोजे (2-DG) नाम की यह दवा जल्द ही मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को एक राहत भरी खबर आई। दरअसल, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए एक दवाई के इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि संक्रमण के 1,45,384 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमण की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़कर 1,32,05,926 तक पहुंच गई।
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर पर गुरुवार को चीन की सरकार के लिए किए गए काम को गुप्त रखने के आरोप लगाए गए।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें तीन साल से अधिक समय पहले जहर दिया गया था।
ईरान के एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक की अज्ञात हमलावरों ने शुक्रवार को हत्या कर दी। चश्मदीदों के मुताबिक, इस घटना में 3-4 हमलावर भी मारे गए हैं।
अंडमान निकोबार और पूर्वोत्तर भारत में पेडों पर रहने वाले मेंढक की नई प्रजाति का पता चला है।
भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों का नाम दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची में शामिल हुआ है। क्यूएस वल्र्ड रैंकिंग 2020 में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली विश्व विख्यात स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा एक स्वतंत्र व निष्पक्ष अध्ययन में दुनिया के शीर्ष वैज्ञाानिकों की सूची जारी की गई है।
शोधकर्ताओं ने एक सूक्ष्म सूई विकसित कर ली है जिससे बाद आसानी से सूई माध्यम से बड़ी दवा के अणुओं को आसान तरीके से मरीज को दिया जा सकेगा। यह सूई आईआईटी खड़गपुर के शोधकर्ताओं ने विकसित की है।
वैज्ञानिकों ने 400 डॉलर से कम लागत के मानक उपकरणों का इस्तेमाल कर आपात वेंटिलेटर विकसित किया है जिसका इस्तेमाल अधिक जटिल प्रौद्योगिकी वाले वेंटिलेटर नहीं होने की स्थिति में किया जा सकता है। इस अविष्कार से कोविड-19 मरीजों की जान बचाने में मदद मिल सकती है।
वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में पता लगाया है कि नए कोरोना वायरस का कुछ उत्परिवर्तन मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रणाली से संबंधित उस प्रोटीन से दिशा-निर्देशित होता है जो इसे कमजोर करने में सहायक है, लेकिन वायरस इसके खिलाफ फिर उठ खड़ा होता है।
भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ताओं समेत अन्य ने एक अध्ययन के जरिए दिखाया है कि कोरोना वायरस प्रयोगशाला में विकसित दिल की मांसपेशी की कोशिकाओं को संक्रमित कर सकता है।
हैदराबाद स्थित सेलुलर और आणविक जीव विज्ञान के लिये केंद्र (सीसीएमबी) के वैज्ञानिकों ने देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों में एक अलग तरह के कोरोना वायरस का पता लगाया है। यह दक्षिणी राज्यों तमिलनाडु और तेलंगाना में ज्यादातर पाया गया है।
अनुसंधानकर्ताओं का दावा है कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान कोविड-19 के मरीजों पर रेमडेसिवीर का काफी अच्छा असर हो रहा है और उसके परिणाम अच्छे हैं, लेकिन इस दवा के प्रभाव को जांचने के लिए अधिक ट्रायल करने की जरुरत है।
दुनिया को तबाह करने वाले कोरोनावायरस के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ते हुए भारतीय वैज्ञानिक इसका टीका (वैक्सीन) विकसित करने में दिन-रात जुटे हुए हैं।
पुणे के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थान आघारकर अनुसंधान संस्थान ने रसीले अंगूर की एक नई किस्म विकसित की है।
नीलगायों और छुट्टा पशुओं से परेशान किसानों को अब अपनी खड़ी फसल को बचाने की चिंता नहीं करनी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को देश के वैज्ञानिकों और नवोन्मेषकों से अपनी सोच का विस्तार करने का आह्वान किया और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार पूरी तरह उनके साथ है।
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