India Russia: करीब एक सप्ताह की न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करने के साथ-साथ कई देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने से महज कुछ घंटे पहले जयशंकर अपने रूसी समकक्ष से मिले थे।
Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘‘18वीं शताब्दी में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पूरे विश्व की जीडीपी का करीब एक चौथायी यानी लगभग 25 प्रतिशत हुआ करता था, लेकिन 20वीं सदी के मध्य तक उपनिवेशवाद के कारण हम विश्व के सबसे गरीब देशों में शुमार हो गए।
Cyprus controversy: तुर्की हमेशा भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए तैयार रहता है। कश्मीर के मुद्दे को लेकर तुर्की ने कई बार विवादित बयान दिया है।
संयुक्त राष्ट्र की 77वीं आम सभा के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी को भारी और मजबूत समर्थन मिल रहा है।
PM Modi called Jaishankar in midnight: वर्ष के 12 महीने काम करके कभी छुट्टी न लेने वाले पीएम मोदी रात में कितनी देर तक जागते हैं और कब सोते हैं, फिर कितने तड़के उठ जाते हैं.... यह सब बातें कम ही लोगों को पता होंगी। हालांकि यह बात अक्सर आपने सुना होगा कि पीएम मोदी केवल पांच से छह घंटा ही सोते हैं।
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने यूक्रेन के मुद्दे पर 15 सदस्यीय UNSC को संबोधित करते हुए कहा, “दंड से बचाव के विरुद्ध लड़ाई बड़े स्तर पर शांति और न्याय स्थापित करने के लिए अहम है।
IBSA Forum: भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन में मौजूदा संघर्ष और मानवीय संकट पर संयुक्त रूप से गंभीर चिंता जाहिर की और तत्काल युद्ध खत्म करने तथा लोकतंत्र के मार्ग पर चलने की अपनी अपील को दोहराया।
UK violence: लेस्टर और बर्मिंघम में भारतीय समुदाय को निशाना बनाकर हुई हिंसा की घटनाओं के बीच विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिये भारतीय उच्चायोग ब्रिटेन के सम्पर्क में है।
S Jaishankar: विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि भारत का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य नहीं होना केवल ‘‘हमारे लिए ही नहीं’’ बल्कि इस वैश्विक निकाय के लिए भी सही नहीं है और इसमें सुधार ‘‘बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था।’’
S Jaishankar: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तुर्किये के विदेश मंत्री मेवलेट कावुसोग्लू से साइप्रस के मुद्दे पर चर्चा की। दरअसल तुर्किये के राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाया था जिसके बाद विदेश मंत्री ने कावुसोग्लू से साइप्रस के मुद्दे पर चर्चा की।
S Jaishankar US Visit: जयशंकर ने बैठक के बाद ट्वीट किया, “भारत-यूएई-फ्रांस की एक उत्पादक पहली त्रिपक्षीय मंत्रिस्तरीय बैठक। रणनीतिक साझेदारों और यूएनएससी सदस्यों के बीच विचारों का सक्रिय आदान-प्रदान।”
UN General Assembly: संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सप्ताह यहां शुरू हो रहे उच्च स्तरीय सत्र में भारत मुख्य रूप से आतंकवाद पर अंकुश, शांति रक्षा, जलवायु परिवर्तन रोकने संबंधी कार्यक्रम और कोविड-19 टीके का समान वितरण जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
UN General Assembly session: इस सप्ताह से संयुक्त राष्ट्र महासभा का उच्च स्तरीय सत्र शुरू होने जा रहा है जिसमें आतंकवाद पर अंकुश, जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए कार्यक्रम और कोविड-19 टीके का समान वितरण अहम क्षेत्र हैं जिनपर भारत का मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित होगा।
S. Jaishankar visit Saudi Arabia: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का मजबूत दावेदार है।
Indo-Saudi Cooperation: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिया गया लिखित संदेश सौंपा।
Indo-Saudi Cooperation: भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक संबंधों के महत्व को रेखांकित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि सहयोग साझा विकास, समृद्धि, स्थिरता, सुरक्षा और विकास का वादा करता है।
S. Jaishankar in Saudi: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव नायफ फलाह मुबारक अल-हजरफ के साथ सार्थक बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और छह देशों के क्षेत्रीय संगठन जीसीसी के बीच परामर्श तंत्र को लेकर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
India Japan Relation: विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, ‘‘भारत-जापान के बीच मजबूत साझेदारी एक-दूसरे के लिए, हिंद-प्रशांत और वैश्विक व्यवस्था के लिए अच्छी है।’’
India Japan: भारत ने आक्रामक चीन को रोकने के एक स्पष्ट प्रयास के तहत ‘‘जवाबी हमले की क्षमताओं’’ सहित रक्षा बलों के विस्तार और आधुनिकीकरण की जापान की योजनाओं को भी अपना समर्थन दिया।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन युद्ध पर भारत के स्वतंत्र रुख और समझौतों का उल्लंघन करते हुए चीन की ओर से LAC के पास ‘सैनिकों की तैनाती’ किये जाने के बाद उसके (भारत के) दृढ़ रुख की पूरे विश्व ने सराहना की है।
संपादक की पसंद