पुर्तगाल में भारतीय समुदाय से मुलाकात के लिए वहां से प्रस्थान किया और लिस्बन में राधा कृष्ण मंदिर के सामने महात्मा गांधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। विदेश मंत्री ने तस्वीरों के साथ पोस्ट किया, ‘‘लिस्बन में बापू और कस्तूरबा गांधी को श्रद्धांजिल अर्पित की।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का निराधार आरोप लगाने के बाद भारत के सख्त रुख से कनाडा की हवा खराब हो गई है। कनाडा अब भारत की ताकत को देखते हुए दोबारा अपने संबंध बहाल करना चाहता है। पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इसके लिए अपनी विदेश मंत्री मेलानी जॉली को मोर्चे पर लगाया है। जॉली ने कहा-वह जयशंकर के संपर्क में हैं।
कतर में 8 भारतीयों को मौत की अचानक सजा सुनाए जाने से भारतीय विदेश मंत्रालय में खलबली मची है। इन आठों पूर्व अधिकारियों के परिवारीजन भी हैरान हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसीलिए आठों भारतीय नागरिकों के परिवारीजनों से मिलकर उन्हें हर संभव कानूनी मदद का ऐलान किया है।
किर्गिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन का नाम लिए बिना उसे खूब खरी-खोटी सुनाई है। भारत ने चीन की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रत्येक देश को एक दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा। अंतरराष्ट्रीय नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
। विदेश मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर एससीओ सदस्य देशों के अपने अन्य समकक्षों के साथ ही किर्गिस्तान के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात करेंगे। एससीओ समूह में चीन, भारत, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। जून 2001 में शंघाई में स्थापित, एससीओ एक अंतरसरकारी संगठन है।
सिंगापुर के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बातचीत की है। वह सिंगापुर के राष्ट्रपति षणमुगारत्नम से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने आसियान देशों के क्षेत्रीय राजदूतों के सम्मेलन की इस दौरान अध्यक्षता भी की। भारत ने सिंगापुर के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में अवसर तलाशा।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों वियतनाम की 4 दिवसीय यात्रा पर हैं। भारत-वियतनाम के कूटनीतिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने पीएम मोदी की ओर से वियतनाम को बधाई दी। एस जयशंकर ने अपने समकक्ष बुई थान सोन के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, व्यापार और ऊर्जा के मसले पर अहम बैठक भी की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को वियतनाम के 4 दिवसीय दौरे पर पहुंच गए हैं। यहां की यात्रा के बाद वह 2 दिन के लिए सिंगापुर भी जाएंगे। विदेश मंत्री का वियतनाम में जोरदार स्वागत किया गया है। उन्होंने इन तस्वीरों को एक्स पर साझा किया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा Y से बदलकर Z करने के पीछे का कारण IB की ओर से जारी किए गए थ्रेट रिपोर्ट को बताया जा रहा है।
कनाडा की ओर से पहले हरदीप सिंह निज्जर जो खालिस्तानी आतंकी था, उसकी हत्या पर अनर्गल बयान दिया गया। अब कनाडा के मंत्री डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं। कनाडाई विदेश मंत्री ने इस राजनयिक विवाद पर बयान दिया है। इससे पहले मंगलवार को कनाडा के पीएम ट्रूडो ने भी एक बयान दिया था।
भारत और कनाडा के संबंधों में दरार बढ़ती ही जा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने कनाडा से दर्जनों राजनयिक कर्मचारियों को देश से वापस बुलाने को कहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ होने आरोप लगाया था।
विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि आज का भारत पहले के भारत से अलग है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं जिसकी बात कर रहा हूं, वह वास्तव में एक अलग भारत है। जैसा कि आपने दूसरों से सुना है, यह वह भारत है, जो चंद्रयान-3 मिशन को पूरा करने में सक्षम है।’ भारत-अमेरिका के संबंध काफी गहरे हुए हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विश्व संस्कृति महोत्सव में वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी दुनिया को एक साथ आने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और आर्थिक प्रगति ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वाशिंगटन से कनाडा के फिर जमकर लताड़ लगाई है। विदेश मंत्री ने कहा कि कनाडा में अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर जो कुछ हो रहा है, उसे आप सामान्य न समझें। हमारे दूतावासों पर बम फेंके गए, हिंसा की गई, राजदूतों को निशाना बनाया गया। क्या दूसरे देश होते तो इसे बर्दाश्त करते?
पूर्वी एशिया से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र की रक्षा, सुरक्षा और सहयोग सिर्फ भारत और अमेरिका के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास के लिए जरूरी हो गया। इस क्षेत्र में चीन की दादागिरी रोकने के लिए भारत और अमेरिका ने खास रणनीति बनाई है। एस जयशंकर ने इसके लिए अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन से वार्ता की है।
भारत-कनाडा विवाद को लेकर वाशिंगटन में विदेशमंत्री जयशंकर ने खुलकर बात की है। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के आरोपों और उनकी धरती पर भारत के खिलाफ रचे जा रहे आतंकी और हिंसा के षडयंत्र का खुलासा करके कनाडा को बेनकाब कर दिया है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से आज मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता के प्रमुख परिणामों और भारत-मध्य के निर्माण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। पूर्वी-यूरोप आर्थिक गलियारा की पारदर्शी, टिकाऊ और उच्च-मानक बुनियादी ढांचा निवेश उत्पन्न करने की क्षमता पर भी बात हुई।
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार से बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों के आपसी संबंधों सहित कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। न्यूयॉर्क से यहां पहुंचे जयशंकर बाद में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात करेंगे।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो द्वारा भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाए जाने के बाद एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन की पहली मुलाकात होने जा रही है। भारत और अमेरिका के विदेशमंत्रियों की मुलाकात में कनाडा के साथ विवाद का मुद्दा उठ सकता है।
भारतीय विदेशमंत्री एस जयशंकर ने यूएन में चीन को लेकर बेबाकी के साथ अपनी राय रखी। इस पर चीनी उप-राजदूत मा जिया ने कहा उनका देश भारत के साथ व्यावहारिक सहयोग की बहाली में 'तेजी' लाने की उम्मीद करता है। जानिए चीन ने भारत के साथ संबंध पर और क्या कहा?
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