US Russia India: भारत यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए लगातार कूटनीति का रास्ता अपनाने की सलाह दे रहा है। भारत का कहना है कि संघर्ष का अंत बातचीत से ही संभव है।
India China Galwan Clash: लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस तरह की झड़प 40 साल के बाद हुई थी।
Jaishankar on Ukraine War:क्रीमिया में यूरोप का सबसे लंबा पुल विस्फोट से उड़ाए जाने के बाद से यूक्रेन और रूस में जंग फिर से काफी तेज हो गई है। बौखलाए पुतिन ने अब कीव के नागरिक ठिकानों और बुनियादी इमारतों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
India Australia: ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों का मानना है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को आर्थिक व रणनीतिक दोनों रूप से एक ‘नया आकार’ दिया जा रहा है।
India Russian Weapons: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत के पास सोवियत काल के रूस के हथियार ज्यादा हैं और इसके पीछे कई कारण हैं। उन्होंने इस दौरान बताया कि पश्चिमी देशों ने सैन्य तानाशाह को क्षेत्र में चुना था।
S. Jaishankar: ऑस्ट्रलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में एस. जयशंकर ने कहा कि रूस हमारा सबसे खास दोस्त है और हमारी दोस्ती काफी पुरानी है। रूसी हथियारों पर हमें पूरी भरोसा है क्योंकि एक समय था जब अमेरिका ने भारत के बजाय पाकिस्तान को हथियार देना सही समझा था।
Indo-Australia Relations:भारत और आस्ट्रेलिया के बीच अब संबंधों की एक नई इबारत लिखी जा रही है। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने सोमवार को यहां अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ बैठक की और दोनों देश संबंधों को विस्तार देने पर सहमत हुए हैं।
India On Fire Test:दुनिया में तेजी से बदलते सामरिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवेश में अचानक भारत की कूटनीति कठिन अग्निपरीक्षा के दौर से गुजरने लगी है। कुछ दिनों पहले तक जहां, भारत मौजूदा वैश्विक परिवेश में सबसे बेहतर स्थिति में था तो वहीं अब देश के सामने कई मुश्किल परिस्थितियां पैदा हो गई हैं।
S Jaishankar New Zealand Visit: विदेश मंत्री एस जयशंकर का पहला न्यूजीलैंड दौरा पूरा हो गया है। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न और विदेश मंत्री नानैया महुता से मुलाकात की है।
विदेशमंत्री जयशंकर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच प्रगाढ़ होते संबंधों के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जेसिंडा को श्रेय दिया।
Jaishankar In New Zeakand: आधिकारिक यात्रा पर न्यूजीलैंड आए जयशंकर ने कहा कि क्रिकेट के मैदान पर दोनों देशों के बीच सहयोग उदाहरण है जिसका अन्य देश अनुसरण कर सकते हैं।
India-New Zealand Relation: जयशंकर एक हफ्ते के न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को न्यूजीलैंड के अपने समकक्ष नानाया महुता के साथ बातचीत की और भारतीय छात्रों के सामने आने वाले वीजा से जुड़ी परेशानियों को उठाया।
Pakistan on Foreign Minister Statement: विदेश मंत्री ने कहा था, ‘किसी भी देश ने आतंकवाद को इतना समर्थन नहीं दिया है, जितना पाकिस्तान ने दिया है। आप दुनिया में हर जगह मुझे दिखा सकते हैं कि पाकिस्तान ने इतने सालों में भारत के खिलाफ क्या किया है।'
Pakistan News: पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने आतंकवाद रोधी अभियान से लेकर आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में अपनी भूमिका से विश्व शांति में योगदान दिया है, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्वीकार किया है।
S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर 5 से 11 अक्टूबर तक न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया की यात्रा पर जायेंगे जहां वे दोनों देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों की समीक्षा करेंगे तथा इसे और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे ।
Jaishakar Slams Pakistan: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि कोई दूसरा देश उस तरह का आतंकवाद नहीं फैलाता, जैसा पाकिस्तान करता है। कोई अन्य देश उस तरह से आतंकवाद का प्रसार नहीं करता, जैसा पाकिस्तान ने किया है।
Jayshankar on UN: यूक्रेन में रूस के जनमत संग्रह को लेकर अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मजबूत प्रस्ताव रखा है। हो सकता है कि अगले सप्ताह की शुरुआत में ही इस पर चर्चा हो और वोटिंग भी कराई जाए।
Jaishankar: विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार की आवश्यकता को हमेशा नकारा नहीं जा सकता है। वर्तमान में UNSC में पांच स्थाई सदस्य चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका हैं।
American Businessman: भारत और अमेरिका के रिश्ते को लेकर हमेशा कई तरह के सवाल किए जाते हैं। हाल ही में अमेरिका के यात्रा पर गए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि 2014 के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्ते में और मजबूती आई है।
PM Modi on Ukraine: जयशंकर ने कहा, “ऐसा नहीं है कि इसके बारे में हमने पहले कुछ नहीं कहा। हम इस युद्ध के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते रहे हैं। हम जल्द से जल्द इस लड़ाई को समाप्त करने और वार्ता और कूटनीतिक समाधान की जरूरत पर बल देते रहे हैं।”
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