शिवसेना यूबीटी गुट के मुखपत्र सामना में केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया गया है। इस लेख में एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि की पीएम मोदी सरकार के दौरान रोजगार में कमी आई है और लोगों के तनख्वाह में भी कमी दर्ज की गई है।
देश में सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। खासकर टमाटर की महंगाई लोगों को रास नहीं आ रही है। इस मामले पर शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात की 182 में से 156 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस को मात्र 17 और AAP को सिर्फ 5 सीटों से संतोष करना पड़ा है। इसके साथ 4 सीटों पर अन्य ने जीत का परचम लहराया।
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में सोमवार को एक संपादकीय में कहा गया है कि पांच राज्यों में चुनाव के मद्देनजर हिजाब जैसे विवादित मुद्दे उठाए गए और अब चुनाव खत्म हो चुके हैं, तो इन मुद्दों को भी अलग रख दिया जाएगा।
सामना ने लिखा कि इसी प्रकार जब कांग्रेस सत्ता में थी तब जितिन प्रसाद को केंद्रीय मंत्री बनाया गया। हालांकि, वह बाद में बीजेपी में शामिल हो गए और उन्हें बीजेपी नीत उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया गया।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में राणे पर निशाना साधते हुए मंत्री की तुलना ‘कई छेद वाले गुब्बारे’ से की।
केंद्र सरकार ने हाल ही में सहकारिता के लिए एक नया मंत्रालय बनाया है, जो पहले कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में एक छोटा विभाग था। अमित शाह ने शनिवार को कहा कि सरकार सहकारी समितियों और सभी सहकारी संस्थानों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली में मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचल तेज होने के बीच शिवसेना ने कहा कि उसने राजनीतिक संबंधों की परवाह किये बगैर हमेशा व्यक्तिगत संबंधों को महत्व दिया है।
बिहार विधानसभा चुनावों में शिवसेना कहीं नहीं है और उसको मिले कुल वोट एक प्रतिशत का 20वां हिस्सा है लेकिन इसके बावजूद शिवसेना कह रही है कि बिहार में अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनते हैं तो इसका श्रेय उन्हें जाएगा।
पीएम मोदी के संबोधन पर कटाक्ष करते हुए ‘सामना’ में कहा गया है कि वह प्रमुख मुद्दों पर चुप रहे लेकिन उनका यह भाषण पिछले कुछ महीनों में दिए गए ‘सबसे अच्छे भाषणों में से एक’ था।
कंगना के दफ्तर पर बीएमसी द्वारा बुलडोजर चलाने बाद आज शिवसेना के मुखपत्र सामना ने 'उखाड़ दिया' की हेडिंग से अपनी लीड खबर बनाई है।
कांग्रेस में मचे घमासान पर शिवसेना नेता संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है। संजय राउत ने कहा कि एक पत्रकार और संपादक के तौर पर मुझे कांग्रेस में कोई गैर गांधी नेता पार्टी अध्यक्ष के तौर पर नहीं दिखता।
शिवसेना ने कांग्रेस पार्टी के उन 23 नेताओं पर तंज कसा है जिन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। शिवसेना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं द्वारा पूर्णकालिक पार्टी अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को लिखा गया पत्र राहुल गांधी के नेतृत्व को समाप्त करने की एक साजिश थी।
सुशांत केस को सीबीआई को सौंपने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बिहार के नेताओं की प्रतिक्रिया और वहां मनाए जा रहे जश्न पर सामना के संपादकीय में कटाक्ष किया गया है।
शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंच पर नफरत फैलाने वालों और देश को तोड़ने की बातें करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, भले ही वे किसी भी पार्टी से नाता रखते हों।
मेरा मानना है कि महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही है। मुंबई पुलिस एक सक्षम बल है और सच्चाई को सामने लाने की पूरी कोशिश कर रही है: सुशांत सिंह राजपूत मामले पर संजय राउत
नेपाल सशस्त्र पुलिस बल की तरफ से देश की सीमा पर हाल में की गई गोलीबारी पर बरसते हुये शिवसेना ने कहा कि नेपाली बंदूकों की नलियां तत्काल तोड़ दी जानी चाहिए नहीं तो ऐसे मामले हमेशा के लिए पाकिस्तान की तरह सिरदर्दी बन जायेंगे।
शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भरोसा जताया था कि कोविड-19 के खिलाफ जंग 21 दिनों में जीत ली जाएगी लेकिन अब 100 दिन से ऊपर हो गए हैं और संकट बना हुआ है।
शिवसेना ने सोमवार को कहा कि कानपुर मुठभेड़ ने ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ उत्तर प्रदेश सरकार की पोल खोल दी है और इस घटना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्य में गुंडई खत्म करने के दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर शिवसेना ने आरोप लगाया कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए गलवान घाटी संघर्ष में भारतीय सैनिकों द्वारा दिखाई गई वीरता का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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