विदेश मंत्री ने वर्षवार भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या का ब्योरा देते हुए बताया कि साल 2015 में 1,31,489 जबकि 2016 में 1,41,603 लोगों ने नागरिकता छोड़ी और 2017 में 1,33,049 लोगों ने नागरिकता छोड़ी।
चीन से लगी सीमा पर ड्रैगन की घेराबंदी करने के लिए भारत ने पिछले 8 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर का इतना बड़ा जाल बिछा दिया कि जिसे देखकर चीन भी दंग रह गया है। सीमा पर भारतीय सेना की सतर्कता और तैयारियों को देखकर घुसपैठ करने की चीन की हिम्मतें भी जवाब देने लगी हैं।
चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
भारत-चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) विवाद पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग चीन मुद्दे पर गलत जानकारी दे रहे हैं। ड्रैगन ने भारत की जमीन पर 1962 में कब्जा किया था।
जयशंकर का श्रीलंका जाना चीन को बेचैन कर गया, और अब तक मदद के नाम पर आंखें चुराने वाला ड्रैगन बड़ा खेल करने की फिराक में है।
S Jaishankar's Visit to Sri Lanka: आर्थिक बदहाली से मूर्छित हुए श्रीलंका को भारत से "संजीवनी बूटी" मिल गई है। श्रीलंका दौरे पर पहुंचे भारत के विदेशमंत्री ने अर्थव्यवस्था को संजीवनी देने के लिए वहां निवेश में प्रोत्साहन का ऐलान किया है।
India-UK News: ब्रिटेन ने कहा है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के इस बयान से चीन को मिर्ची लग गई है। ब्रिटेन से पहले अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया जैसे देशों ने भी भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।
PM Modi on S Jaishankar's Birthday: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत की विदेश नीति का लोहा मनवाने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक अंदाज के लिए लगातार मशहूर होते जा रहे हैं। उनका बेधड़क अंदाज पीएम मोदी को भी खूब भाता है।
मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ। इस सम्मेलन में प्रवासी भारतीय उद्योगपतियों के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्री भी जुटे। इस दौरान उद्योगपतियों ने इंदौर की स्वच्छता को निहारा, तो विदेशमंत्री जयशंकर ने इंदौर का लजीज पान चखा।
S Jaishankar at Pravasi Diwas Conference: यदि आप भी नौकरी, व्यवसाय या पढ़ाई के इरादे से विदेश जाना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। मोदी सरकार विदेशों में भारतीय लोगों के लिए बेहतर माहौल, सुरक्षा और संभवानाओं का द्वार खोलने के लिए कई देशों के साथ करार कर चुकी है। साथ ही दुनिया भर के देशों के साथ समांजस्य बिठा रही है।
पाकिस्तान को अक्सर ‘आतंकवाद का केंद्र’ बताने वाले जयशंकर ने दशकों से जारी आतंकवाद की निंदा नहीं करने के लिए यूरोपीय देशों की आलोचना की।
Jaishankar in Cyprus: विदेश मंत्री एस जयशंकर साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान ‘कोणार्क चक्र’ देखने गए जो दोनों देशों के बीच गहरी मित्रता का प्रतीक है। जयशंकर 29 से 31 दिसंबर तक साइप्रस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। दोनों देश अपने राजनयिक संबंध स्थापित होने की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
S Jaishankar in Cyprus: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर बृहस्पतिवार को साइप्रस की राजधानी निकोसिया पहुंच गए। भारत और साइप्रस संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के मौके पर वह निकोसिया पहुंचे हैं। एस. जयशंकर ने साइप्रस के अपने समकक्ष लोआनिस कासोउलिडेस से मुलाकात की।
S Jaishankar will visit Cyprus and Austria: विदेश मंत्री एस जयशंकर 29 दिसंबर से तीन जनवरी तक आधिकारिक यात्रा पर साइप्रस और आस्ट्रिया जायेंगे। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार जयशंकर 29 से 31 दिसंबर 2022 तक साइप्रस की यात्रा पर रहेंगे।
इस दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पनामा के विदेश मंत्री से मुलाकात भी की, लेकिन जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी से मिलने की बात आई तो उन्होंने फोन पर बात करके ही काम चला लिया।
G-20 Presidency Of India: भारत ने जी-20 की बैठकों को लेकर तैयारियां जोरशोर से शुरू कर दी हैं। इस दिशा में पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक करके सभी पार्टियों का सहयोग मांगा है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पार्टियों से कहा कि यह भारत के साख का सवाल है। दुनिया के सामने भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए जी-20 सुनहरा अवसर है।
Yearender 2022: इस साल कई ऐसे मौके आए जब भारत ने अपने राष्ट्र हितों को ध्यान में रखते हुए बीच का रास्ता अपनाया। इसमें ईरान विरोध प्रदर्शन और रूस यूक्रेन युद्ध जैसे मामले शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश में पड़ने वाले तवांग सेक्टर में चानी और भारतीय सेना के बीच हई झड़प के बाद सीमा पर तनाव का माहौल बना हुआ है। सीमा पर तनाव की स्थिति के साथ देश में राहुल के बयान पर बवाल भी मचा हुआ है, जिस पर अब विदेश मंत्री ने करारा जवाब दिया।
बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत के जवाब से पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिला गया है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का बयान वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने में नाकाम रहने पर उसकी हताशा को दर्शाता है।
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