भारत-चीन के बीच जोहांसबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय वार्ता हुई है। इससे दोनों देशों के संबंधों में आने वाले दिनों में और सुधार देखने को मिल सकते हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी समकक्ष वांग यी से मिलने की तस्वीरें एक्स पर शेयर की हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर दक्षिण अफ्रीका में चल रहे जी-20 विदेश मंत्रियों के शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने ब्राजील, सिंगापुर समेत कई अन्य देशों के समकक्षों के साथ मुलाकात और द्विपक्षीय वार्ता की।
भारत ने म्यूनिख शिखर सम्मेलन से इतर अपने कई मित्र देशों से द्विपक्षीय वार्ता की। इनमें ईरान भी शामिल है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के समकक्ष अराघची से बातचीत की। इस दौरान व्यापार, ऊर्जा, तेल और पेट्रोलियम समेत कई मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग को लेकर बात हुई।
भारत-ओमान के बीच व्यापार, ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय वार्ता हुई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ओमान के समकक्ष अलबुसैदी से इस बारे में बातचीत की है।
इजरायल को भारत, यूरोप और अमेरिका से जोड़ने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने एक अलग और विशेष प्लान बनाया है। पीएम मोदी की हालिया यात्रा के दौरान उन्होंने यह प्लान साझा किया था।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी सीनेटर एलिसा स्लोटकिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक भारत 80 करोड़ लोगों को भोजन उपलब्ध कराता है, और उन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का उदाहरण दिया।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने म्यूनिख के सुरक्षा सम्मेलन में दुनिया के सामने लोकतंत्र की ताकत का महत्व बताया है। इसके साथ ही उन्होंने पश्चिमी देशों की कथनी और करनी में अंतर होने पर लपेटा भी है।
भारत और बांग्लादेश के बीच कई महीने से जारी तनाव को कम करने के प्रयासों के मद्देजनर दोनों देशों में अगले कुछ दिनों में उच्च स्तरीय वार्ता हो सकती है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के सलाहकार मस्कट में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक कर सकते हैं।
जिन लोगों को डिपोर्ट किया गया, उनमें से ज्यादातर लोगों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उन्हें एजेंट ने धोखा दिया, एजेंट को पैसा देने के लिए किसी ने कर्ज लिया, किसी ने जायदाद बेची, किसी ने अपना घर गिरवी रख दिया।
अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यह सभी देशों का दायित्व है कि यदि उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रह रहे पाए जाते हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाए।
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर भी चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह जब भी विदेश जाते हैं तो दिल्ली को लेकर कौन सी चीज उन्हें शर्मिंदगी महसूस कराती है।
भारत और यूएई के बीच रणनीतिक साझेदारी अब नई ऊंचाई हासिल करने वाली है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए रणनीतिक साझेदारी को नया मुकाम देने को लेकर दुबई के शहजादे और संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री हमदान बिन मोहम्मद से मुलाकात की है।
सऊदी अरब के जीजान के पास एक भीषण सड़क हादसे में 9 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है। भारतीय सरकार के संबंधित अधिकारी इस घटना से प्रभावित परिवारों के संपर्क में हैं और उनकी पूरी सहायता कर रहे हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार अनवर मोहम्मद गर्गश से मुलाकात की है। जयशंकर UAE के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। विदेश मंत्री के इस दौरे का मकसद दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करना है।
हाल के कुछ सालों में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय संबंध बेहद मजबूत हुए हैं। संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में विदेश मंत्री एस जयशंकर UAE की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए हैं।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बनने के बाद अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हजारों भारतीयों की वापसी का खतरा सता रहा है। इस पर विदेश मंत्री जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया देते कहा है कि वैध दस्तावेज के बिना रहने वाले लोगों की वैध वापसी को भारत तैयार है।
बांग्लादेश के पापों का घड़ा भर चुका है। अमेरिका में सत्ता बदलते ही अब बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जुर्म का हिसाब लिए जाने की आशंका ने मोहम्मद यूनुस सरकार के अंदर भूचाल ला दिया है। ट्रंप के शपथ ग्रहण करते ही भारत ने इस मुद्दे पर उनके मंत्रियों से बात की है, लेकिन ब्यौरे को गुप्त रखा है।
भारत-पाकिस्तान के बीच क्या ट्रंप के शपथ ग्रहण के दौरान वाशिंगटन में कोई बातचीत हुई है, क्या विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस दौरान किसी पाकिस्तानी नेता की मुलाकात हुई है। जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ व्यापार को बहाल करने पर दी बड़ी प्रतिक्रिया दी है।....
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत की तरफ से पीएम मोदी के विशेष दूत के रूप में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर को पहली पंक्ति में बैठाया गया था। यह भारत के लिए सम्मान की बात है। इस पर जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने के बाद क्वाड देशों की अमेरिका में अहम बैठक हुई है। क्वाड में भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका शामिल हैं। इस बैठक से चीन को सांकेतिक तौर पर कड़ा संदेश दिया गया है।
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