इसरो के आगामी संचार उपग्रह जीसैट-19 और जीसैट-11 भारत के संचार क्षेत्र की दशा और दिशा बदल सकते हैं और इनके प्रक्षेपण के साथ ही डिजिटल भारत को मजबूती मिलेगी तथा ऐसी इंटरनेट सेवाएं मिलेगी जैसे कि पहले कभी नहीं मिलीं।
SpaceX धरती के इर्द-गिर्द ऐसे सैटेलाइट का नेटवर्क तैयार करने की योजना बना रही जो इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को भारत के काटरेसैट-2 श्रृंखला और 19 अन्य उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए सोमवार सुबह उलटी गिनती शुरू कर दी।
राडबैंड इंडिया फोरम (बीआईएफ) का अनुमान है कि क्षेत्रवार सुधारों से उपग्रह संचार क्षेत्र में अगले एक दशक में 2-5 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आएगा।
चेन्नई: देश के चौथे नौवहन उपग्रह आईआरएनएसएस-1डी को अंतरिक्ष में छोड़ने की तैयारी पूरी हो गई है। इस उपग्रह को लेकर भारतीय रॉकेट शनिवार शाम 5.19 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष के लिए
चेन्नई: देश के चौथे नौवहन उपग्रह के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती गुरुवार सुबह 5.49 बजे शुरू हो गई। इसका प्रक्षेपण 28 मार्च की शाम 5.19 बजे किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष परमाणु अनुसंधान संस्थान (इसरो) की
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