भगवान अय्यप्पा के मंदिर में अक्टूबर और नवंबर में मंदिर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों ने 10 से 50 वर्ष उम्र की 15 महिलाओं को प्रवेश करने से रोक दिया था, जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने 28 सितंबर के अपने आदेश में सभी उम्र वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति प्रदान की है।
केरल में भाजपा ने सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर की परंपरा और रीति रिवाजों को बचाने के लिए बृहस्पतिवार को यहां से एक रथ यात्रा शुरू की।
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश दिए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही सियासी संग्राम जारी है।
पुलिस ने दावा किया कि महिला के पति की जिद है कि उसे अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना करने दी जाए। इस मुद्दे पर केरल पुलिस विरोधाभासी बयान देती दिख रही है।
अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच, दो दिवसीय विशेष पूजा के लिए भगवान अयप्पा मंदिर के दरवाजे सोमवार को यहां खोल दिए गए। आशंका है कि मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश संबंधी उच्चतम न्यायालय के आदेश का विरोध करने वाले प्रदर्शन कर सकते हैं।
भगवान अयप्पा मंदिर के सोमवार शाम को मासिक पूजा के लिए खुलने के मद्देनजर सबरीमला में और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है।
पम्बा, निलक्कल, इलावुंगल और सन्निधानम में शनिवार की मध्य रात्रि से 72 घंटे के लिए सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
पिछले महीने जब मंदिर पांच दिनों के लिए मासिक पूजा के वास्ते खुला था तो इस अवसर की रिपोर्टिंग करने के लिए आई महिला पत्रकारों से बदसलूकी की गई थी।
सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे पर भाजपा सहित विभिन्न हिंदू संगठनों ने राज्य की वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ विरोध और तेज करने का निर्णय किया है।
केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल 3,345 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
स्मृती ईरानी ने कहा कि उन्हें मंदिर में पूजा का अधिकार है लेकिन मंदिर को दूषित करने का अधिकार नहीं है
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 13 नवंबर सुनवाई को करेगा।
सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश को लेकर हो रहे विरोध में शामिल एक्टविस्ट राहुल ईश्वर को जमानत मिल गई है
सुप्रीम कोर्ट सबरीमला मंदिर के फैसले को लेकर दायर पुनर्विचार याचिकाओं को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किये जाने की तारीख पर मंगलवार को निर्णय करेगा
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में तीर्थयात्रा का पहला चरण आज समाप्त हो गया। इसी के साथ मंदर के कपाट 1 महीने बंद हो गए हैं।
भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं ने सबरीमला मंदिर में रविवार को चार महिलाओं को प्रवेश करने से रोक दिया, वहीं प्रसिद्ध मंदिर में मासिक धर्म के उम्र वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर चल रहा गतिरोध आज पांचवें दिन भी जारी रहा।
तमिलनाडु की 50 वर्ष से कम उम्र की एक महिला के सबरीमला पहाड़ी चढ़ने की अफवाह के बाद सन्नीधानम के पास भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने तो यहां तक कह दिया है जिस तरह का तरीका बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय अपनाया गया था
सबरीमाला मंदिर के प्रवेश द्वार पर सैकड़ों भक्तों के भारी विरोध की वजह से केरल पुलिस के सुरक्षा घेरे में जा रही दोनों महिलाओं को शुक्रवार को भगवान अयप्पा मंदिर की यात्रा से लौटने को मजबूर होना पड़ा।
सबरीमाला मंदिर के प्रवेश द्वार पर सैकड़ों भक्तों के भारी विरोध की वजह से केरल पुलिस के सुरक्षा घेरे में जा रही दोनों महिलाओं को शुक्रवार को भगवान अयप्पा मंदिर की यात्रा से लौटने को मजबूर होना पड़ा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़