वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वायुसेनाकर्मियों का कर्तव्य है कि युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहें और अल्पावधि नोटिस पर किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए युद्ध प्रणाली को तैयार रखें।
भारत-रूस के बीच आज एस 400 मिसाइल सौदे पर अमेरिकी दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों का मकसद रूस को दंडित करना है, न (न) कि अपने सहयोगियों की सैन्य क्षमता को नुकसान पहुंचाना।
आखिर अमेरिका की धमकी के बावजूद भारत के लिए एस 400 वायु प्रतिरक्षा प्रणाली सौदा क्यों जरूरी है आज हम आपको विस्तार में बताते है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की बैठक में S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर डील हो चुकी है
पुतिन की इस भारत यात्रा में जिस बात का सबसे ज्यादा जिक्र हो रहा है, वह है S-400 मिसाइल सिस्टम।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 अक्टूबर को भारत के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। पुतिन के इस भारत दौरे के दौरान एस-400 वायु रक्षा प्रणाली सौदे पर हस्ताक्षर होंगे।
भारत अरबों डॉलर के S-400 ट्रायम्फ मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम्स रूस से खरीदने के अंतिम चरण में पहुंच चुका है।
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