सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के पैर छोटे होते हैं, उन लोगों को नई-नई चीजों को खरीदने का बहुत शौक होता है। ये इनकी आदत में होता है कि ये जहां भी जाते हैं, वहां से कुछ न कुछ खरीदकर जरूर लाते हैं। #samudrikashastra #acharyainduprakash #bhavishyavani #indiatv
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार इस तरह की भौहों वाले लोग थोड़े गर्म मिजाज़ के और चीज़ों के प्रति असंतोष रखने वाले होते हैं। ये किसी भी बात को लेकर जल्दी आवेश में आ जाते हैं। #Samudrik #AcharyaInduPrakash #bhavishyavani
Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसी ठोड़ी वाले लोग कठिन परिश्रम करने वाले होते हैं।
Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अण्डाकार ठोड़ी वाले लोगों में कला और प्रेम के साथ-साथ उच्च मानवीय गुण, ममता और दया कूट-कूट कर भरी होती है।
Samudrik Shastra: जानिए - दोहरी ठोड़ी यानी डबल चिन वाले लोगों का कैसा होता है व्यक्तित्व?
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार भूरी आंखों वाले लोग स्वभाव से बहुत अच्छे होते हैं। इनके चेहरे में सबसे ज्यादा ध्यान इनकी आंखों पर ही जाता है ।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की आंखों का रंग काला होता है, उनका सिक्स सेंस बहुत ही अच्छा होता है ।
आज हम आपको बताएंगे कि आप पैरों की बनावट को देखकर अपने भविष्य का पता कैसे लगाएं। तो आइए जानते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र वैदिक परंपरा का हिस्सा है, जो चेहरे को पढ़ने और पूरे शरीर की बनावट से व्यक्ति का स्वभाव बताता है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार कौन सा पैर पहले बाहर रखना चाहिए?
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस किसी का ऊपरी होंठ मोटा या स्थूल हो, ऐसे लोगों का मानसिक स्तर अन्य लोगों की तुलना में कम होता है। इन लोगों के अंदर मानसिक चेतना का यानी सूझ-बूझ का अभाव होता है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस किसी का ऊपरी होंठ मोटा या स्थूल हो, ऐसे लोगों का मानसिक स्तर अन्य लोगों की तुलना में कम होता है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिनका ऊपरी होंठ आकार में पतला होता है, वो लोग शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं। ये शरीर से चाहें मोटे हों या पतले, लेकिन इनकी ताकत या इनके शरीर की ऊर्जा कम होती है । साथ ही इन लोगों की पाचन शक्ति भी कमजोर होती है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति अपने सपने में शिवलिंग देखता है तो इसका मतलब होता है कि कोई शुभ फल की प्राप्ति होने वाली है।
सामुद्रिक शास्त्र वैदिक परंपरा का हिस्सा है, इसमें चेहरा पढ़ने, आभा पढ़ने और पूरे शरीर के विश्लेषण का अध्ययन होता है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार चपटे कान वाले लोग स्वतंत्र विचारों के धनी होते हैं।
ऐसे कान वाले लोग हमेशा एक पॉजिटिव एनर्जी से भरे होते हैं। इनके पास बैठने पर दूसरों को भी पॉजिटिव एनर्जी फील होती है। इन लोगों के पास पैसों की बिल्कुल कमी नहीं होती।
सामुद्रिक शास्त्र में आज हम बात करेंगे बेहद छोटे कान वाले लोगों के स्वभाव के बारे में। कई लोगों के कान अपेक्षाकृत बहुत ही छोटे होते हैं। ऐसे कान वाले लोगों के पास खूब धन-दौलत होती है।
छोटे कान वाले व्यक्तियों के पास खूब धन-दौलत होती है। स्वभाव से छोटे कान वाले लोग थोड़े चंचल होते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग काफी स्ट्रांग होते हैं। साथ ही आर्टिस्ट मिजाज के होते हैं। इन लोगों पर किसी भी बात के लिये या अपने किसी काम के लिये आसानी से भरोसा किया जा सकता है।
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