इस उपग्रह का 29 मार्च को भारतीय रॉकेट का आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया गया था
रूस ने गुरुवार को अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बड़ी कामयाबी हासिल की। इस मुल्क ने वोस्तोच्ने कॉस्मोड्रोम से 11 उपग्रह सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किए...
जापान की एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) ने गुरुवार को नए पृथ्वी अवलोकन उपग्रह का सफलापूर्वक प्रक्षेपण किया। इस उपग्रह में एक्स-बैंड रडार लगा है, जो उच्च क्षमता की तस्वीरे लेने में सक्षम है।
रिमोट सेंसिंग कॉर्टोसेट सीरीज का यह सातवां सैटेलाइट है। गौरतलब है कि इसरो ने श्रीहरिकोट से 12 जनवरी को 30 सैटेलाइट लांच किए थे। इसमें 6 अन्य देशों के 28 सैटेलाइट भी शामिल थे।
कार्टोसैट 2 मिशन के इस सैटेलाइट को भारत के सबसे विश्वसनीय रॉकेट पोलर सैटेलाइट लॉन्च वेहिकल यानी PSLV से अंतरिक्ष में भेजा गया। इस सैटेलाइट के साथ देश-विदेश के कुल 31 सैटेलाइट्स भी अंतरिक्ष में भेजे गए।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने 100 वें सैटेलाइट के साथ कुल 31 सैटेलाइट का प्रक्षेपण करने के लिए गुरुवार को उल्टी गिनती शुरू कर दी है।
भारतीय उपग्रहों में से एक 100 किलोग्राम का माइक्रो सैटेलाइट और एक पांच किलोग्राम का नैनो सैटेलाइट शामिल है। बाकी 28 सैटेलाइट कनाडा, फिनलैंड, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका के हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) जल्द ही देश का सबसे वजनी कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-11 लॉन्च करने वाला है। इस सैटेलाइट का वजन 5.6 टन है।
उत्तर कोरिया एक उपग्रह का प्रक्षेपण करने की तैयारी कर रहा है। पर्यवेक्षकों ने चेतावनी दी है कि परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया अंतरिक्ष कार्यक्रम की आड़ में परमाणु परीक्षण कर रहा है।
चीन एक ऐसा कदम उठाने जा रहा है जिससे दक्षिणी चीन सागर को लेकर उसके पड़ोसी देशों की चिंताएं बढ़ सकती हैं...
रूस के अंतरिक्ष कार्यक्रम को मंगलवार को एक बड़ा झटका लगा...
चीन ने एक रॉकेट की मदद से दो बेदोउ-3 उपग्रहों को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया है। चीन अपने प्रतिद्वंद्वी अमेरिका की जीपीएस नौवहन प्रणाली से इतर अपनी एक नौवहन प्रणाली विकसित कर रहा है।
उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा कि वह अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बावजूद उपग्रहों का प्रक्षेपण करता रहेगा...
इसरो ने आज एक बार फिर इतिहास रच दिया। इसरो ने अपना आठवां रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट लॉन्च किया। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पेड से IRNSS- 1H की लॉन्चिंग हुई। पीएसएलवी-सी 39 की मदद से इसे अंतरिक्ष में छोड़ा गया। 70 वैज्ञानिकों के द
जापान ने शनिवार को एक रॉकेट लॉन्च किया और अपने नए क्वासी-जेनिथ उपग्रहों का तीसरा उपग्रह उसकी कक्षा में स्थापित कर दिया...
भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ता के नेतृत्व वाली एक टीम ने शनि ग्रह के सबसे बड़े उपग्रह टाइटन के ऊपरी वायुमंडल में जीवन से जुड़े एक महत्वपूर्ण कारक की खोज की है।
समुद्र तट किनारे स्थित संचालन केंद्रों की मदद से यह सेटेलाइट ना केवल नौसेना की अरब सागर और बंगाल की खाड़ी पर नजर रखने में मदद कर रहा है बल्कि फारस की खाड़ी से लेकर मलक्का स्ट्रेट तक उनकी संचार और निगरानी क्षमताओं में वृद्धि करने में भी कारगर साबित हो
चीन ने रविवार को दक्षिणी प्रांत हैनान के वेनचांग प्रक्षेपण केंद्र से भारी उपग्रह प्रक्षेपित करने वाला अपना दूसरा रॉकेट लॉन्ग मार्च-5 वाई2 प्रक्षेपित किया, हालांकि उसकी यह कोशिश नाकाम रही।
भारत ने आज 712 किलोग्राम वजनी काटरेसैट-2 सीरीज और 30 अन्य उपग्रहों का प्रक्षेपण किया। इसरो ने कहा कि इन 30 उपग्रहों का कुल भार 243 किलोग्राम और काटरेसैट को मिलाकर सभी 31 उपग्रहों का कुल भार 955 किलोग्राम है। यह रॉकेट उपग्रहों को 505 किलोमीटर दूर ध्रु
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि ईंधन भरने की प्रक्रिया प्रगति पर है। मिशन रेडीनेस रिव्यू (एमआरआर) समिति और लॉन्च ऑथराइजेशन बोर्ड (एलएबी) ने बुधवार को यान के लॉन्च की 28 घंटे की उल्टी गिनती को हरी झंडी दी थी।
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