भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को हिरासत में लिए जाने का भी भाजपा विरोध कर रही है। वहीं जयपुर की सड़कों पर हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता इंसाफ की मांग कर रहे हैं। बता दें कि एक वीरांगना से मिलने पहुंची भाजपा सांसद रंजीता कोली के साथ भी पुलिस ने बदसलूकी की।
पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए टोंक में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि वीरांगनाओं के मामले को संवेदनशीलता के साथ सुना जाना चाहिए।
कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने सचिन पायलट तो सीएम बनाने को लेकर एक बयान दिया है, जिस कारण ये चर्चा फिर से उठी है।
कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि रायपुर में कांग्रेस अधिवेशन के बाद राजस्थान में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है। हम चाहते हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें।
प्रधानमंत्री मोदी आज जिस जगह पर आए थे वह मीणा और गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र है। आम जनता और कांग्रेस के नेता पीएम का स्वागत तो कर रहे थे लेकिन ईआरसीपी (Eastern Rajasthan Canal Project) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग भी उठा रहे थे।
हाल ही में जहां गहलोत ने अपने एक वीडियो में पायलट को पार्टी में बड़ा कोरोना करार दिया, वहीं पायलट ने पेपर लीक को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए।
सचिन पायलट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह राजस्थानी पगड़ी बांधते हुए नजर आ रहे हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को जवाब देते हुए कहा कि राज्य में कांग्रेस की 2018 में सत्ता में वापसी उनके पिछले कार्यकाल में किए गए काम के कारण हुई।
सचिन पायलट ने कहा कि व्यक्तिगत आलोचना करना, गाली देना और कठोर शब्द बोलना बहुत आसान है, और 32 दांतों के पीछे बिना हड्डी वाली जीभ का संतुलन और इस्तेमाल करना आना बहुत जरूरी है।
पायलट ने कहा राजनीति पर पटखनी देना चलता है लेकिन अपमान कर देना ठीक नहीं है। पायलट ने कहा-'मेरे बारे में क्या क्या नहीं बोला..आप लोग बताओ क्या क्या नहीं बोला. इज़्ज़त दोगे तो इज़्ज़त मिलेगी।'
''आप सही कह रहे हैं..पर अब मिलना शुरू हो गया है, पिछले सोमवार को मिला था। हुआ ये था कि हमारी पार्टी के अंदर कोरोना पहले आया और फिर बड़ा 'कोरोना' आ गया।''
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पेपर लीक के बहाने सीएम अशोक गहलोत पर अटैक किया है।
पायलट पिछले दो दिनों से पेपर लीक की घटनाओं को लेकर अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि पेपर लीक में शामिल बड़े 'सरगनाओं' को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
नागौर की किसान रैली में सचिन पायलट का पूरा फोकस नौजवानों और किसानों पर ही था, तो वहीं निशाना बीजेपी पर था, लेकिन इशारों इशारों में सचिन पायलट ने पेपर लीक केस के बहाने अशोक गहलोत की सरकार को भी घेरा।
माना जा रहा है कि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान को समझाने की कोशिश कर रहे है कि अगर पार्टी को राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करनी है तो जल्द ही बदलाव लाना होगा।
अपने तीसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री होने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा, मैं जानता हूं कि आज मैं मुख्यमंत्री हूं, अगर छत्तीसों कौम मुझसे प्यार नहीं करतीं, मुझे आशीर्वाद नहीं देतीं, तो मुझे कैसे मुख्यमंत्री बनाया जाता 3-3 बार...।
सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वापस आएंगे या नहीं? पिछले कई महीनों से यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। इस सवाल को लेकर नेताओं की अगली भूमिका पर राजनीतिक फुसफुसाहट बनी हुई है जो वर्तमान में केवल विधायक पदों पर काबिज हैं।
राजस्थान के दौसा से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में 'हमारा सीएम कैसा हो? सचिन पायलट जैसा हो के नारे लगे। इन नारों के लगने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। गौरतलब है कि सीएम पद को लेकर अशोक गहलोत और पायलट के समर्थक अक्सर नारेबाजी करते दिखाई दे चुके हैं।
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि यह एक राजनीतिक यात्रा नहीं है, यह एक देश को, समाज को जोड़ने की और समाज में जो आक्रोश और कड़वाहट पैदा हुई है, उसे निकालकर लोगों को एकसाथ जोड़ने की एक मुहिम है।
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