इस समय दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज खलीफा है, लेकिन सऊदी अरब दुनिया की सबसे हाइट वाली बिल्डिंग का निर्माण कर रहा है। यह इमारत बुर्ज खलीफा से भी ज्यादा ऊंची होगी। जानिए कितनी ज्यादा ऊंची होगी? इसमें क्या खास होगा?
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम में तेजी पर नाराजगी जताई है। साथ ही धमकी भी दे डाली है कि यदि ईरान ने परमाणु हथियार बनाए तो हम भी पीछे नहीं रहेंगे।
भारत और सउदी अरब के बीच ऐतिहासिक रिश्ते रहे हैं, जो दोनों देशों के लिए फ़ायदेमंद साबित हुए हैं. दोनों देशों के बीच कभी भी मतभेद नहीं रहे हैं. अब दोनों देश मिलकर बेहतर भविष्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
भारत आए प्रिंस सलमान का जिस तरह जी20 और उसके बाद भी जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने अपने ही मुस्लिम दोस्त पाकिस्तान को इशारों ही इशारों में नसीहत दे डाली।
India and Saudi Arabia Agree to Expand Economic: आज साउदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि सऊदी अरब भारत में 100 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट करेगा. इसके अलावा दोनों देश के बीच जल्दी ही रूपए में व्यापार शुरू होगा.
1. 13 सितंबर को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक...एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव के टिकट बंटवारे पर लगेगी फाइनल मुहर. 2. इंडिया Vs भारत पर सियासत जारी ..सीएम ममता बोलीं- हमने गठबंधन का नाम इंडिया रखा.. इसलिए नाम बदला. 3. दिल्ली में पीएम मोदी और सऊदी क्राउन प्रिंस के बीच कूटनीतिक बातचीत.
जी20 सम्मेलन में सऊदी अरब, भारत, अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच एक मेगा कॉरिडोर बनाने का फैसला हुआ है। इस ऐतिहासिक परियोजना के तहत यूरोप और भारत को मध्य-पूर्व के जरिए कनेक्ट किया जाएगा।
सऊदी अरब के प्रिंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन समाप्त होने के बाद भी प्रिंस मो. बिन सलमान एक दिन अतिरिक्त भारत में ही रहेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
पाकिस्तान अब इस कोशिश में है कि सऊदी अरब के प्रिंस सलमान भारत से वापसी के समय पाकिस्तान भी रुकें। पाकिस्तान के पीएम दफ्तर के सूत्र ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है।
इजरायली यात्रियों को लेकर जा रहा सेशल्स का विमान तकनीकी खराबी की वजह से इजरायल के दुश्मन देश सऊदी अरब में उतारना पड़ा। इस दौरान इजरायली यात्री काफी डर गए थे। लेकिन जानिए इजरायली विमान जब अरब के जेद्दाह एयरपोर्ट पर आपत स्थिति में उतरा तो क्या हुआ?
सऊदी अरब अपनी सीमा में प्रवेश करने वाले नागरिकों को गोलियों और विस्फोटकों से उड़ा रहा है। अब तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। यूएन के अनुसार, प्रति वर्ष दो लाख से ज्यादा लोग अवैध रूप से सीमा पार करने की कोशिश करते हैं।
अजीत डोभाल ने सुझाव दिया कि यूक्रेन के लिए जो भी मसौदा बने, उसमें रूस का होना जरूरी है। डोभाल का यह बयान साफ इशारा करता है कि भारत के लिए दोस्त रूस आज भी अहम है।
बदलती दुनिया में जब इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, सऊदी अरब अब अपने देश को पूरी तरह से बदलना चाहता है। जानिए इसके लिए वह क्या क्या उपाय कर रहा है? किस तरह वह दुनिया के घटनाक्रमों में अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है? जानिए आखिर इन सबके क्या हैं मायने?
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इन दिनों सऊदी अरब की यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने जेद्दा में शुरू हुए यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था जिसमें दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए हैं।
सऊदी अरब की मांग अंतरराष्ट्रीय शांति को जोखिम में डाल सकती है। साथ ही खाड़ी क्षेत्र में परमाणु रेस के लिए जिम्मेदार हो सकती है।
हार्ट वाली इमोजी भेजना अब अपराध की कैटैगरी में आ सकता है। इसके लिए आपको जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। जुर्माने का भी प्रावधान है। जानिए किन दो देशों में 'हार्ट' वाली इमोजी भेजना बैन है।
साउदी अरब ने उत्पादन में कटौती आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। अब दुनिया भर में महंगाई को लेकर अनुमान गड़बड़ाने का डर सताने लगा है।
खाड़ी देशों पर अमेरिका का परंपरागत वर्चस्व है। इस दबदबे को चीन तोड़ने की कोशिश में है। यूएई और चीन पहली बार युद्धाभ्यास कर रहे हैं। यह इस बात को दर्शाता है कि समीकरण बदल रहे हैं। जिनपिंग जहां मिडिल ईस्ट में अपनी पैठ बढ़ा रहे हैं, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी पकड़ बरकरार रखने के लिए कूटनीतिक कवायदें कर रहे हैं।
यहूदी देश इजरायल मुस्लिम देश सऊदी अरब से दोस्ती बढ़ाएगा। ईरान से बढ़ते खतरे के बीच इजरायल अरबों डॉलर के पैकेज से अपना रेल नेटवर्क बढ़ागा। सऊदी अरब से तेलअवीवी तक संभावित रेल नेटवर्क से भारत को भी फायदा होगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का हल निकालने के लिए सऊदी अरब में इस महीने की शुरुआत में ही बड़ी बैठक हो सकती है। इसमें सऊदी अरब सहित 30 देशों के भाग लेने की उम्मीद है।
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