रूस की तरफ से यूक्रेन को पर लगातार घातक हमले किए जा रहे हैं। जंग के बीच हुए ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। रूसी सेना के हमले में यूक्रेन का एक पावर प्लांट ध्वस्त हो गया है।
गाजा युद्ध छिड़ने के बाद से ही पूरे मध्य पूर्व में संघर्ष फैल गया है। ईरान समर्थित समूहों ने लेबनान, यमन और इराक से हमले कर रहे फिलिस्तीनियों के लिए समर्थन की घोषणा की है। तेहरान ने अपने सहयोगियों के लिए समर्थन की घोषणा करते हुए, इज़रायल या संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ सीधे टकराव से परहेज किया है।
सोशल मीडिया पर पुल गिरने का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह पुल रूस के स्मोलेंस्क क्षेत्र में गिरे पुल का है, जो हमारी पड़ताल में फर्जी पाया गया।
रूस ने एक और आतंकी हमले की साजिश रच रहे दो संदिग्धों को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि मॉस्को में 22 मार्च को कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले जैसी घटना को यह अंजाम देने की फिराक में थे। मगर रूसी सुरक्षा बलों ने पहले ही इनका काम तमाम कर दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। अमेरिका ने रूस से युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को हथियारों की बड़ी खेप भेजी है। मगर इनमें ज्यादातर हथियार ईरानी हैं। जबकि ईरान और रूस गहरे दोस्त हैं। ईरान अमेरिका का भी दुश्मन है। इसके बावजूद अमेरिकी रणनीति ईरानी हथियार यूक्रेन पहुंच चुके हैं।
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमले ने पूरे यूरोप को टेंशन में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए हमले को गंभीर घटना बताया है।
रूस ने यूक्रेन युद्ध के मैदान में उत्तर कोरियाई हथियारों का इस्तेमाल करके अमेरिका समेत पूरे पश्चिम को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका को इस बात से डर है कि रूस उन उत्तर कोरियाई हथियारों का यूक्रेन पर इस्तेमाल कर रहा है, जिसका किम जोंग ने अभी तक युद्ध के मैदान में परीक्षण नहीं किया था।
रूस ने यूक्रेन से युद्ध जारी रहने के बावजूद अपने अंतरिक्ष मिशनों को लगातार बढ़ावा दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में कई महीने गुजारने के बाद रूस का एक दल कैप्सूल के जरिये सुरक्षित धरती पर लौट आया है। इसमें कजाखस्तान और बेलारूस की महिला वैज्ञानिक भी शामिल थीं।
रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्कीव में मिसाइल हमले से कोहराम मचा दिया है। इस महले में खार्कीव में 6 लोगों की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हमले से कई गगनचुंबी इमारतें, भवन, मकान, दुकान और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए।
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। रूस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद व्लादिमिर पुतिन के हाथ में दोबारा सत्ता आते ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया था, मगर अब जेलेंस्की की सेना ने रूस पर कर दिया सबसे बड़ा पलटवार। हालांकि रूस को इससे कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी कोई सटीक जानकारी नहीं है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
रूस ने यूक्रेन पर इस माह के आखिर में यूक्रेन पर एक और बड़ा हमला बोला है। रूस ने दर्जनों क्रूज मिसाइलों से यूक्रेनी ऊर्जा नेटवर्क पर भीषण हवाई हमला किया। इस एयरस्ट्राइक में कम से कम दो लोग मारे गए। यूक्रेनी शहर लवीव के गवर्नर का कहना है कि क्रूज़-मिसाइल हमले के बाद अधिक लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
आतकंवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस साथ एक दूसरे का सहयोग करेंगे। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने यह बात कही है। रूसी राजदूत यह बात मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद कही है।
रूस में कथित रूप से प्रताड़ित किए गए युवाओं में से एक का कहना है, "उन्होंने हमें पहले थाईलैंड भेजा, फिर रूस...और फिर बेलारूस; जब हम वहां पहुंचे, तो उन्होंने हमारा अपहरण कर लिया, हमारा पासपोर्ट छीन लिया।"
रूसी सुरक्षा एजेंसियां अमेरिकी नागरिकों को जासूसी समेत अन्य आरोपों में जेल भेजने का सिलसिला जारी रखा है। इससे रूसी जेलों में अमेरिकी नागरिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए यह चुनौती बन गया है। अमेरिका रूसी कार्रवाई का विरोध कर रहा है। मगर रूस चुन-चुनकर अमेरिकियों को जेल भेज रहा।
रूस की राजधानी मास्को में हुए बड़े आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हमले से पहले आतंकियों ने तुर्की की यात्रा की थी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रोकस सिटी हॉल पर शुक्रवार रात हुए हमले को ‘इस्लामिक कट्टरपंथियों’ की करतूत करार दिया लेकिन साथ ही उनके ‘यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश’ पर भी सवाल उठाए।
रूस की राजधानी मास्को में शुक्रवार को आतंकवादी हमला हुआ था। रूस में हुए इस हमले के बाद फ्रांस सरकार ने देश में सुरक्षा बढ़ा दी है। फ्रांस में कई शहरों में पुरिस गश्त भी बढ़ा दी गई है।
मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल पर हुए आतंकी हमले के बाद पकड़े गए चार संदिग्धों में से तीन ने अपना गुनाह मान लिया है। ये सभी आरोपी ताजिकिस्तान के नागरिक हैं। अदालत ने आदेश दिया कि सभी आरोपियों को 22 मई तक सुनवाई पूर्व हिरासत में रखा जाए।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच एक रूसी मिसाइल पोलैंड के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गई। इस पूरे मामले को लेकर पोलैंड ने रूस से स्पष्टीकरण मांगा है।
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