सामुद्रिक शास्त्र में आज जानिए हथेली में बुध पर्वत के बारे में। सामुद्रिक शास्त्र में जानिए शुक्र पर्वत और गुरु पर्वत के द्वारा आपके जीवनसाथी के बारे में जानकारी देंगे। शुक्र पर्वत और गुरु पर्वत को छोड़कर हथेली में उपस्थित अन्य रेखाएं चाहे पुरुष।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, ज्यादा विकसित मंगल पर्वत परेशानियां बढ़ाता है। ये लोग अत्यंत शक्तिशाली होते हैं।
हथेली में मंगल पर्वत के दो स्थान होते हैं. मंगल पर्वत इन दोनों में से एक या फिर दोनों स्थानों पर हो सकता है. इसका पहला स्थान हथेली में जीवन रेखा के पास और दूसरा इसके ठीक विपरीत हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा के बीच में स्थित होता है।
चंद्र पर्वत का स्थान हाथ में बुध पर्वत के नीचे होता है और बुध पर्वत कनिष्ठिका के नीचे होता है, यानि एक तरह से चंद्र पर्वत भी कनिष्ठिका के नीचे ही होता है. जिस किसी का चंद्र पर्वत पूरी तरह से विकसित होता है, वह व्यक्ति बहुत ही गुणवान और कल्पनाशील होत
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिन लोगों के हथेली में सूर्य के समान चिन्ह होता है। उसपर स्वयं सूर्य की कृपा होती है। सूर्य देव उनके जीवन में कभी दुख नहीं आने देते है। ऐसे लोग प्रखर बुद्धि वाले होते हैं।
किसी व्यक्ति के हथेली में कमल का चिन्ह होना शुभ माना जाता है। कमल का चिन्ह भगवान विष्णु सूचक होता है। हथेली में इसका होना विष्णु योग कहलाता है।
जिन लोगों के चेहरे का आकार समवर्गाकार होता है। ऐसे लोग अपनी भावुकता को कंट्रोल रखते हैं। अनुशासन तोड़ने वालों के खिलाफ कठोन होते हैं। इन्हें खाना पीना का काफी शौक होता है।
व्यक्ति का चेहरा बहुत कुछ कह जाता है। आपको विभिन्न आकृति के चेहरे वाले लोगों के बारे में बताते हैं। व्यक्ति के चेहरे और आकृति से उनके स्वभाव के बारे में जान सकते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के गालों का रंग गुलाबी होता है। वो लोग संतुलित मानसिकता के होते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र में बात करेंगे उन लोगों के बारे में जिनके आगे के और नीचे के सामने वाले दांत आगे पीछे होते हैं। ऐसे लोग हमेशा खोजी प्रवृत्ति के होते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र में आज बात करेंगे सुंदर और सफेद दांत वाले लोगों के स्वभाव के बारे में। ऐसे दांत वाले लोगों की किस्मत बहुत अच्छी होती है। ये लोग जल्दी घुल मिल जाते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार छोटी गर्दन वाले लोग स्वस्थ्य रहने के साथ मेहनती, कम बोलने वाले और कंजूस होते हैं। यह काम हर काम फुर्तीले होते हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिन लोगों की भौहों छल्लेदार होती है उन लोगों का स्वभाव थोड़ा अलग होता है। इन लोगों का खाना रहन-सहन व्यवस्थित नहीं रह पाता है। जिसके कारण इन्हें किसी का प्यार नहीं मिलता है।
सामुद्रिक शास्त्र में आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि किसी व्यक्ति के स्वभाव के बारे में उसकी भौहों की बनावट क्या कहती है।
small Eyebrow Reflects Personality according to samudrik shastra
ऐसे लोगों के नाक में हमेशा गुस्सा रहता है। हंसी मजाक बिल्कुल पंसद नहीं है। किसी भी काम में सबसे आगे रहना इन्हें पसंद होता है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की आंरभ में खड़े बालों वाली भौंहे होते हैं वह लोगों से अपनी बातें शेयर करने से बचते हैं। इसके अलावा ये थोड़े आसली किस्म के होते हैं।
चंद्रमा के समान यानी चन्द्राकार आंखें दो तरह की होती हैं | पहले तरह की आंखें बीच में से थोड़ा ऊपर की ओर उठी होती हैं जबकि दूसरी तरह की आकृति में आंखें बीच में से नीचे की ओर झुकी होती हैं |
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की आंखों के कोने नुकीले होते वह लोग अपने खर्चों से बहुत अधिक परेशान रहते हैं। इन लोगों की आमदमी कम होती है लेकि खर्चा ज्यादा होता है।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि आपके नाम का पहला अक्षर क्या कहता है। जानिए आज किन्हें मिलेगी बिजनेस और नौकरी में तरक्की।
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