एलडीएफ के खराब प्रदर्शन का कारण माकपा और पिनरायी विजयन के खिलाफ हिंदू समुदाय का गुस्सा बताया जाता है।
केरल के सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर को 16 नवंबर को वार्षिक तीर्थयात्रा के लिये खोले जाने के बाद से तीर्थयात्रियों, पुलिसकर्मियों और मंदिर के कर्मचारियों समेत लगभग 39 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
केरल में वार्षिक मंडलम-मकरविलाक्कु सीजन के लिए सबरीमला स्थित भगवान अय्यप्पा मंदिर के खुलने में सिर्फ एक दिन रह गया है और ऐसे में केरल सरकार ने कहा है कि मंदिर में दर्शन की व्यवस्था के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
केरल के सबरीमाला मंदिर आज से खुल रहा है। आज शाम पांच बजे से सबरीमाला के दरवाजे लोगों के दर्शनों के लिए खुल जाएंगे जो 20 जनवरी तक खुला रहेगा।
सबरीमला विवाद को लेकर केरल में हिंसक घटनाओं का दौर जारी है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में दुकानों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। इसी बीच ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।
पंबा इलाके में तब तनाव उत्पन्न हो गया जब रविवार की सुबह 50 साल से कम उम्र की 11 महिलाओं के एक समूह ने भगवान अयप्पा मंदिर पहुंचने की कोशिश की।
सुबह एरुमेली पहुंचने के बाद एर्नाकुलम के चारों भक्तों ने साड़ी पहनी और सुरक्षा के बीच पंबा से सुबह आठ बजे मंदिर की तरफ चढ़ाई शुरू की।
रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश पर जारी गतिरोध के बीच तीन युवतियों ने सोमवर को अयप्पा मंदिर जाने की इच्छा जाहिर की।
उच्चतम न्यायालय सबरीमला पर पुनर्विचार के लिये दायर याचिकाओं पर खुले न्यायालय में 22 जनवरी को सुनवाई के लिये तैयार हो गया
सबरीमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के शीर्ष अदालत के 28 सितंबर के फैसले पर पुनर्विचार के लिये 48 याचिकायें दायर की गयी हैं
पुलिस ने दावा किया कि महिला के पति की जिद है कि उसे अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना करने दी जाए। इस मुद्दे पर केरल पुलिस विरोधाभासी बयान देती दिख रही है।
अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच, दो दिवसीय विशेष पूजा के लिए भगवान अयप्पा मंदिर के दरवाजे सोमवार को यहां खोल दिए गए। आशंका है कि मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश संबंधी उच्चतम न्यायालय के आदेश का विरोध करने वाले प्रदर्शन कर सकते हैं।
स्मृती ईरानी ने कहा कि उन्हें मंदिर में पूजा का अधिकार है लेकिन मंदिर को दूषित करने का अधिकार नहीं है
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 13 नवंबर सुनवाई को करेगा।
सबरीमाला संरक्षण समिति ने आज 12 घंटे राज्यव्यापी हड़ताल का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। बंद के कारण बसें और ऑटोरिक्शा सड़कों से नदारद रहे।
आदिवासियों ने यह भी कहा कि सबरीमला मंदिर और इससे जुड़ी जगहों पर जनजातीय समुदायों के कई अधिकार सरकारी अधिकारियों और मंदिर का प्रबंधन करने वाले टीडीबी के अधिकारियों द्वारा छीने जा रहे हैं।
उच्चतम न्यायालय ने 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने की सदियों पुरानी परंपरा पिछले महीने हटा दी थी और सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति दी थी।
सबरीमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को अनुमति देने के उसके फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिका पर तत्काल सुनवाई से मंगलवार को इनकार कर दिया
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