पायलट और उनके साथी मंत्रियों की छुट्टी करके कांग्रेस आला कमान यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि पार्टी में नेता के खिलाफ बग़ावत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पर सवाल ये है कि अगर पायलट अपने 18 या 20 विधायकों के साथ पार्टी छोड़कर चले भी जाएंगे, तो क्या मुख्यमंत्री गहलोत की कुर्सी सलामत रहेगी ?
कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कहा कि सचिन पायलट दिग्भ्रमित होकर भाजपा के जाल में उलझ गए और कांग्रेस की सरकार गिराने की साजिश में शामिल हो गए।
राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पुनिया ने प्रदेश के पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
सचिन पायलट पर कांग्रेस पार्टी के एक्शन के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की और उन्हें वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति से अवगत कराया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने कहा कि ये षड्यंत्र पिछले 6 महीने से चल रहा था और इन सबके पीछे बीजेपी का हाथ है।
सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस पद से छुट्टी होने के बाद अपना ट्विटर प्रोफाइल भी बदल लिया है।
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट का बड़ा बयान सामने आया है। सचिन पायलट ने कांग्रेस पार्टी द्वारा लिए गए एक्शन पर बोले कि सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।
35 वर्षीय गणेश घोघरा डूंगरपुर से विधायक हैं।
राजस्थान में जारी सियासी संकट की पृष्ठभूमि में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि राजनीति में युवा नेतृत्व की उपेक्षा नहीं होनी चाहिये और भाजपा ने इस विषय में सोचना शुरू कर दिया है।
1 अक्टूबर 1964 को जन्मे गोविंद सिंह डोटासरा सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ सीट से विधायक हैं।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सचिन पायलट राहुल गांधी के लिए खतरा बन रहे थे।
सचिन पायलट के अलावा उनका साथ देने वाले सभी विधायकों और मंत्रियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। हालांकि सचिन पायलट को अभी उपमुख्यमंत्री पद और पार्टी अध्यक्ष पद से हटाया गया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी से उनकी सदस्यता रद्द नहीं की गई है।
राजस्थान में बगावत करने वाले सचिन पायलट पर कांग्रेस अब कार्रवाई करने जा रही है। कांग्रेस ने कहा है कि जो भी विधायक आज विधायकल दल की बैठक में नहीं आए हैं उनपर एक्शन लिया जाएगा।
राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कांग्रेस को लेकर तंज कसा है।
बीजेपी राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया आज पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मिलने उनके भोपाल स्थित आवास पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने उमा भारती से आशीर्वाद लिया। उमा भारती खुद ही गेट पर उनका स्वागत करने आई थीं।
इस बीच कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक आज सुबह होगी। पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि नाराज चल रहे उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और अन्य कई विधायक इसमें शामिल होंगे।
जयपुर के फेयरमाउंट होटल में अपने तय समय से काफी देर बाद शुरू हुई कांग्रेस विधायकों की बैठक।
राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक को भाजपा ने कांग्रेस का ‘‘अंदरूनी मसला’’ बताने के साथ-साथ सोमवार को यह भी कहा कि विधायकों की गिनती के लिए सड़क, रिजॉर्ट या होटल नहीं बल्कि विधानसभा उपयुक्त स्थान है।
रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कल सुबह 10 बजे कांग्रेस के विधायकों की बैठक होगी। उन्होंने बताया कि हमने सचिन पायलट और सभी विधायकों को चिट्ठी लिखकर बैठक में आने के लिए कहा है।
मुकेश भाकर ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी। वो हमें मंजूर नहीं।, उन्होंने ट्वीट में लिखा, "जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है, उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है।"
उन्होंने कहा कि राज्य में इस कांग्रेस सरकार की बुनियाद अंतर्कलह एवं अंतरविरोध है और मौजूदा घटनाक्रम से कांग्रेस की फूट भी उजागर हो गयी है। पूनियां ने गहलोत सरकार पर अपने वादों पर खरा नहीं उतरने का भी आरोप लगाया।
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