भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोरियो गुटेरस से मुलाकात की। इस दौरान सूडान में फंसे भारतीयों को लेकर चर्चा की। मुलाकात में रूस यूक्रेन संघर्ष के ताजा घटनाक्रम पर भी विमर्श हुआ।
आत्म निर्भरता की दिशा में बुलंदियां छूता भारत अब दूसरे देशों की जरूरतें भी पूरी करने लगा है। इसका ताजा उदाहरण मोजांबिक देश है, जहां पर भारत में बनी रेल दौड़ती है। मोजांबिक की यात्रा पर गए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस रेल में सफर किया और उसके बाद अपना अनुभव शेयर किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान और चीन को लेकर युगांडा में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आज का भारत पाकिस्तान और चीन की चुनौतियों से आसानी से निपटने में सक्षम है। विदेश मंत्री ने कहा कि दशकों से भारत के खिलाफ सीमा पार से आतंकवाद को अंजाम दे रही ताकतें अब जान गई हैं कि यह एक ‘नया भारत’ है जो जवाब देगा।
आजादी के बाद से देश में अब तक कई दलों की सरकारें बनी और बिगड़ी, मगर वह इतिहास नहीं बन सका जो अब बनने जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने छह दिवसीय युगांडा और मोजांबिक की यात्रा पर वही इतिहास बनाने जा रहे हैं, जिसे अब तक देश की कोई सरकार नहीं कर पाई थी।
भारत ने चीन और यूएई को यूएन के एक चुनाव में करारी शिकस्त दी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर टीम को बधाई दी है। भारत ने यूएन स्टैटिस्टिकल कमीशन चुनाव में अपना परचम लहराया है।
S Jaishankar In Karnataka: विदेश मंत्री एस जयशंकर(S. Jaishankar) ने एक बार फिर दुनिया को भारत की शक्ति की अहसास कराया है। कर्नाटक(Karnataka) के हुबली(Hubballi) में एक कार्यक्रम में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि अब ऐसा भारत नहीं है जो तिरंगे का अपमान सह सके।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पिछले दिनों लंदन, कनाडा और सैन फ्रांसिस्को में कुछ घटनाएं देखी हैं। जब यह घटना हुईं तब हमारे उच्चायुक्त ने पहले से भी बड़ा राष्ट्रीय ध्वज पूरी इमारत पर लगा दिया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत सुरक्षा के अलग-अलग मानकों को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने ब्रिटेन पर उच्चायोग के राजनयिकों को सुरक्षा प्रदान करने के दायित्व को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि भारत के G20 अध्यक्षीय वर्ष में भारत 'दुनिया की तरह तैयार' हो रहा है और दुनिया 'भारत की तरह तैयार' हो रही है।
जयशंकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के कामकाज के बारे में बताते हुए कहा, कप्तान मोदी के तहत नेट प्रैक्टिस सुबह 6 बजे शुरू होती है जो देर रात तक चलती है और मौका मिलने पर वह विकेटों की उम्मीद करते हैं।
चीन और भारत के विदेश मंत्रियों की अपेक्षित बैठक हुई है। यह बैठक जी20 समिट की बैठक से इतर हुई है। चीन के विदेश मंत्री छिन गांग ने भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर से कहा है कि भारत और चीन को द्विपक्षीय संबंधों में सीमा मुद्दे को “उचित स्थान” पर रखना चाहिए।
भारत-चीन की सीमा पर हालात लगातार नाजुक बने हैं। इस दौरान जी-20 सम्मेलन में शरीक होने के लिए चीन के विदेश मंत्री किन कांग भारत आए हुए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर की उनसे जी-20 से इतर मुलाकात और बातचीत भी हुई। इसके बावजूद सीमा पर बने मौजूदा हालात का कोई हल निकलने की गुंजाइश नहीं दिखी।
जी-20 सम्मेलन में भारत-चीन के बीच बनी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के मौजूदा हालत का मुद्दा गर्माया रहा। भारत ने चीन के विदेश मंत्री किन कांग से सीमा के हालात और उसकी वजहों को लेकर न सिर्फ बात की, बल्कि कड़ी आपत्तियां भी दर्ज करवाई।
जी-20 समिट में भाग लेने आए चीनी विदेश मंत्री छिन गांग विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर से मुलाकात कर सकते हैं। छिन गांग ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहां पहली बार जयशंकर से मुलाकात करेंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक, फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना और चीनी विदेशी मंत्री किन गांग दिल्ली के एक आलीशान होटल में शाम लगभग सात बजे शुरू हुए रात्रिभोज से पहले राष्ट्रीय राजधानी नहीं पहुंच सके।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि आज ताज पैलेस में डिनर के साथ ही जी20 देशों के विदेश मंत्रियों के इस सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि जी-20 आर्थिक वृद्धि और विकास के संदर्भ में जिस समाधान की ओर देख रहा है, उसमें भारत के पास ‘‘15 प्रतिशत समाधान’’ है। वह यहां सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित ‘फेस्टिवल ऑफ थिंकर्स’ को संबोधित कर रहे थे।
बदहाली से जूझ रहे कंगाल पाकिस्तान को भारत कोई मदद करने वाला नहीं है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद को पोषक करार दिया है। उन्होंने उसकी मौजूदा स्थिति के लिए पाक को खुद जिम्मेदार बताया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज कहा कि भारत की छवि ऐसे देश की बन गई है जो अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को बचाने के लिये किसी भी हद तक जाने को तैयार है। विदेश मंत्री ने कहा कि हर देश की अपनी चुनौतियां हैं, किंतु कोई चुनौती राष्ट्रीय सुरक्षा से समान महत्व वाली नहीं हो सकती।
40 साल पुराना किस्सा.. इंदिरा गांधी ने मेरे पिता को केंद्रीय सचिव के पद से हटा दिया.. वो सिद्धांतों पर चलने वाले आदमी थे..
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