बांगर 2014 से पांच तक के लिए भारतीय टीम में बल्लेबाजी कोच की भूमिका निभा चुके हैं। वहीं इंग्लैंड में खेले 50 ओवर के विश्व कप के बाद बांगर का कार्यकाल खत्म हो गया था।
संजय बांगर का मानना है कि दिल्ली कैपिटल्स के पास शानदार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की एक टीम है और वो चाहे आईपीएल-13 खिताब जीते या हारे, उन्हें अपने खिलाड़ियों को अपने पास ही रखना चाहिए।
संजय बांगर का मानना है कि रविवार को क्वालीफायर-2 में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ केन विलियम्सन एक बार फिर से सनराइजर्स हैदराबाद के लिए अहम भूमिका निभाएंगे।
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज संजय बांगर को लगता है कि दिल्ली कैपिटल्स में खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है।
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा है कि युवा ऋषभ पंत राष्ट्रीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी के सबसे उपयुक्त विकल्प हैं।
बांगर ने कहा कि वह 39 साल के धोनी को किसी और विभाग में परेशान होते नहीं देखते हैं।
बांगर ने कहा,"हो सकता है कि जो खिलाड़ी उच्च स्तर पर खेले हैं वो इस बात को शायद न समझ पाएं कि एक औसत काबिलियत वाला खिलाड़ी किस स्थिति से गुजरता है।"
भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कोच और खिलाड़ियों के बीच मजबूत रिश्ते के लिये आपसी विश्वास के महत्व पर जोर दिया है
गंभीर ने कहा कि रोहित आईपीएल के सबसे सफल कप्तान के तौर पर अपने करियर का अंत करेंगे।
संजय बांगड़ ने निजी और पेशेवर प्रतिबद्धताओं के कारण बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) का टेस्ट टीम का सलाहकार बनने का प्रस्ताव स्वीकार नहीं करने का फैसला किया है।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर नील मैकेंजी इस समय सीमित ओवरों के क्रिकेट में बांग्लादेश के बल्लेबाजी सलाहकार हैं।
बोर्ड ने बांगर से पहले नील मैंकजी से उनके कार्य विस्तार की बात की लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिबद्धताओं के कारण लंबे फॉर्मेट में अपनी सेवा देने से इंकार कर दिया।
पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ को लगता है कि न्यूजीलैंड की परिस्थितियों को देखते हुए भारतीय टेस्ट टीम के लिये सीम गेंदबाजी करने वाले आल राउंडर की मौजूदगी आदर्श होगी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर का मानना है कि कुलदीप के लिए आईपीएल 2020 बहुत महत्वपूर्ण है। आईपीएल में दमदार प्रदर्शन के बदौलत ही वह टी-20 विश्व कप की टीम में जगह बना पाएंगे।
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर का मानना है कि रोहित शर्मा टेस्ट में शीर्ष क्रम में खेलते हुए अगर पैर जमा लेते हैं तो भारतीय टीम वो लक्ष्य भी हासिल कर सकती है जो अभी तक उसकी पहुंच से बाहर रहे हैं।
संजय बांगड़ ने 2014 में टीम इंडिया के साथ बतौर बल्लेबाजी कोच काम शुरू किया था। पिछले 5 सालों में टीम इंडिया ने इनके कार्यकाल में कई कीर्तिमान स्थापित किए।
आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में सेमीफाइनल में भारत के बाहर होने के बावजूद रवि शास्त्री अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे और बीसीसीआई ने उन्हें एक बार फिर टीम इंडिया का कोच नियुक्त किया।
5 साल पहले उन्हें डंकन फ्लेचर की कोचिंग वाली टीम इंडिया में जोड़ा गया था।
बांगर ने देवांग से आगे ये भी कहा कि अगर उन्हें टीम इंडिया से बतौर बल्लेबाजी कोच हटाते हैं तो उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में भी कही स्थान दिया जाना चाहिए।
सपोर्ट स्टाफ को चुनने की जिम्मेदारी एम.एस.के. प्रसाद की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय सीनियर चयन समिति पर थी।
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