राजस्थान में काम करने को लेकर सचिन पायलट ने मंत्र बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी की सलाह के मुताबिक राजस्थान में "माफ करो, भूल जाओ, आगे बढ़ो" के मंत्र के साथ काम कर रहे हैं।
टोंक विधानसभा सीट पर कांग्रेस के कई नेता बागी हो गए। ऐसे में सचिन पायलट डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं। इसी बीच बसपा प्रत्याशी अशोक बैरवा ने कांग्रेस का समर्थन किया है।
राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट से हाल ही में सचिन पायलट ने अपना नामांकन दाखिल किया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर विशाल जनसमूह वाली एक फोटो वायरल होने लगी और दावा किया गया कि ये पायलट के रोडशो की है। जब इसका हमने फैक्ट चेक किया तो फोटो 5 साल पुरानी निकली और दावा गलत साबित हुआ।
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साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच को 190 रनों से जीता। इस मुकाबले में मिली जीत के साथ ही अंक तालिका में भी काफी बदलाव हुए हैं। खास बात ये रही कि इस मैच के रिजल्ट ने सिर्फ टॉप 4 टीमों को प्वॉइंट्स टेबल पर असर डाला है।
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अगले महीने होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 56 उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस की इस नई लिस्ट में कई मौजूदा विधायकों को जगह दी गई है। हालांकि, इस लिस्ट से भी शांति धारिवाल का नाम गायब है।
कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा का रिश्ता टूट गया है। सचिन ने अपने चुनावी हलफनामे में खुद को तलाकशुदा बताया है। इसके बाद से उनकी लव स्टोरी चर्चा में है, जिसके लिए सचिन और सारा ने काफी मुश्किलें उठाई थीं।
राजस्थान की सियासत में एक खबर बहुत चर्चा में है। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा पायलट का तलाक हो चुका है। इस बात का खुलासा चुनावी एफिडेविट से हुआ है।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि बुलेट पर कौन बैठेगा और कॉकपिट में कौन बैठेगा, इसका फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा।
प्रवर्तन निदेशालय ने ममता सरकार में मंत्री ज्योतिप्रिया मल्लिक के ठिकानों पर छापा मारा है। बताया जा रहा है कि ये छापेमारी राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में की गई है। हाल ही में गिरफ्तार बकीबुर रहमान ममता सरकार में मंत्री ज्योतिप्रिया का करीबी बताया जाता है।
सचिन पायलट के नामांकन दाखिल करने की तारीख का ऐलान हो गया है। वह टोंक विधानसभा सीट से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। नामांकन रैली को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस दौरान कांग्रेस के कई दिग्गज नेता इसमें में शामिल होंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्होंने सचिन पायलट के समर्थकों को टिकट देने का विरोध नहीं किया है। इस बयान पर अब सचिन पायलट की भी प्रतिक्रिया आई है जिसमें उन्होंने कहा कि कभी किसी जीतने योग्य उम्मीदवार का उन्होंने विरोध नहीं किया है।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में सभी दल एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पार्टी के लिए विधानसभा उम्मीदवारों को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है।
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कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आज राजस्थान के टोंक जिले में दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हैदराबाद में हुई CWC की बैठक पर और टोंक जिले से चुनाव लड़ने को लेकर जवाब दिया। इतना ही नहीं पायलट ने कांग्रेस में अनुशासनहीनता को लेकर भी प्रतिक्रिया दी।
बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर सचिन पायलट की बहन को उमर अब्दुल्ला की पत्नी बताते हुए उनके तलाक को लेकर फर्जी दावा किया जा रहा है।
सचिन पायलट से यह पूछा गया कि अतीत में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें 'निकम्मा', 'नकारा' और 'गद्दार' जैसे नामों से बुलाया था और क्या वह इन बातों को भूल चुके हैं। इस पर पायलट ने अब जवाब दिया है।
सचिन पायलट ने कहा, कांग्रेस पार्टी में कोई अशोक गहलोत गुट या सचिन पायलट गुट नहीं है। यह सब घर के है। मैं इस वक्त कह देता हूं कि जो भी उम्मीदवार है, जो भी प्रतिनिधि है वह सब हमारे गुट के हैं और यह हो सकता है कि किसी भी गुट के नहीं है।
सियासी जानकारों का कहना है कि कद के हिसाब से सचिन पायलट कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष बनाए जा सकते थे लेकिन यह जिम्मेदारी गोविंद राम मेघवाल को दी गई है।
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