कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, बंपर जीत के दावे किए जा रहे हैं लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव से पहले ही बैकफुट पर है। सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
Rajsthan Latest News: कांग्रेस नेता सचिन पायलट की आज से जनसंघर्ष पदयात्रा की शुरुआत... अजमेर शरीफ़ से जयपुर तक करेंगे 125 किलोमीटर लंबी यात्रा. कांग्रेस नेता सचिन पायलट की आज से जनसंघर्ष पदयात्रा की शुरुआत... अजमेर शरीफ़ से जयपुर तक करेंगे 125 किलोमीटर लंबी यात्रा
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने अशोक गहलतो पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा सच यह है कि गहलोत जी की न अब गांधी परिवार सुन रहा और न ही उनके विधायक। पायलट बगावती हैं सो अलग।
गहलोत-पायलट के बीच जारी खींचतान पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का नुकसान राजस्थान को भी उठाना पड़ रहा है। यहां कुर्सी लूटने व कुर्सी बचाने का खेल चल रहा है।
अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में सरकार बचाने के पीछे बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का हाथ है। गहलोत के इस बयान को लेकर सचिन पायलट आज आग बबूला दिखे।
अशोक गहलोत के दावे से राजस्थान की सियासत में हड़कंप मच गया है। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार 2020 के राजनीतिक संकट से बच गई क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक कैलाश मेघवाल ने उनकी सरकार को गिराने के ‘षडयंत्र’ का समर्थन नहीं किया।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह बडे़ नेताओं का शगूफा है आपस में कि किस तरह से पायलट को दरकिनार किया जाये।
सचिन पायलट पिछले सप्ताह जयपुर में धरने पर बैठे थे। वह वसुंधरा राजे सरकार के दौरान भ्रष्टाचार में कथित रूप से शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसे ‘पार्टी विरोधी गतिविधि’ करार दिया।
अशोक गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंप पर हमला बोलते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि अगर आपको कैंप लगाना ही है तो भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाओ। इससे महंगाई अपने आप ही कम हो जाएगी।
सचिन पायलट शाम को करीब 5 बजे परिजनों से मुलाकात करने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल सहित अन्य नेता मौजूद रहे। वहीं पायलट ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि हम लोग आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी विधायकों के साथ वन-टू-वन संवाद कर रहे हैं ताकि चुनाव से पहले कांग्रेस अपनी पकड़ को मजबूत कर सके। हालांकि सचिन पायलट का नहीं आना चर्चा का विषय बना हुआ है।
वैसे तो अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जंग पिछले कई वर्षों से चल रही है लेकिन 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने एक ऐसा दांव चला, जिससे कांग्रेस पार्टी और गहलोत सरकार ही मुश्किल में आ गई। इसे लेकर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया है।
डूंगरपुर में आयोजित भागवत कथा कार्यक्रम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मंच साझा करते हुए इशारों में कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर हमला किया और कहा कि अधर्मी को कभी राजयोग नहीं मिलता।
सचिन पायलट के खिलाफ अभी कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। पार्टी आलाकमान नहीं चाहता कि कोई ऐसा फैसला लिया जाए, जिससे उन्हें आगामी विधानसभा कौर लोकसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़े।
अतीक को करीब दो हफ्ते पहले उमेश पाल की किडनैपिंग के केस में पेशी के लिए प्रयागराज इसी तरह लाया गया था।
सचिन पायलट 11 अप्रैल को जयपुर के शहीद स्मारक पर ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्ये सिंधिया के कथित भ्रष्टाचार के आरोपो की जांच करवाने के लिए अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ 1 दिन के अनशन पर बैठ गए।
कांग्रेस शासित एक और राज्य है छत्तीसगढ़, जहां गाहे-बगाहे अंदरखाने खींचतान की खबरें आती रहती हैं। यहां पर यही कहा जाता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के कद्दावर मंत्री टी.एस. सिंहदेव के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है।
सचिन पायलट ने जयपुर में शहीद स्मारक पर पूर्वाह्न 11 बजे से शाम चार बजे तक पांच घंटे अनशन किया। इसके बाद पायलट ने संवाददाताओं से कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।
सीएम गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर लंबे समय से खींचतान जारी है। साल 2020 में पायलट ने कुछ और विधायकों के साथ गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।
माफिया Atique Ahmed की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पहले Umesh Pal Kidnapping Case में उसे उम्रकैद की सजा मिली, फिर साबरमती जेल में उसका बैरक बदल दिया गया और अब उमेश पाल केस में उसके खिलाफ वारंट-बी जारी किया गया है.
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