उद्धव ठाकरे नीत पार्टी ने 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा से नाता तोड़ लिया था जब मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर दोनों दलों के बीच मतभेद उभर आए थे। भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना ने इनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर राज्य में महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार बनाई।
भाजपा कार्यकर्ता दीप्ति का आरोप है कि संजय राउत की इस कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से पार्टी कार्यकर्ता अपमानित महसूस कर रहे हैं।
भाजपा कार्यकर्ता दीप्ति का आरोप है कि राउत की इस कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से पार्टी कार्यकर्ता अपमानित महसूस कर रहे हैं। मंडावली थाने में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक दीप्ति ने दिल्ली पुलिस को इंटरव्यू के उस हिस्से को भी सौंपा हैं।
दिवंगत गोपीनाथ मुंडे और प्रमोद महाजन को शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन के वास्तुकार के रूप में माना जाता था, जिसने 1995 में महाराष्ट्र में अपनी पहली संयुक्त सरकार बनाई थी। मुंडे ने 1995-1999 में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का पद संभाला था।
संजय राउत ने कहा कि शरद पवार ने 25 साल पहले ही कहा था कि बीजेपी एक विभाजनकारी पार्टी है, लेकिन शिवसेना को इस सच्चाई का अहसास 2 साल पहले ही हुआ।
राउत ने पूछा, हम सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण का दावा करते हैं तो ऐसा कैसे हो सकता है?
UPA में शिवसेना के शामिल होने के सवाल पर राउत ने कहा, मैं उद्धव ठाकरे जी से बात करूंगा और फिर इस बारे में बताऊंगा।
बनर्जी ने अपनी हालिया मुंबई यात्रा के दौरान कहा था कि "अब कोई संप्रग (यूपीए) नहीं है।”
राणे का बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल तथा एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनकी पार्टी के सहयोगी प्रफुल्ल पटेल राष्ट्रीय राजधानी में हैं जिसके बाद अटकलबाजी बढ़ गयी है।
राउत ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में जो हिंसा हो रही है, उसका उद्देश्य एमवीए सरकार को अस्थिर करना है। हिंसा को बढ़ावा देते हुए वे (विपक्ष) राज्यपाल से मिलेंगे और केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा करेंगे कि महाराष्ट्र में (कानून और व्यवस्था की) स्थिति बिगड़ रही है। भविष्य में भी ऐसा होगा। लेकिन, राज्य सरकार इससे कड़ाई से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
संजय राउत ने कहा, ‘‘राजनीति परिवर्तनशील हैं। आज जो है, हो सकता है वह कल न हो। इसलिए चूंकि हम एमवीए के साथ हैं, लेकिन हमें अलग तरीके से सोचना होगा। पार्टी बदल रही है, हमें हर समुदाय का विश्वास हासिल करने के लिए काम करना चाहिए।’’
इससे पहले दिन में मलिक ने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर जाली नोट मामले को दबाने और भ्रष्ट पृष्ठभूमि के लोगों को सरकार में जगह देने का आरोप लगाया था।
राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने पूछा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी सरकारी संपत्तियों का निजीकरण कर रहे हैं। क्या जेलों और केंद्रीय जांच एजेंसियों का निजीकरण कर दिया गया है? क्या जेलें आपकी निजी संपत्ति हैं?’’
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा, ‘उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद केंद्र सरकार ने पेट्रोल की कीमत में 5 रुपये की कमी कर दी।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ‘‘भाजपा दावा करती है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। अगर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी चुनाव हार जाती है तो वह विपक्षी पार्टी बन जाएगी। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में भाजपा 105 विधायकों के साथ मुख्य विपक्षी दल है।’’
Aryan Khan ड्रग्स केस में शिवसेना का भी रिएक्शन आया है। शिवसेना की तरफ से प्रवक्ता संजय राउत ने ट्विटर पर लिखा है- गवाहों से एनसीबी का खाली पेपर पर दस्तखत कराना शॉकिंग है। राउत ने लिखा है- ड्रग्स केस में मोटी रकम मांगे जाने की रिपोर्ट्स भी आई हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि इस केस के जरिए महाराष्ट्र को बदनाम किया जा रहा है। ऐसे में अब पुलिस को इस मामले में खुद संज्ञान लेना चाहिए।
विनायक दामोदर सावरकर उर्फ वीर सावरकर (Veer Savarkar) को लेकर जारी विवाद पर शिवसेना ने अपना पक्ष साफ कर दिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने साफ तौर पर कहा कि वह (वीर सावरकर) उनके आदर्श रहे हैं और आगे भी रहेंगे।
योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि किसी को भी हालात बिगाड़ने नहीं दिए जाएंगे। राहुल गांधी के लखीमपुर खीरी जाने के आज के कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर कहा कि विपक्ष नकारात्मक रवैया दिखा रहा है और वह इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रहा है, समझ नहीं आ रहा है कि भाई-बहन (राहुल और प्रियंका गांधी) इतना क्यों 'उछल' रहे हैं।
रविवार को हिंसा में आठ लोगों की जान चली गयी। घटना में हुई मौतों पर दुख प्रकट करते हुए शरद पवार ने किसानों को आश्वासन दिया कि विपक्ष उनके साथ खड़ा है और वह शीघ्र ही भावी कदम पर निर्णय लेगा।
आम आदमी पार्टी भी गोवा विधानसभा का चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी अगले साल होने वाला गोवा विधानसभा का चुनाव लड़ेगी और वह कई स्थानीय नेताओं के संपर्क में है।
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