भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर खरी-खरी बात कहने के लिए मशहूर हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए एक साक्षात्कार में उन्हों पड़ोसी पाकिस्तान व चीन से लेकर देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और ब्रिटिश ब्रॉड कास्टिंग कार्पोरेशन (बीबीसी) को जमकर धोया।
क्वाडिलैट्रल सिक्योरिटी डायलॉग (क्वाड) यानि की चतुर्भुज सुरक्षा संवाद का हिस्सा बनने के बाद से भारत और आस्ट्रेलिया के बीच दोस्ती की डोर और भी अधिक मजबूत हुई है। भारत और आस्ट्रेलिया के साथ ही साथ अमेरिका और जापान भी क्वाड के हिस्से हैं। क्वाड के गठन से सर्वाधिक चिंता चीन को हुई है।
क्या न्यूयॉर्क में बैठकर मोदी को हटाने की साजिश रची जा रही है. अभी-अभी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि अमेरिका के बड़े बिजनेसमैन अपने पैसे का इस्तेमाल मोदी के खिलाफ नैरेटिव सेट करने के लिए कर रहे हैं.
S Jaishankar On George Soros: विदेश मंत्री एस जयशंकर का जॉर्ज सोरोस पर तीखा पलटवार | Adani Case Foreign Minister S Jaishankar ने अमेरिकी उद्योगपति George Soros पर पलटवार किया है. विदेश मंत्री ने कहा कि सोरोस न्यूयॉर्क में बैठे एक पुराने अमीर और गलत विचारों वाले व्यक्ति हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सोरोस न्यूयॉर्क में बैठे एक पुराने, अमीर और गलत विचारों वाले व्यक्ति हैं, जो अभी भी ये सोचते हैं कि पूरी दुनिया को उनके हिसाब से काम करना चाहिए।
जयशंकर ने आस्ट्रेलिया के लिए कहा कि आपको इस साल भारत से 5जी तकनीक मिलेगी और मुझे लगता है कि यह कुछ ऐसा है जो बड़े वैश्विक हित में होगा। आज आप भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव देख सकते हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर विश्व हिंदी कॉफ्रेंस में भाग लेने फिजी गए हुए हैं। उन्होंने बताया कि 'मैंने जब फिजी के राष्ट्रपति से पूछा कि उनकी प्रिय फिल्म कौनसी है तो उन्होंने 'शोले' बताया। उन्होंने कहा कि उनको गाना 'ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे' अभी भी याद आता है।
ऐसी यात्राओं के जरिए भारत अपने राष्ट्रीय हित को पूरा करता है और विदेश नीति के उद्देश्यों को लागू करता है। इन यात्राओं से उच्चतम स्तर पर विदेशी भागीदारों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भारत के दृष्टिकोण की समझ बढ़ी है।
वर्ष 2011 से भारत की नागरिकता छोड़कर विदेश बसने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 11 वर्षों में करीब 16 लाख लोग भारत की नागरिकता को त्याग कर दूसरे देशों में बस चुके हैं।
विदेश मंत्री ने वर्षवार भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या का ब्योरा देते हुए बताया कि साल 2015 में 1,31,489 जबकि 2016 में 1,41,603 लोगों ने नागरिकता छोड़ी और 2017 में 1,33,049 लोगों ने नागरिकता छोड़ी।
चीन से लगी सीमा पर ड्रैगन की घेराबंदी करने के लिए भारत ने पिछले 8 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर का इतना बड़ा जाल बिछा दिया कि जिसे देखकर चीन भी दंग रह गया है। सीमा पर भारतीय सेना की सतर्कता और तैयारियों को देखकर घुसपैठ करने की चीन की हिम्मतें भी जवाब देने लगी हैं।
चीन और कनाडा के बीच पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग में हाटटॉक हो गई थी। भारत और चीन के रिश्ते पहले से ही बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं।
भारत-चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) विवाद पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग चीन मुद्दे पर गलत जानकारी दे रहे हैं। ड्रैगन ने भारत की जमीन पर 1962 में कब्जा किया था।
जयशंकर का श्रीलंका जाना चीन को बेचैन कर गया, और अब तक मदद के नाम पर आंखें चुराने वाला ड्रैगन बड़ा खेल करने की फिराक में है।
S Jaishankar's Visit to Sri Lanka: आर्थिक बदहाली से मूर्छित हुए श्रीलंका को भारत से "संजीवनी बूटी" मिल गई है। श्रीलंका दौरे पर पहुंचे भारत के विदेशमंत्री ने अर्थव्यवस्था को संजीवनी देने के लिए वहां निवेश में प्रोत्साहन का ऐलान किया है।
India-UK News: ब्रिटेन ने कहा है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के इस बयान से चीन को मिर्ची लग गई है। ब्रिटेन से पहले अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया जैसे देशों ने भी भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।
PM Modi on S Jaishankar's Birthday: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत की विदेश नीति का लोहा मनवाने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक अंदाज के लिए लगातार मशहूर होते जा रहे हैं। उनका बेधड़क अंदाज पीएम मोदी को भी खूब भाता है।
मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ। इस सम्मेलन में प्रवासी भारतीय उद्योगपतियों के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्री भी जुटे। इस दौरान उद्योगपतियों ने इंदौर की स्वच्छता को निहारा, तो विदेशमंत्री जयशंकर ने इंदौर का लजीज पान चखा।
S Jaishankar at Pravasi Diwas Conference: यदि आप भी नौकरी, व्यवसाय या पढ़ाई के इरादे से विदेश जाना चाहते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। मोदी सरकार विदेशों में भारतीय लोगों के लिए बेहतर माहौल, सुरक्षा और संभवानाओं का द्वार खोलने के लिए कई देशों के साथ करार कर चुकी है। साथ ही दुनिया भर के देशों के साथ समांजस्य बिठा रही है।
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