Starlink जल्द ही भारत में अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू कर सकता है। एलन मस्क की कंपनी को रेगुलेटरी परमिशन मिलने का इंतजार है। एलन मस्क ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि फ्लाइट के अंदर ऑनलाइन गेमिंग की जा सकती है।
इजरायल के साथ चल रहे भारी तनाव के बीच ईरान ने अंतरिक्ष में सफल प्रक्षेपण का दावा करके अपने दुश्मनों को बड़ी चुनौती दे दी है। ईरान के इस दावे की अमेरिका और इजरायल ने समीक्षा शुरू कर दी है।
सैटेलाइट ब्रॉडबैंड की सुविधा भारत में अगले साल की शुरुआत में यूजर्स को मिलने लगेगी। माना जा रहा है सैटेलाइट ब्रॉडबैंड आने वाले भविष्य में टेलीकॉम सेक्टर का परिदृश्य पूरी तरह से बदल देगा।
सरकार नए साल में लोगों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस की सौगात दे सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेक्ट्रम अलोकेशन को लेकर सिफारिशें जल्द आ सकती हैं। इसके बाद भारत में सैटेलाइट बॉडबैंड की शुरुआत हो सकती है।
भारत में सैटेलाइट नेटवर्क को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने साफ किया है कि सरकार नए टेलीकॉम एक्ट के तहत नागरिकों के हित में फैसला लेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की मदद से एक अहम सैटेलाइट को लॉन्च किया है। जिस सैटेलाइट को लॉन्च किया गया है उसे GSAT N-2 के नाम से जाना जाता है।
Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस जल्द भारत में लॉन्च हो सकती है। एलन मस्क की कंपनी ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशन के जरिए बिना सिम कार्ड और मोबाइल नेटवर्क के इंटरनेट एक्सेस किया जा सकेगा।
जियो ने कहा, ‘‘नीलामी के माध्यम से स्पेक्ट्रम आवंटन भारतीय कंपनियों को विदेशी कंपनियों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगा। विदेशी कंपनियों ने पहले आओ, पहले पाओ पर आधारित आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) प्राथमिकता लिस्ट को बाधित किया है और अपने खुद के समूह की योजना बनाई है।’’
BSNL ने Elon Musk समेत Jio, Airtel और Amazon की टेंशन बढ़ा दी है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने भारत की पहली सैटेलाइट-टू-डिवाइस सर्विस लॉन्च कर दी है। यूजर्स बिना मोबाइल नेटवर्क और सिम कार्ड के भी कॉलिंग कर पाएंगे।
Elon Musk भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने के लिए तैयार है। इसके लिए कंपनी ने दूरसंचार नियामक के सभी कंप्लायेंस मानने के लिए हामी भर दी है। जल्द ही स्पेक्ट्रम का अलोकेशन होगा, जिसके बाद स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘‘स्टारलिंक को लाइसेंस हासिल करने के लिए सभी नियमों का पालन करना होगा। आपको इसे सुरक्षा के नजरिए से भी देखना होगा। वे ऐसा करने की प्रक्रिया में हैं। एक बार सभी आवश्यकताएं पूरी हो जाने पर उन्हें लाइसेंस मिल जाएगा।’
TRAI ने भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने का रास्ता साफ कर दिया है। जल्द ही, सरकार स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर फैसला ले सकती है। वहीं, एलन मस्क की कंपनी Starlink ने भी भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट की तैयारी पूरी कर ली है।
भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस की शुरुआत होने वाली है। TRAI ने नेटवर्क अलोकेशन से लेकर प्राइसिंग के लिए स्टेकहोल्डर्स से सुझाव मांगे हैं। स्पेक्ट्रम अलोकेशन के बाद Jio और Airtel अपनी सैटेलाइट सर्विस शुरू कर सकते हैं। वहीं, एलन मस्क इस रेस में पीछे हो गए हैं।
DoT ने Airtel और Jio को अपनी सैटेलाइट सर्विस शुरू करने के लिए अप्रूवल दे दिया है। स्पेक्ट्रम अलोकेशन के बाद ये कंपनियां सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती हैं। वही, एलन मस्क की स्टारलिंक और अमेजन की सैटेलाइट इंटरनेट के लिए भारतीय यूजर्स को और इंतजार करना पड़ सकता है।
ईरान भले ही दावा कर रहा है कि उसे इजरायल के हमले से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें ईरान को हुई क्षति की गवाही दे रही हैं। इजरायली हमले में "ईरान का गुप्त परमाणु सैन्य ठिकाना भी ध्वस्त" हो गया है।
Elon Musk की सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस जल्द भारत में लॉन्च हो सकती है। मस्क की Starlink सैटेलाइट सर्विस ने निजी टेलीकॉम ऑपरेटर्स Airtel, Jio और Vi की टेंशन बढ़ा दी है।
BSNL ने ग्लोबल सैटेलाइट कम्युनिकेशन कंपनी Viasat के साथ डायरेक्ट-टू-डिवाइस टेक्नोलॉजी का सफल ट्रायल पूरा कर लिया है। जल्द ही, यूजर्स बिना सिम कार्ड और नेटवर्क के भी कॉलिंग कर पाएंगे।
स्पेक्ट्रम मूल्य और आवंटन पद्धति पर होने वाला फैसला पूरे भारत में इलॉन मस्क के स्वामित्व वाली स्टारलिंक, भारती ग्रुप-समर्थित वनवेब और जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस जैसी कंपनियों से सैटेलाइट-बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज के रास्ते खोलेगा।
TRAI ने भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में बड़े बदलाव की तैयारी कर दी है। जल्द ही, यूजर्स बिना मोबाइल नेटवर्क के भी कॉलिंग और इंटरनेट सर्विस का लाभ ले सकेंगे। इसके लिए नियामक ने कंसल्टेशन पेपर जारी कर दिया है।
अमेरिका ने ईरान से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों से जुड़ी कोई गतिविधि न करने का आह्वान किया गया था। ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की पाबंदियां पिछले साल अक्टूबर में खत्म हो गई थीं।
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