सबरीमला जाते समय इस बार मध्य नवम्बर से अब तक दिल का दौरा पड़ने से कम से कम 19 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जिनमें पड़ोसी राज्यों के श्रद्धालु भी शामिल थे।
केरल के सबरीमला में साल में दो महीने तक चलने वाले तीर्थाटन में इस बार पहले 28 दिनों में रविवार को राजस्व संग्रहण 104 करोड़ रुपये को पार कर गया। पिछले साल समान अवधि में 64 करोड़ रुपये राजस्व संग्रहण हुआ था।
भगवान अय्यपा के दर्शन के लिए कोच्ची पहुँची तृप्ति देसाई की टीम की एक महिला बिंदु पर खुद को अय्यपा भक्त कहने वाले एक शख्स श्रीनाथ ने हमला कर दिया। बिंदु जब कोच्ची पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुँची तब इस शख्स ने बिंदु के चेहरे पर स्प्रे मार दिया।
केरल के सबरीमला मंदिर में मंगलवार को करीब 32,000 श्रद्धालुओं ने भगवान अयप्पा के दर्शन किए।
केरल में स्थित सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के उच्चतम न्यायालय के फैसले पर पुनर्विचार के लिये दायर याचिकाओं पर सर्वोच्च अदालत बृहस्पतिवार को फैसला सुनायेगी।
केरल के सबरीमला मंदिर का संचालन करने वाले त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय में अपना रुख बदलते हुये कहा कि वह मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने संबंधी फैसले का समर्थन करता है।
गौरतलब है कि सबरीमाला मंदिर में पारंपरिक रूप से 10-50 साल की महिलाओं को मंदिर में एंट्री की अनुमति नहीं थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने लंबी सुनवाई के बाद 28 सितंबर को सभी उम्र की महिलाओं को एंट्री दिए जाने के पक्ष में फैसला सुनाया।
रजस्वला आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन के बाद, सबरीमला स्थित भगवान अय्यप्पा मंदिर के कपाट को दो महीने की वार्षिक तीर्थयात्रा सीजन के समापन पर रविवार को बंद कर दिया गया।
न्यायालय सदियों पुरानी परंपरा तोड़ते हुए मंदिर में दो जनवरी को प्रवेश करने वाली 42 वर्षीय बिंदु और 44 वर्षीय कनकदुर्गा की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। सबरीमला मंदिर में रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के पक्ष में शीर्ष अदालत के फैसले के बाद केरल में बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले हैं।
प्रदर्शनकारियों ने सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने की इच्छुक 2 महिलाओं को बुधवार को बीच मार्ग में ही रोक दिया।
केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने की पैरवी करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना रुख बदल लिया है।
तमिलनाडु के पुडुकोट्टई जिले के तिरुमयम कस्बे के पास रविवार को हुए एक सड़क हादसे में तेलंगाना के रहने वाले 10 सबरीमला श्रद्धालू मारे गए।
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खबर आग की तरह फैल गई और कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने राजमार्गों को बाधित किया जिसके कारण दुकानें एवं बाजार बंद करने पड़े। पुलिस ने कहा कि कई स्थानों पर सत्तारूढ माकपा के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई जिससे तनाव पैदा हो गया।
काले रंग के परिधान पहने रजस्वला वाली उम्र की दो महिलाओं ने हिन्दूवादी संगठनों की तमाम धमकियों की परवाह न करते हुए बुधवार तड़के भगवान अयप्पा के सबरीमला मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा तोड़ दीं। इस घटना के बाद भाजपा और हिन्दूवादी संगठनों ने केरल में हिंसक प्रदर्शन किया।
बता दें कि 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री पर मंदिर की ओर से बैन है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था, मगर इसके बाद भी मंदिर ने यह बैन बरकरार रखा। हालांकि, बुधवार को पुलिस सूत्रों ने कहा कि 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं ने मंदिर में एंट्री ली है।
बताया जा रहा है कि बिंदु और कनकदुर्गा नाम की दो महिलाओं ने आधी रात को मंदिर की सीढ़ियां चढ़नी शुरू की और सुबह करीब 3.45 पर भगवान के दर्शन किए। दोनों महिलाओं के साथ साधारण कपड़ों में और यूनिफॉर्म में कुछ पुलिसकर्मी थे।
रजस्वला आयु वर्ग की 2 महिलाओं ने श्रद्धालुओं के कड़े विरोध के बाद सबरीमाला मंदिर में दर्शन किए बगैर ही वापस लौटना पड़ा।
केरल राज्य सचिवालय के सामने भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन स्थल के पास गुरुवार को 55 वर्षीय एक शख्स ने खुद को आग के हवाले कर दिया।
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन द्वारा कासरगोड से केरल की राजधानी तक एक जनवरी को प्रस्तावित 'महिला दीवार' नाम से विरोध प्रदर्शन की योजना पर कांग्रेस भड़क गई है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बुधवार को कहा कि वह सबरीमाला को अयोध्या नहीं बनने देंगे।
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