सोनीपत में आज पहलवानों के समर्थन में महापंचायत हुई जिसमें पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी पहुंचे थे। इस दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा कि बृजभूषण को भी हटाएंगे और उनके साथ जो लोग खड़े हैं उन्हें भी 2024 में हटाएंगे।
बता दें कि मलिक ने कथित तौर पर एक ग्रुप मेडिकल इंश्योंरंस स्कीम तथा लोक निर्माण कार्यों के लिए ठेकों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
सत्यपाल मलिक ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बारे में पूछने पर सोमवार को पत्रकारों से कहा ‘‘मैं उनके बारे में कैसे टिप्पणी कर सकता हूं। वह प्रधानमंत्री पद के ‘सीरियस उम्मीदवार’ हैं।
स्वामी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को सत्यपाल मलिक द्वारा पुलवामा आतंकी हमले के बारे में कही गई बातों को गंभीरता से लेना चाहिए।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के केस को असदुद्दीन ओवैसी ने हिन्दू-मुसलमान का रंग देने की कोशिश की।
CBI ने जम्मू कश्मीर में दो प्रोजेक्ट में गड़बड़ी को लेकर केस दर्ज किया है। उस समय सत्यपाल मलिक राज्यपाल थे। मलिक ने दावा किया है कि इन प्रोजेक्ट पर साइन करने के लिए 300 करोड़ का ऑफर मिला था।
सत्यपाल मलिक की जेड प्लस सुरक्षा सरकार ने वापस ले ली है। इसके बाद मलिक ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा है कि अगर उन्हें कुछ होगा तो इसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार होगी।
Satyapal Malik: सत्यपाल मलिक ने मेघालय के राज्यपाल के पद पर रहते हुए केंद्र सरकार के 3 कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन करने वाले किसानों का समर्थन किया और केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया जिसके बाद वह सुर्खियों में आए।
Agneepath Scheme: सत्यपाल मलिक यूपी के खेकड़ा में शिक्षक नेता गजे सिंह धामा की मौत के बाद उनके आवास पर शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध जताया और कहा कि यह योजना जवानों के खिलाफ है, उनकी उम्मीदों के साथ धोखा है।
मलिक ने पिछले साल अक्टूबर में दावा किया था कि उनके कार्यकाल के दौरान “अम्बानी” और “आरएसएस से संबद्ध एक व्यक्ति” की फाइलें आगे बढ़ाने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपये रिश्वत का प्रस्ताव दिया गया था।
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक के रिश्वत की पेशकश वाले आरोपों की अब CBI जांच होगी। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने खुद पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की सिफारिश की है।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसान खुद को ताकतवर बनाएं, लेकिन यह तभी संभव है, जब दिल्ली में लाल किले पर खुद का झंडा फहराओगे। खापों की ओर से उन्हें पगड़ी और भाईचारे की मिसाल हुक्का भेंट किया गया।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि अन्नदाताओं ने अपने अधिकारों व हकों की लड़ाई जीती है और भविष्य में भी अगर किसानों के खिलाफ कोई सरकार कदम उठाती है तो वह पूरी ईमानदारी से इसका विरोध करेंगे और अगर कोई पद छोड़ने की बात आई तब भी वह पीछे नहीं हटेंगे।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि दिल्ली में नेता "कुत्ते के मरने पर भी" शोक व्यक्त करते हैं, लेकिन किसानों की मौतों की उन्हें कोई परवाह नहीं। मलिक ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना की भी आलोचना यह कहते हुए कि एक नए संसद भवन के बजाय एक विश्व स्तरीय कॉलेज बनाना बेहतर होगा।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगर सरकार कानून बनाकर MSP की गारंटी दे दे तो ये पूरा मसला सुलझाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान MSP गारंटी कानून से कम पर समझौता नहीं करेगा। किसानों को केवल यही चाहिए।
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, “कुतिया भी मर जाती है तो उसके लिए भी हमारे नेताओं का शोक संदेश आता है, लेकिन 250 किसान मर गए, लेकिन अब तक कोई भी नहीं बोला। ये मेरी आत्मा को दर्द देता है।”
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल सिंह ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का पक्ष लेते हुए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से किसानों को नाराज नहीं करने की गुजारिश की है।
नयी दिल्ली। गोवा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को मेघालय तबादला कर दिया गया है। मलिक वहां तथागत राय की जगह लेंगे, जिनका पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को पूर्व राज्य राज्यपाल सत्यपाल मलिक की एक टिप्पणी पर कड़ा विरोध जताया।
इस महीने के शुरू में गोवा के राज्यपाल के तौर पर शपथ लेने वाले मलिक का कहना है कि उनमें कश्मीर का ‘खुमार’ अबतक खत्म नहीं हुआ है। वह जम्मू कश्मीर राज्य के आखिरी राज्यपाल थे।
संपादक की पसंद