बेलारूस में विद्रोह की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंकी की लगातार छाठवीं जीत के बाद से ही यह विद्रोह जारी है। वर्ष 2020 में अलेक्जेंडर पर चुनाव में धांधली का आरोप लगा था। अब विद्रोह तेज हो गया है। यह विद्रोह बेलारूस के पड़ोसी और मित्र देश रूस को भी परेशान कर रहा है।
रूस और यूक्रेन की जंग में नाटो पूरी तरह से यूक्रेन की सहायता करके रूस के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है। हालांकि रूस भी पीछे हटने वाला नहीं है। इसी बीच यूक्रेन के लिए नाटो 1.2 अरब डॉलर की मदद देने जा रहा है।
रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पुरानी परंपरा के तहत बर्फीले जल में डुबकी लगाई है। 19 जनवरी को यह डुबकी लगाई गई है। एपिफेनी पर्व के तहत हर साल 19 जनवरी को बर्फीले पानी में डुबकी लगाने का पर्व मनाया जाता है।
अफगानिस्तान में दुर्घटना का शिकार हुआ विमान मोरक्को का भी नहीं था। सबसे पहले इसके भारतीय होने की सूचना मिली थी, मगर भारत ने इसे तत्काल खारिज कर दिया था। फिर यह मोरक्को का बताया गया। मगर अब रूसी अधिकारियों के अनुसार यह रूस का निजी विमान था।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका को अपनी ताकत दिखाने के लिए रूस के साथ मिलकर बड़ा मोर्चा बनाने की प्लानिंग कर ली है। इसमें चीन भी शामिल होगा। अमेरिका ने पहले ही इस खतरनाक मोर्चे की संभावना जताई थी। बाद में ईरान भी इसका हिस्सा हो सकता है। किम जोंग उन पेंटागन को चुनौती देने के लिए यह मोर्चा बनाने की राह पर हैं।
दुनिया में सबसे बड़ा गड्ढा रूस ने खोदा था और इस गड्ढे को इतना खोदा गया था कि इसके बाद खुदाई करने पर भी गड्ढा नहीं होता था।
रूस के हाथ सोने का खजाना लग गया है। जंग और आर्थिक प्रतिबंध से घिरे रूस को अपने ही देश में सबसे बड़ी गोल्ड की खदान मिल गई है। इस खदान के मिलने से रूस को भारी फायदा होने वाला है और पुतिन को काफी राहत मिली है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन से जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और दबाव के बावजूद रूस यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
सऊदी अरब के साथ तेल के खेल में अब रूस, अमेरिका, मैक्सिको, ब्राजील जैसे बड़े देश भी कूद गए हैं। खासतौर पर रूस सस्ते दाम पर तेल आफर कर रहा है। इस कारण भारत, चीन जैसे देश अब सऊदी अरब की बजाय रूस से तेल ज्यादा खरीद रहे हैं। इस कारण अरब ने तेल के दामों में बड़ी कटौती की है।
रूसी सेना अमेरिकी सहायता खत्म होने पर यूक्रेन पर हावी होने लगी है। रूस अब यूक्रेन पर हमला करने के लिए उत्तर कोरियाई मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में इसका दावा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार रूस ने 30 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच ये हमले किए हैं। वहीं यूक्रेन अब ईरान से मदद मांग रहा।
रूस से तेल खरीदने में भुगतान की कोई समस्या नहीं है और इस खरीद में हाल में आई गिरावट उसकी तरफ से दी जाने वाली कम छूट का नतीजा है।
भारत और रूस मिलकर हंबनटोटा पोर्ट के करीब एक एयरपोर्ट खरीदने जा रहे हैं। हंबनटोटा पोर्ट को चीन ने लीज पर ले रखा है। इस पोर्ट पर वह अपनी मनमानी करता है। इसकी काट के लिए भारत ने इस पोर्ट के पास में ही एक एयरपोर्ट को खरीदने का निर्णय लिया है। इसमें रूस भी साथ देगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई है। दो दिन पहले रूस ने 18 घंटे तक लगातार यूक्रेन के विभिन्न इलाकों में बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला करके 30 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। यह रूस की ओर से यूक्रेन पर किया सबसे बड़ा हमला था। अब यूक्रेन भी रूस से बदला लेना चाहता है।
अमेरिकी सेना का एक अंतरिक्ष यान गुप्त मिशन के लिए रवाना किया गया है। यह करीब 2 वर्षों तक अपने मिशन को अंजाम देगा। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इसके मिशन को बेहद गुप्त रखा है। यह अमेरिकी सेना का एक्स-37 बी विमान है, जो इससे पहले 6 अन्य मिशन को अंजाम दे चुका है।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस के पांच दिनों के दौरे पर गए हुए हैं। यहां उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अगले साल रूस की यात्रा के लिए आमंत्रित किया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करते हुए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि दिल्ली में G20 सम्मेलन में भारत की विदेश नीति की सच्ची जीत हुई थी।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आज से 5 दिनों की विदेश यात्रा पर रूस पहुंच गए हैं। रूस की राजधानी मास्को पहुंचने के बाद उन्होंने एक्स पर अपनी तस्वीर शेयर की है। जयशंकर एक नए लुक में नजर आ रहे हैं।
रूसी परमाणु जहाज में आग लगने से समुद्र में खलबली मच गई। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं था जब सेवमोर्पुट से जुड़ी समस्याएं सामने आई थीं। स्थानीय नॉर्वेजियन मीडिया आउटलेट द बैरेंट्स ऑब्ज़र्वर ने बताया कि क्षतिग्रस्त प्रोपेलर के कारण जहाज 2020 में एक महीने के लिए अंगोलन की राजधानी लुआंडा के बंदरगाह के पास रुका हुआ था।
दुनिया के दो मुस्लिम दोस्त रूस और ईरान में खटक गई है। रूस और ईरान के बीच दोस्ती में दरार आने की वजह को फारस की खाड़ी बताया जा रहा है। फारस की खाड़ी को लेकर ईरान के दावे को खारिज करने वाले रूसी बयान के बाद ईरान भड़क गया है। इस मामले में ईरान ने रूसी दूत को तलब करके अपनी शिकायत दर्ज करा दी है।
रूस में अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन को चुनौती देना चाह रही पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा की उम्मीदों को सबसे बड़ा झटका लगा है। रूस के केंद्रीय चुनाव आयोग ने उनके नामांकन को रद्द कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार येकातेरिना डंटसोवा के नामांकन में 100 गलतियां पकड़ी गई हैं।
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