पिछले साल 28 दिसंबर को ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए शहर के स्कूलों को फिर से बंद करने से पहले कुछ समय के लिए फिर से खोल दिया गया था।
कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र, केरल और गोवा से आने वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य आरटी-पीसीआर जांच को जारी रखने का फैसला किया है। सरकार ने 31 जनवरी से रात्रिकालीन कर्फ्यू हटाने और पहली से नौवीं कक्षा तक के लिए स्कूल खोलने का भी शनिवार को फैसला किया।
DDMA की अहम बैठक आज होनेवाली है जिसमें वीकेंड कर्फ्यू हटाने पर फैसला लिया जा सकता है।
युगांडा में स्कूल आंशिक एवं पूर्ण रूप से 83 सप्ताह से अधिक समय से बंद रहे जोकि दुनिया में स्कूल बंद रहने के संबंध में सबसे लंबा समय रहा। स्कूलों के बंद रहने से एक करोड़ से अधिक छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई।
कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 से ही स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद थे।
पहली से सातवीं की कक्षाएं बीएमसी और प्राइवेट स्कूलों में15 दिसंबर से शुरू हो जाएंगी। इस दौरान सभी स्कूलों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
कर्नाटक में नवंबर से स्कूल खुलने के बाद से अब तक पहली से दसवीं क्लास में पढ़ने वाले 120 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।
बीजेपी सांसद विनय सहस्रबुद्धे की अगुआई वाली संसदीय समिति ने सिफारिश की है कि स्कूल की किताबों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जिक्र की समीक्षा किए जाने की जरूरत है।
कोविड-19 के नए खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच महाराष्ट्र सरकार ने आगामी एक दिसंबर से राज्य में स्कूलों को खोलने के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है।
फिलहाल, मुंबई में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है।
सभी स्कूलों और हॉस्टलों के शिक्षकों तथा स्टाफ के लिए कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेना अनिवार्य किया गया है।
बुधवार रात करीब 10 बजे विवेक राय की तरफ से एक नया पत्र जारी करके बताया गया कि उक्त फैसला अभी शासन स्तर पर विचाराधीन है, इसलिए पुराना आदेश निरस्त समझें। बताया गया कि ये आदेश गलती से जारी हो गए थे।
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी. सी. नागेश ने कहा था कि राज्य की तकनीकी सलाहकार समिति की सिफारिश के आधार पर पहली से पांचवीं कक्षाओं तक के विद्यार्थियों के लिए लिए विद्यालय खोले जायेंगे।
महाराष्ट्र में स्कूल सोमवार से पांचवीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिये खुल गए। कोविड-19 महामारी के कारण स्कूल डेढ़ साल से भी अधिक समय से बंद थे।
वहीं, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के एक नए स्टडी में पाया गया है कि जिन स्कूलों ने यूनिवर्सल मास्किंग प्रोटोकॉल को लागू नहीं किया है, उनमें कोविड-19 के प्रकोप को सहने की संभावना 3.5 गुना अधिक है।
क्या बच्चों को बिना टीकाकरण के स्कूलों में भेजना चाहिए? इंडिया टीवी पर 'कुरुक्षेत्र' में देखें विशेषज्ञों की राय
लखनऊ स्थित प्रतिष्ठित ला मार्टिनियर गर्ल्स कॉलेज की प्रधानाचार्य आश्रिता दास ने बताया कि उनके कॉलेज को अभी नहीं खोला गया है। सेंट फ्रांसिस कॉलेज की प्रधानाचार्य ए. मोरस ने कहा कि अभी उनका कॉलेज नहीं खोला जाएगा।
हरियाणा में कोरोना वायरस के मामलों में और गिरावट के साथ सरकार ने एक सितंबर से चौथी और पांचवीं कक्षा के लिए सभी स्कूल खोलने का फैसला किया है।
बता दें कि करीब छह महीने बाद आज कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ माध्यमिक स्कूल खुल गए हैं। काफी समय बाद स्कूलों में चहल-पहल दिखी।
शैक्षणिक संस्थान खोलने की मंजूरी मंत्रियों की एक समिति द्वारा सभी कोविड प्रोटोकॉल को बनाए रखने की शर्त पर शैक्षणिक संस्थान खोलने की अनुमति दी गई।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़