इस्लामाबाद में एससीओ शिखर सम्मेलन का आज समापन हो गया। इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री ने एससीओ के अहम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। साथ ही भारत की ओर से 8 प्रमुख बिंदु प्रस्तुत किए गए।
एससीओ समिट में एस जयशंकर ने एससीओ परिषद के शासनाध्यक्षों की 23वीं बैठक को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय दृष्टिकोण से, हमारी अपनी वैश्विक पहल और राष्ट्रीय प्रयास भी SCO के लिए दृढ़ता से प्रासंगिक हैं।
इस्लामाबाद में एससीओ की मुख्य बैठक होने जा रही है। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एससीओ शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर डॉ एस जयशंकर का स्वागत किया है।
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान में है। एससीओ समिट के दूसरे दिन जयशंकर व्यापार और अर्थव्यवस्था को लेकर होने वाली वार्ता में भाग लेंगे।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों पाकिस्तान दौरे पर हैं। यहां उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात की।
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हो रहा है। भारत के विदेश मंत्र एस जयशंकर इसमें शामिल होंगे। चलिए आपको बताते हैं कि SCO समिट क्या है और भारत की इसमें भूमिका क्या है।
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आज पाकिस्तान जाएंगे। एससीओ समिट को लेकर इस्लामाबाद में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
करीब 9 सालों बाद कोई भारतीय विदेश मंत्री पाकिस्तान जा रहा है। इसके पहले दिसंबर 2015 में सुषमा स्वराज पाकिस्तान गई थीं। अगस्त में पाकिस्तान ने पीएम मोदी को एससीओ शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया था।
भारत के बंटवारे के बाद बंटवारे के बाद हिंदुओं के कई प्रसिद्ध और पवित्र मंदिर पाकिस्तान में रह गए। इनमें से कई मंदिरोें को नष्ट कर दिया गया तो वहीं, कई के हालात आज खराब हो चुके हैं।
भारत सरकार ने कनाडा की ट्रूडो सरकार को सबक सिखाया है। भारत सरकार ने ये फैसला लिया है कि वह कनाडा से उच्चायुक्त और अन्य लक्षित राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाएगी।
शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार को पाकिस्तान पहुंचेंगे। ऐसी सूचना है कि जयशंकर पाकिस्तान में 24 घंटे से भी कम समय रुकेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले हफ्ते पाकिस्तान के एससीओ शिखर वार्ता में भाग लेने इस्लामाबाद जा रहे हैं। जयशंकर को उनके बेबाक अंदाज के लिए जाना जाता है। ऐसे में पाकिस्तान भी जयशंकर की प्रतिक्रियाओं को लेकर बेहद सतर्क है।
पाकिस्तान में इसी महीने की 15 और 16 तारीख को शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक होनी है। भारत और पाकिस्तान के बीच इस दौरान द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी। अब इस मामले में पाकिस्तान का बयान भी सामने आ गया है।
एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया कि वह किम जोंग उन और जॉर्ज सोरोस में से किसके साथ डिनर करना पसंद करेंगे? इस पर उन्होंने ऐसा जवाब दिया कि लोग ठहाके लगाने लगे।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता भेजकर इमरान खान की पार्टी अब बैकफुट पर है। पार्टी ने अब ऐसा न्योता देने वाले नेता के बयान से अपना पीछा छुड़ा लिया है।
भारत के विदेश मंत्री फारूख अब्दुल्ला के पाकिस्तान दौरे को लेकर फारूख अब्दुल्ला ने बयान दिया है। फारूख अब्दुल्ला ने उम्मीद जताते हुए कहा कि मेरी प्रार्थना है कि दुश्मनी समाप्त होगी और दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्तों की शुरुआत होगी।
पाकिस्तान में 15 और 16 अक्टूबर को होने वाले संघाई सहयोग शिखर सम्मेलन का निमंत्रण भारत ने स्वीकार कर लिया है और विदेश मंत्री इसके लिए इस्लामाबाद जाएंगे। मगर अब पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी ने एक अलग तरीके का न्योता विदेश मंत्री को भेजकर सबको हैरान कर दिया है।
बीते कई सालों से जारी कूटनीतिक तवान के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पाकिस्तान जाने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक, वह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हो रही शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका यात्रा पर चीन की पैनी नजर है। भारत-श्रीलंका संबंधों को मजबूती देने के लिए जयशंकर आज ही कोलंबो पहुंचे हैं। श्रीलंका में नई सरकार के गठन के बाद यह उनकी पहली कोलंबो यात्रा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर न्यूयॉर्क में यूएई से लेकर सिंगापुर, उज्बेकिस्तान और डेनमार्क के समकक्षों से मुलाकात की। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बात की।
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