राजस्थान में अब जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लिहाजा कांग्रेस अलाकमान अब सचिन पायलट को साधने की जुगत में लग गई है। यही वजह है कि सचिन पायलट को कल अचानक देर शाम दिल्ली बुलाया गया है।
राजस्थान चुनाव से पहले भाजपा जाट शेखावटी के बड़े जाट नेता सुभाष महरिया, मीणा समाज के गोपाल मीणा (रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी) और पीआर मीणा (रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी) को साधने में लग चुकी है।
गहलोत और पायलट के समर्थकों ने गुरुवार को AICC सचिव और राजस्थान सह-प्रभारी अमृता धवन के दौरे से पहले अजमेर में मारपीट की।
प्रदेश कांग्रेस में इस समय कई गुटों में बंटी हुई है और सचिन पायलट का गुट तो अशोक गहलोत के खिलाफ बगावती गुट अपनाए हुए है। कांग्रेस इस मुद्दे का समाधान करती उससे पहले उसे बड़ा झटका लगा है।
संयम लोढ़ा ने कहा कि वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार के जिन मुद्दों का जिक्र पायलट कर रहे हैं, उन्हें मैंने पूरे 5 साल उठाया लेकिन तब वह या उनकी टीम का कोई आदमी हमारे साथ खड़ा नहीं हुआ।
सचिन पायलट के बेहद करीबी माने जाने वाले चाकसू से कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के खिलाफ बजाज नगर थाने में धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज करवाया गया है।
राजस्थान कांग्रेस में संकट गहरता जा रहा है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत और पार्टी हाईकमान को 30 मई तक का अल्टीमेटम दे दिया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने आप को ही ललकारा है। कांग्रेस एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे हैं और कंधा हमारा इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता, डॉ सुबोध अग्रवाल, शुभ्रा सिंह, कुंजी लाल मीणा, आलोक गुप्ता, दिनेश कुमार समेत कई अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है।
सचिन पायलट ने अब अशोक गहलोत के खिलाफ सीधा रण छेड़ दिया है। आज जन संघर्ष यात्रा के अंतिम दिन उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने 15 दिनों में हमारी मांग नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।
Sachin Pilot News: कर्नाटक कांग्रेस में सीएम पद की लड़ाई चल रही है. तो राजस्थान कांग्रेस में भी कलह जारी है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ़ सचिन पायलट की जनसंघर्ष पदयात्रा का आज अंतिम दिन है.
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पदयात्रा निकाल रहे हैं। इस दौरान सोमवार को कांग्रेस नेता ने गहलोत सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि राज्य सरकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
चुनाव में बस 6 महीने बचे हैं और राजस्थान कांग्रेस की जंग खुल कर सामने आ गयी है। आलाकमान का रुख बता रहा है कि वो फिलहाल अशोक गहलोत के साथ है...जबकि सचिन पायलट अब और इंतजार के मूड में नहीं हैं।
Rajasthan Political Crisis: गहलोत से अदावत..बगावत पथ पर पायलट! |
Gajendra Singh Shekhawat ने Congress नेता Sachin Pilot के समर्थन में कह दी बड़ी बात
सचिन पायलट अपने हजारों समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ 15 मई तक पदयात्रा पर हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पायलट की तारीफ करते हुए सीएम गहलोत पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के विधायक और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दे और युवाओं की समस्याएं हमें प्रभावित करते हैं।
कहने को तो पायलट की ये पदयात्रा राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन के लिए है लेकिन इस यात्रा के निशाने पर सीधे-सीधे अशोक गहलोत हैं। कर्नाटक के एग्जिट पोल में कांग्रेस की सत्ता वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में आपसी कलह से कांग्रेस चुनाव रिजल्ट से पहले ही बैकफुट पर है।
Jan Sangharsh Yatra: आज कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने अजमेर से अपनी पदयात्रा की शुरुआत कर दी. लेकिन खास बात ये है कि सचिन की पदयात्रा में न तो कांग्रेस का झंडा है, न कांग्रेस का नाम है, न कांग्रेस का निशान है, न सोनिया गांधी, राहुल गांधी या मल्लिकारजुन खरगे की तस्वीर है.
सचिन पायलट ने कहा कि हम जनता के बीच में जाकर उनका समर्थन ले रहे हैं और वह चाहते हैं कि राजस्थान में एक नया आगाज हो और जो भ्रष्टाचार दीमक की तरह प्रदेश को खा रहा है उससे छुटकारा मिले।
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