अयोध्या में भाजपा की हार के बाद लोग सोशल मीडिया पर अयोध्यावासियों को धोखेबाज बता रहे हैं और वहां के लोगों को गंदी-गंदी गालियां दे रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान डूंगरपुर प्रकरण मामले में बरी हो गए हैं। 2019 में हुई घटना पर 12 मामले दर्ज हुए थे। इनमें से 4 में फैसला आया है। 2 में आजम खान बरी हुए हैं और 2 में उन्हें सजा हुई है।
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने अयोध्या के लोगों के खिलाफ अपशब्द कहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। दरअसल फैजाबाद सीट से भाजपा को मिली हार के बाद से लगातार अयोध्या और अयोध्यावासियों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए जा रहे हैं।
अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के तहत उत्तर प्रदेश में शानदार जीत दर्ज की है और इसके बाद अब सपा सुप्रीमो की नजरें 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर टिक गई है।
सपा सांसद डिंपल यादव ने अयोध्या चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत और बीजेपी की हार को लेकर बयान दिया है। बता दें कि अयोध्या में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद 54,567 वोटों से जीते हैं।
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष डीपी यादव ने अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। कुछ समय पहले ही उन्हें उनके पद से हटाया गया था।
सपा द्वारा साझा की गईं तस्वीरों में मंच पर अनुप्रिया पटेल और जीतन राम मांझी नजर आ रहे हैं, दोनों अपने-अपने दलों के अकेले विजेता हैं। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह के पौत्र व अजित सिंह के पुत्र जयंत चौधरी की अगुवाई वाले रालोद को बिजनौर और बागपत से लोकसभा चुनाव में जीत मिली है।
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने भाजपा और उसके सहयोगियों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
समाजवादी पार्टी से विधायक इरफान सोलंकी को कोर्ट से सात साल की सजा हुई है। इरफान सोलंकी सीसामऊ विधानसभा से 4 बार सपा के विधायक रहे हैं।
रामपुर लोकसभा सीट से निवर्तमान सपा सांसद मुहिबुल्ला नदवी ने कहा कि मैं राजनीति में सेवा के लिए आया हूं। 20 साल से संसद भवन के पास की मस्जिद में नमाज पढ़ रहा हूं। अखिलेश यादव ने इस बार टिकट दिया तो मैं सांसद बन गया।
रामपुर में आजम खान के गुट सपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से अखिलेश यादव की तस्वीर हटा ली है। सपा कार्यकर्ता सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
रामनगरी में भाजपा बड़ी जीत की उम्मीद लगाए बैठी थी। लेकिन, इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी और सपा नेता अवधेश प्रसाद कड़े मुकाबले में 50,000 से ज्यादा मतों से जीत गए। भाजपा न सिर्फ अयोध्या हारी, बल्कि अयोध्या मंडल की सभी सीटों से पार्टी का सफाया हो गया।
इस विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को एक बार फिर कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। प्रदेश की जिन आठ सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से तीन भाजपा के पास थीं।
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के आने के साथ ही बॉलीवुड की एक फिल्म का सीन तेजी से वायरल हो रहा है। ये सीन लोकसभा चुनाव और भारतीय राजनीति में उत्तर प्रदेश फैक्टर यानी वहां के वोटर्स का नजरिया बताता है।
उत्तर प्रदेश में नगीना, बुलंदशहर, हाथरस, आगरा, शाहजहांपुर, हरदोई, मिश्रिख, इटावा, बहराइच, मोहनलालगंज, जालौन, कौशांबी, बाराबंकी, लालगंज, मछलीशहर, बांसगांव और राबर्ट्सगंज लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी ने देश के सबसे अधिक लोकसभा वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कमाल कर दिया है। इससे देश की राजनीति ही बदल गई। सपा के शानदार प्रदर्शन ने इंडिया गठबंधन में अखिलेश यादव की भूमिका अहम कर दी है।
UP Lok Sabha election Results 2024: यूपी में सपा ने बीजेपी को तगड़ा झटका दिया। अखिलेश यादव कहा करते थे कि बीजेपी यूपी से जीतकर सत्ता में आई है और यहीं से हार सत्ता से बाहर हो जाएगी।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और अब राजधानी दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो चुकी है। एनडीए की बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन की बैठक भी हुई।
अखिलेश यादव ने सपा के अयोध्या प्रत्याशी को लेकर एक भविष्यवाणी की थी जो आज चुनाव के नतीजे आने के बाद बिल्कुल सच साबित हो गए। अयोध्या से आखिरकार सपा के उम्मीदवार को ही जीत मिली है।
इस बार जो आसार नजर आ रहे हैं, उसके अनुसार समाजवादी पार्टी की तरफ से स्वर्गीय मुलायम सिंह (नेता जी) के परिवार से ही 5 लोग संसद में नजर आ सकते हैं। अभी तक नतीजों और रुझानों को देखें तो सपा ने यूपी में भाजपा की सीटों में बड़ी सेंध लगाई है।
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