21 फरवरी को यूक्रेनी हवाई हमले में रूसी सेना द्वारा सुरक्षा सहायक के रूप में नियुक्त किया गया गुजरात का 23 वर्षीय व्यक्ति मारा गया।
रूस के रक्षामंत्रालय ने यूक्रेन शहर अवदिवका पर कब्जे की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। एक दिन पहले ही रूसी सेना ने यूक्रेन के इस शहर पर कब्जा कर लिया। यूक्रेनी सेना को हथियारों और गोला-बारूद की कमी के चलते यहां से अपने कदम पीछे हटाने पड़े। इसे यूरोप और पश्चिमी देशों के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के मैदान से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने से पहले रूसी सेना ने यूक्रेन के एक और शहर पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने अवदिव्का से अपनी सेना को पीछे हटा लिया है। हथियारों और गोला-बारूद की कमी के चलते यूक्रेनी सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा।
यूक्रेनी बाजार पर हमले के बाद रूस के दो टैंकरों पर यूक्रेन ने ड्रोन हमला किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपनी दैनिक ब्रीफिंग में किंगिसेप क्षेत्र में किसी भी ड्रोन गतिविधि की सूचना नहीं दी। इसमें कहा गया है कि रूस के स्मोलेंस्क क्षेत्र में चार यूक्रेनी ड्रोन मार कर गिरा दिए गए थे।
रूस ने यूक्रेन पर वर्ष 2023 का सबसे बड़ा हमला किया है। रूसी सेना ने यूक्रेन के अलग-अलग ठिकानों पर भीषण ड्रोन और मिसाइल हमला किया। इस दौरान एक साथ 110 मिसाइलों से किए गए हमले में कम से कम 7 लोग मारे गए हैं। काफी संख्या में लोग अभी भी मलबे में दबे बताए जा रहे हैं।
रूस-यूक्रेन के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में पुतिन का पारा चढ़ गया है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन जंग के लंबा खिंचने के लिए नाटो और पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जंग के 22 महीने बाद अब रूस के 22 लाख सैनिक यूक्रेन को नाको-चने चबवाने को की राह पर चलने वाले हैं।
यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस और जॉर्जिया में भी तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया है। दरअसल रूसी सैनिकों ने सीमा रेखा के करीब एक जॉर्जियन की हत्या कर दी है। इससे दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है।
रूस ने सर्दियां शुरू होते ही यूक्रेन पर अपने हमले को तेज कर दिया है। शुक्रवार को रूसी हमले में यूक्रेन में कम से कम 14 लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि रूसी बमबारी और रॉकेट से हमले में कई लोग घायल हो गए। हमले के स्थान पर आग लग गई और धुआं उठने लगा।
रूस और यूक्रेन की जंग खत्म नहीं हो रही है। जंग में यूक्रेन भी पलटवार कर रहा है। ताजा मामले में यूक्रेनी सेना ने बड़ा दावा किया है कि उसने रोबोटाइन से रूसी सेना को खदेड़ दिया है।
रूस-यूक्रेन के बीच जंग और भी तेज हो गई है। यूक्रेन के ओडिसा पोर्ट को तबाह करने के बाद रूस ने यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र में बड़ा हमला किया है। इस हमले में यूक्रेन का चर्च भी क्षतिग्रस्त हो गया है। यह यूक्रेन का सबसे ऐतिहासिक चर्च था। यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी रूस ने कई ड्रोन हमले किए हैं।
एक बयान में कहा गया है कि वैगनर ग्रुप के कुछ लड़ाके मंगलवार से ही बेलारूस में हैं। इस बाबत बेलारूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को एक वीडियो भी जारी किया गया।
रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यूक्रेन ने रूसी सेना के जनरल को मिसाइल हमले में उड़ा दिया है। रूस की 35वीं सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर-जनरल सर्गेई गोर्याचेव की गिनती सर्वश्रेष्ठ जनरल के रूप में थी। इस खबर से राष्ट्रपति पुतिन को भी गहरा सदमा लगा है।
यूक्रेन के वॉर जोन में रूसी सैनिक युद्ध का मैदान छोड़कर भागने लगे हैं। ऐसी ही कोशिश कर रहे 7 रूसी सैनिकों को उनके ही साथी फौजियों ने रोककर गोली मार दी है। यूक्रेन के ड्रोन कैमरे ने रूसी सैनिकों को साथियों द्वारा गोली मारे जाने का यह वीडियो कैद किया गया है।
रूस और यूक्रेन की लड़ाई का कोई अंत होता नहीं दिख रहा है। यूक्रेनी सुरक्षा बल रूसी सेनाओं का डटकर मुकाबला कर रहे हैं। यूक्रेन ने रूस की दर्जनों क्रूज मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है।
यूक्रेन से युद्ध में रूस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। रणनीतिक रूप से यूक्रेन के सबसे महत्वपूर्ण शहर पर 8 महीने से अधिक समय की भीषण जंग के बाद रूस ने बखमुत शहर पर कब्जा कर लिया है। कब्जे के बाद रूसी सैनिकों ने अपने देश का झंडा लहराकर जश्न की तस्वीरें शेयर की हैं।
रूस के भीषण मिसाइल हमलों से फिर यूक्रेन की राजधानी कीव थर्रा उठी है। अभी बुधवार को भी रूस ने कीव पर भीषण मिसाइल हमला किया था। हालांकि कीव ने ज्यादातर रूसी मिसाइलों को नाकाम कर देना का दावा किया था। इस क्रम में कीव में बृहस्पतिवार को तड़के रूसी धमाकों की तेज आवाज सुनाई दी।
पुतिन ने कहा, “आज सभ्यता एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर है। हमारी मातृभूमि के खिलाफ एक वास्तविक युद्ध छेड़ा गया है।”
रूस के वैगनर सैन्य समूह के प्रमुख ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि रूसी सेना उसके जवानों को गोला-बारूद उपलब्ध नहीं करा रही है। इस कारण यूक्रेन के बखमुत में की जा रही लड़ाई को रोक सकता है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक डिजिटल मसौदा प्रणाली बनाने के लिए एक ऐसे बिल पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे कि रूसियों को सेना में शामिल करने में काफी मदद मिलेगी।
रूस की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के एक व्यक्ति पर उस बमबारी में शामिल होने का आरोप लगाया, जिसमें सेंट पीटर्सबर्ग के एक कैफे में प्रसिद्ध रूसी सैन्य ब्लॉगर की मौत हो गई थी। यूक्रेन में रूस के हमले के समर्थक व्लादलेन तातार्स्की (40) अग्रिम मोर्चे से लड़ाई की नियमित खबरें देते थे।
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