माना जा रहा है कि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान को समझाने की कोशिश कर रहे है कि अगर पार्टी को राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करनी है तो जल्द ही बदलाव लाना होगा।
Rajasthan में एक बार फिर सीएम फेस को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच Rajasthan के CM Ashok Gehlot के एक बयान ने सियासी पारा गर्म कर दिया है। Ashok Gehlot ने नाम लिए बिना Sachin Pilot पर निशाना साधा है। #AshokGehlot #SachinPilot
अपने तीसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री होने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा, मैं जानता हूं कि आज मैं मुख्यमंत्री हूं, अगर छत्तीसों कौम मुझसे प्यार नहीं करतीं, मुझे आशीर्वाद नहीं देतीं, तो मुझे कैसे मुख्यमंत्री बनाया जाता 3-3 बार...।
सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वापस आएंगे या नहीं? पिछले कई महीनों से यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। इस सवाल को लेकर नेताओं की अगली भूमिका पर राजनीतिक फुसफुसाहट बनी हुई है जो वर्तमान में केवल विधायक पदों पर काबिज हैं।
राजस्थान के दौसा से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में 'हमारा सीएम कैसा हो? सचिन पायलट जैसा हो के नारे लगे। इन नारों के लगने से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। गौरतलब है कि सीएम पद को लेकर अशोक गहलोत और पायलट के समर्थक अक्सर नारेबाजी करते दिखाई दे चुके हैं।
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि यह एक राजनीतिक यात्रा नहीं है, यह एक देश को, समाज को जोड़ने की और समाज में जो आक्रोश और कड़वाहट पैदा हुई है, उसे निकालकर लोगों को एकसाथ जोड़ने की एक मुहिम है।
हिमाचल प्रदेश में नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट रविवार को एक ही विमान से गए और पार्टी ने जोर देकर कहा कि उसके 'सभी नेता एकजुट' हैं।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अब समय नहीं है कि आपस में बयानबाजी कर पार्टी को कमजोर किया जाए। हम आपस में लड़ेंगे तो भाजपा से मुकाबला कैसे करेंगे।
मंगलवार को मीडिया के सामने केसी वेणुगोपाल ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट का हाथ पकड़कर कहा, ‘‘यह राजस्थान कांग्रेस है।’’ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यहां पार्टी में सभी एकजुट हैं।
इस बैठक में अशोक गहलोत ने कहा कि उसके मायने ये भी थे कि हम लोगों के साथ हर कार्यकर्ता एसेट है। सब मिलकर यात्रा को भी कामयाब बनाएंगे। अगला चुनाव मुख्य मुद्दा है, वह हम जीतकर बताएंगे।
पायलट को गद्दार बताने संबंधी गहलोत के बयान पर राहुल ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं इसमें नहीं जाना नहीं चाहता कि किसने क्या कहा। दोनों नेता (गहलोत और पायलट) कांग्रेस की संपत्ति हैं। मैं आपको इसकी गारंटी दे सकता हूं कि इसका (बयानबाजी का) भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि राजस्थान कांग्रेस में चल रहे राजनीतिक घमासान के बारे में आलाकमान विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी सर्वोपरि है। पार्टी के हित में कड़े निर्णय लेना पड़े, तो वह भी लिए जा सकते हैं। जयराम रमेश यह बात इंदौर में कही।
राजस्थान में भारत जोड़ा यात्रा जल्द ही प्रवेश करेगी। इस यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से पहले कांग्रेस आलाकमान बड़ी टेंशन में है। टेंशन इस बात की है कि सूबे के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सामंजस्य का अभाव है।
गहलोत की बयानबाजी से कांग्रेस की भारी फजीहत के बीच जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, कांग्रेस के नेता बिना किसी डर के अपने मन की बात कहते हैं क्योंकि पार्टी आलाकमान तानाशाही के आधार पर कोई निर्णय नहीं लेता। कांग्रेस और भाजपा में यही फर्क है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस नेता सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कहे जाने को ‘अप्रत्याशित’ करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को दोनों नेताओं की जरूरत है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अगले हफ्ते राजस्थान में पहुंचने वाली है, उससे पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है।
राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक चल कर भारत जोड़ो का मंत्र दे रहे हैं लेकिन राजस्थान कांग्रेस में बढ़ती खाई को पाट नहीं पा रहे हैं। 6 दिसंबर को राहुल की यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने वाली है...लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गजों की आपसी लड़ाई थमती नहीं दिख रही।
सचिन पायलट से नोंक-झोंक के बीच अशोक गहलोत ने एक बार फिर से उन पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है- राज्य में सरकार गिराने के लिए भाजपा ने पायलट खेमे के प्रत्येक विधायक को 10 करोड़ रुपये भेजे थे। उनके इस आरोप को भाजपा ने सरासर गलत बताया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से एक बार फिर राजस्थान की सियासत में भूचाल आ सकता है। गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट को गद्दार कहा। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को सीएम नहीं बना सकते क्योंकि उन्होंने पार्टी के साथ गद्दारी की है।
गहलोत गुट के विधायकों द्वारा 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के कारण हुए राजनीतिक हंगामे के बाद गहलोत और पायलट पहली बार एक साथ दिखे। घटना के करीब दो महीने बाद दोनों एक ही जगह पर थे।
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