भोपाल से केवल साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ही नहीं, बल्कि इसी नाम की एक और महिला चुनाव लड़ रही थी, वो भी निर्दलीय और उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया था...
मालेगांव छोटे कारखानों का शहर है। यहां फैक्ट्री के अंदर भी काम चलता है और सड़क पर भी। यहां के फर्नीचर मार्केट के कामगारों के लिए नोटबंदी बड़ा मुद्दा है और फर्नीचर का कारोबार करने वालों के लिए जीएसटी भी जंजाल बना हुआ है।
“यह गुनाह की पराकाष्ठा थी। आपने सिर्फ संदेह के आधार पर एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया और नौ सालों तक उसे शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना दी। उन्हें जिस तनाव से गुजरना पड़ा उससे वह शारीरिक रूप से कमजोर और कैंसर से प्रभावित हो गईं।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा पिछले दिनों विवादित ढाचा ढहाए जाने और महाराष्ट्र के आतंकियों की गोली से शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे पर की गई टिप्पणी से भाजपा की नेत्री फातिमा सिद्दीकी नाराज हैं।
मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ महाराष्ट्र के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी रियाजुद्दीन देशमुख बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए हैं।
भोपाल लोकसभा सीट की भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (49) के पास मात्र 4,44,224 रुपये की संपत्ति है, जिसमें चांदी की जड़ी हुई राम नाम की ईंट, चांदी का कमण्डल एवं सोने-चांदी के आभूषण शामिल हैं।
चुनाव लड़ने के साध्वी प्रज्ञा के अधिकार पर दलील देते हुए उनके वकील ने कोर्ट में कहा कि वह यह बताने के लिए चुनाव लड़ रही हैं कि देश में हिंदू आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि साध्वी देश और विचारधारा के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर नामांकन भरा।
प्रज्ञा ठाकुर मंगलवार को समर्थकों के साथ रैली निकालकर एक बार फिर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर दोबारा नामांकन पत्र जमा करेंगी।
बाबरी मस्जिद पर विवादित बयान देने के मामले में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुलिस ने भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ सोमवार को एफआईआर दर्ज की।
बसपा प्रमुख ने इससे पहले प्रचार से बैन किए जाने के बाद चुनाव आयोग पर जातिगत भावना से काम करने का आरोप लगाया था।
मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए तत्कालीन एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के दो दिन बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शनिवार शाम अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर विवादित बयान दे दिया है।
दिग्विजय भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं और उनके खिलाफ भाजपा ने मालेगांव बम धमाकों की आरोपी एवं कट्टर हिन्दूवादी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को खड़ा किया है।
26/11 आतंकी हमले में शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देने के आरोप में चुनाव आयोग साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को नोटिस दिया है।
2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले की मुख्य आरोपी प्रज्ञा ने आरोप लगाया है कि करकरे ने उन्हें मामले में गलत तरीके से फंसाया। करकरे इस मामले की जांच कर रहे थे जिसमें छह लोग मारे गए थे और सौ से अधिक घायल हुए थे।
मुस्लिम वोटर्स खुलकर कांग्रेस का पक्ष लेते दिख रहे हैं तो वहीं हिंदुओं में बीजेपी की साध्वी के लिए ध्रुवीकरण दिख रहा है। दरअसल, कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी सिरदर्दी यही है। यहां का समीकरण ऐसा है जिसने 30 साल से इस सीट को बीजेपी के लिए सबसे सुरक्षित बना रखा है।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मेरे बयान से मैं दुश्मन को बल मिलता है तो मैं अपना बयान वापस लेती हूं। साध्वी ने कहा कि करकरे पर मेरा बयान बिल्कुल निजी है क्योंकी पीड़ा भी मैनें सही, उन्होंने कहा कि यह बयान बिल्कुल मेरा निजी बयान था
मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा शहीद हेमंत करकरे के खिलाफ की गई टिप्पणी से भाजपा ने किनारा कर लिया है।
भोपाल में साध्वी ने कहा कि मैंने हेमंत करकरे से कहा था कि तुमने मुझे इतनी यातनाएं दीं कि तेरा सर्वनाश होगा। गिरफ्तारी के ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने उनका अंत कर दिया।
पूनावाला ने कहा कि महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी स्क्वाड ने साध्वी को 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में 'मुख्य साजिशकर्ता' के रूप में आरोपित किया था। इस विस्फोट में छह लोग मारे गए थे।
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