सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म में दावा किया जा रहा है कि भारत ने पड़ोसी देश मालदीव से 923 करोड़ रुपये में 28 आईलैंड खरीद लिए हैं। इसे मोदी सरकार की सबसे उपलब्धि बताया जा रहा है। जानिए इस दावे में कितनी सच्चाई है?
भारत अब जल्द ही मालदीव में भी यूपीआई सेवा शुरू करने वाला है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने मालदीव दौरे के दौरान इसकी घोषणा की है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की मालदीव यात्रा पर खुशी जताई है। मुइज्जू ने इस दौरान भारत को अहम साझेदार बताते हुए बड़ी बात कही है।
भारत और मालदीव के बीच रिश्ते सामान्य होते हुए नजर आ रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मालदीव की यात्रा पर हैं। इस दौरान जयशंकर ने मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून से अहम मुलाकात की है।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर मालदीव पहुंचे हैं। दूसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभालने के बाद से जयशंकर की मालदीव की यह पहली आधिकारिक यात्रा है।
लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूसी सेना में भर्ती किए गए भारतीयों को लेकर बयान दिया है। जयशंकर के मुताबिक रूस की सेना में 91 भारतीय नागरिक शामिल हुए थे, इनमें से आठ नागरिकों की मौत हो चुकी है।
बांग्लादेश में जो बवाल हुआ वो आरक्षण से शुरू हुआ और शेख हसीना की खिलाफत तक जा पहुंचा...प्रदर्शनकारी अपने मकसद में कामयाब भी हुए...शेख हसीना को देश से भागना पड़ा.
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार समाप्त हो चुकी है और इसके बाद अल्पसंख्यकों पर हमले भी तेज हो गए हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को गुरुद्वारों और मंदिरों की सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है।
भारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा के बीच बांग्लादेश की नेता शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। वह अब बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई हैं। बांग्लादेश की घटना को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में अपनी बात रखी है।
बांग्लादेश में बवाल के बीच विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा संकट पर चर्चा की।
बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट को देखते हुए भारत सरकार भी सतर्क है। बोर्डर पर BSF ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। एस जयशंकर भी पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
जयशंकर ने कहा कि हिंद महासागर बदलाव और अशांति के बड़े तूफान से गुजरने वाला है। ‘‘भारत की प्राथमिक चिंताएं और चुनौतियां भी उस परिवर्तन को प्रतिबिंबित करती हैं। हम प्रतिस्पर्धा के नए रूपों पर विचार कर रहे हैं जो उच्च स्तर पर पहुंच और अंतर-निर्भरता का लाभ उठाते हैं।’
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव है। दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य वार्ता भी हो चुकी है। इसके बावजूद अभी तक सीमा विवाद को लेकर कोई ठोस हल नहीं निकला है। भारत-चीन के तनाव भरे रिश्ते पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जापान की राजधानी टोक्यो में खुलकर बात की है।
'क्वाड' देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 'क्वाड' देशों के बीच सहयोग ही यह सुनिश्चित कर सकता है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र मुक्त, खुला, स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध बना रहे। भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने 2017 में ‘क्वाड’ की स्थापना की थी।
जयशंकर ने कहा-आज जब हम कहते हैं कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, दुनिया बदल रही है, यह बहुध्रुवीयता की ओर बढ़ रही है, जी-7 जी-20 बन गया है, तो एक तरह से यह सब गांधी जी द्वारा अतीत में किए गए कार्यों का परिणाम है।
जापान की राजधानी टोकिया में क्वॉड के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले एस जयशंकर ने अपने अमेरकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की। इस दौरान भारत-अमेरिकी के द्विपक्षीय संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने समेत कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन वार्ता हुई।
विहिप मीडिया प्रभारी ने लाओस राष्ट्र द्वारा राम लला पर डाक टिकट जारी किये जाने पर कहा कि यह बहुत प्रसन्नता प्रदान करने वाला अवसर है,जो अपने पूर्वजों और भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठावान है।
आसियान में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तुर्की, समेत कई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ वार्तालाप और द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान कई अहम क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
दूतावास ने भारतीयों को नौकरी दिलाने का झूठा झांसा देने वालों के खिलाफ आगाह करते हुए एक परामर्श जारी किया है। जयशंकर ने बैठक के दौरान आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के लिए लाओस को भारत की ओर से पूर्ण समर्थन भी दिया।
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