8 फरवरी को गीता देवी धार्मिक और शैक्षिक सोसायटी में देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य अनुष्ठान हुआ। इस मौके पर साध्वी ऋतंभरा भी मौजूद रहीं, इस कार्यक्रम का अनुष्ठान 2 फरवरी से 8 फरवरी तक बड़े धूम धाम से आयोजित किया गया।
राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाली उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा समेत कई सारे नेता श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भावुक हो गए।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर अयोध्या कई लोग पहुंचे हैं। इस बीच साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी वहां पहुंची। दोनों की मुलाकात भी हुई। इस दौरान जब साध्वी ऋतंभरा ने उमा भारती को गले लगाया तो वो भावुक हो गईं। इसकी तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है।
राम मंदिर आंदोलन के दौरान सबसे आगे रहनेवाली संतों में से एक साध्वी ऋतंभरा ने इंडिया टीवी के खास शो 'आप की अदालत' में कहा कि अगर केंद्र जनसंख्या में "संतुलन" लाना चाहता है तो उसे सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए, नहीं तो हिंदू भी चार बच्चे पैदा करें।
नागपुर में एक कार्यक्रम के बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती थी। इससे बचने एक लिए उन्होंने कपड़े बदलकर ट्रेन से यात्रा की लेकिन सफ़र उन्हें किसी ने पहचान लिया। इसके बाद क्या हुआ? आप की अदालत में साध्वी ने सुनाया पूरा किस्सा-
Aap Ki Adalat Sadhvi Ritambhara: आप की अदालत के नए एपिसोड में साध्वी ऋतंभरा ने इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हिंदू समाज के सौहार्द और करुणा को कायरता समझना भूल है।
Aap Ki Adalat : 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने काशी की ज्ञानवापी और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के पत्थर गवाहियां दे रहे हैं और खुद अपनी कहानी कह रहे हैं।
Aap Ki Adalat Sadhvi Rithambara: साध्वी ऋतंभरा ने आप की अदालत के नए एपिसोड में रजत शर्मा के एक सवाल के जवाब में कहा कि काशी, मथुरा के मंदिर हमें सौहार्द से दे दें, हम बाकी के 30 हजार मंदिर नहीं मांगेंगे।
आप की अदालत में बढ़ती जनसंख्या पर बात करते हुए साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि आज देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून की बेहद आवश्यकता है। जनसंख्या नियंत्रण होने से देश की तमाम समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।
आप की अदालत में साध्वी ऋतंभरा ने भावुक होते हुए बताया कि राम मंदिर के लिए हजारों रामभक्तों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे। तत्कालीन सरकार ने जो कष्ट रामभक्तों को दिए, अब उसके बारे में सोचकर भी रूह कांप जाती है।
इंडिया टीवी के सुपरहिट शो 'आप की अदालत' में रामजन्मभूमि आंदोलन की बड़ी चेहरा साध्वी ऋतंभरा ने इस बात का खुलासा किया कि उन्हें अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने इस ठुकरा दिया था।
'आप की अदालत' में रामजन्मभूमि आंदोलन की बड़ी चेहरा साध्वी ऋतंभरा ने कई सारे मुद्दों पर खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर भी बड़ा दावा कर दिया। साध्वी ऋतंभरा ने तीसरी बार भी नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के संकेत दे दिए।
इंडिया टीवी के शो 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने काशी और मथुरा में भगवान शिव और कृष्ण के मंदिरों को लेकर चल रहे विवाद को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने इससे जुड़े आंदोलन को लेकर भी कई खुलासे किए।
इंडिया टीवी के सुपरहिट शो 'आप की अदालत' में रामजन्मभूमि आंदोलन की बड़ी चेहरा साध्वी ऋतंभरा ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर आड़े हाथों लिया।
Sadhvi Rithambara in Aap Ki Adalat: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अब दो दिन बचे हैं। इस बीच राम मंदिर आंदोलन के दौरान सबसे आगे रहनेवाली संतों में से एक साध्वी ऋतंभरा ने आज 'आप की अदालत' के कटघरे में हैं और रजत शर्मा के सवालों का सामना किया।
'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने बताया कि कैसे उन्हें प्रताड़ित किया जाता था,पूरे हिंदू समाज का मज़ाक उड़ाया जाता था, कैसे पुलिस हमेशा उनके पीछे पड़ी रहती थी और उन्हें भेष बदल-बदलकर जन जागरण की सभाओं में जाना पड़ता था।
राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक साध्वी ऋतंभरा 'आप की अदालत' के कटघरे से इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए नजर आएंगी।
साध्वी ऋतंभरा ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में कहा है कि राम आंदोलन को लेकर बहुत अपमान झेला है। देश-विदेश में आतंकी की तरह व्यवहार हुआ है। 8-10 घंटे तक एयरपोर्ट पर रोका जाता था। हमारे लीगल डॉक्यूमेंट जब्त कर लिए गए थे।
साध्वी ऋतंभरा ने कहा, देश को कुछ ऐसे लोग चाहिए, आप देखो संघ के कितने लाखों प्रचारक निकले। आज से 30-35 साल पहले, जिनमें से आज देश के प्रधानमंत्री भी हैं, जो देश के लिए अपना तन, मन, एक-एक पल समर्पित किए हुए हैं...तो आने वाले समय में भी इस धरती को बंजर नहीं होना चाहिए।
कोरोनाकाल में हर तरफ नकारात्मकता है। ऐसे में मानसिक तनाव का बढ़ना आम बात है। इंडिया टीवी के कॉन्क्लेव में कई बड़े आध्यात्मिक गुरुओं ने मानसिक शक्ति बढ़ाने को लेकर बातचीत की।
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