सिंधु के शो-द ए गेम में मलिक ने कहा कि रियो ओलंपिक 2016 से पहले की तीन महीने की मेहनत उनके लिए काफी अहम साबित हुई।
पुरस्कार चयन समिति ने इस पर फैसला करने का अधिकार खेल मंत्री पर छोड़ दिया था और खेल मंत्रालय ने उनके नाम को खारिज कर दिया। भारोत्तोलक मीरा बाई चानू के आवेदन को भी खारिज कर दिया गया क्योंकि उन्हें भी खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
महिला पहलवान साक्षी मलिक ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया कि वह तब तक आगामी नेशनल के लिए प्रतिबद्ध नहीं होंगी जब तक कि अन्य महिला पहलवान भी इसमें भाग लेने की पुष्टि नहीं कर देती।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने बुधवार को कहा कि सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त के ओलंपिक में प्रदर्शन ने उन्हें 2016 के रियो खेलों में पदक जीतने के लिये प्रेरित किया।
भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) ने राहुल अवारे, ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ कर चुके दीपक पूनिया और साक्षी मलिक के अलावा दो अन्य पहलवानों को अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक इस समय हरियाणा के रोहतक स्थित अपने घर में ट्रेनिंग ले रही है।
साक्षी ने 15 साल की उम्र में ही एआईबीए विश्व जूनियर महिला चैंपियनशिप के फाइनल में अमेरिकी नेशनल चैंपियन यारिसेल रमीरेज को मात देकर सनसनी फैला दी थी।
साक्षी ने कहा कि उनका ध्यान ओलंपिक क्वालीफायर्स पर है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे भारवर्ग में सभी दावेदार मजबूत है।"
सोनम ने पहले राधिका को हराया और फिर एशियाई चैंपियनशिप में 56 किग्रा की स्वर्ण पदक विजेता सरिता मोर को सेमीफाइनल में 3-1 से पराजित किया। इसके बाद उन्होंने रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी को फाइनल में चित करके जीत दर्ज की।
विनेश ने 53 किग्रा वजन वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में वियतनाम की थि लि कियू को 10-0 से पराजित किया। वहीं अंशु ने उज्बेकिस्तान की सेवारा एशमुरातोवा को शिकस्त देकर जीत हासिल की।
लय हासिल करने के लिए जूझ रही पहलवान साक्षी मलिक ने तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदों को बनाये रखने के लिए एक बार फिर से ट्रायल कराने की मांग की है।
साक्षी ने महिलाओं के 62 किलोग्राम वर्ग में आसानी से पहला स्थान हासिल किया जबकि अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता रविंदर ने पुरुष फ्रीस्टाइल के 61 किलोग्राम वर्ग में सोने का तमगा हासिल किया।
हरियाणा की 35 वर्षीय अनिता ने पिछले साल भी स्वर्ण पदक जीता था और इस बार भी उन्होंने सबको चौंकाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया।
साक्षी को टॉप्स स्कीम में विश्व चैम्पियनशिप तक के लिए जगह मिली थी, लेकिन उनके करार को विस्तार नहीं दिया गया है।
साक्षी को महिलाओं की 62 किग्रा भार वर्ग में नाइजीरिया की अमीनत एडेनीयी से 7-10 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
साक्षी के साथ साथ सीमा बिसला (50 किलो भारवर्ग), किरण (76 किलो भारवर्ग) उन तीन पहलवानों में शामिल हैं, जिन्हें डब्ल्यूएफआई ने राष्ट्रीय कैम्प से निलंबित कर दिया था।
पंजाब को अपने पहले मैच में मुम्बई महारथी के हाथों 3-4 से हार का सामना करना पड़ा जबकि दिल्ली सुल्तांस की टीम एमपी योद्धा से हारी है।
भारतीय कुश्ती महासंघ ने स्टार पहलवानों सुशील कुमार और साक्षी मलिक को ग्रेड का अनुबंध देने को गलती करार देते हुए बुधवार को इन दोनों को ए ग्रेड में शामिल करने की घोषणा की।
इस साल राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली विनेश ने अपने छठे राष्ट्रीय खिताब की राह में शानदार प्रदर्शन किया और पूरे टूर्नामेंट के दौरान सिर्फ दो अंक गंवाए।
यहां जारी 18वें एशियाई खेलों में भारत की पदक की उम्मीद साक्षी मलिक कांस्य पदक भी जीतने में सफल नहीं हो पाईं।
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