भारत और रूस के बीच हुए एस-400 मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। अब रूस बची हुई एस-400 मिसाइल सिस्टम की दो रेजिमेंट भारत को अगले साल तक सप्लाई करेगा।
रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को हथियारों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को जल्द ही बड़ी मदद पहुंचाई जाएगी। इसे लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बड़ी बात कही है।
अमेरिका ने कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से रूस भड़क गया है। रूस ने साफ चेतावनी दी है कि यूक्रेन में और अधिक तबाही देखने के मिलेगी साथ ही लोगों की जान भी जाएगी।
वैश्विक स्तर पर एक बार फिर पाकिस्तान की खरी-खोटी हुई है। दरअसल रूस ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है। ये चेतावनी तब जारी की गई जब पाकिस्तान से भेजी गई चावलों की खेप में कीड़ा निकला।
रूस अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान आतंकी संगठन को आतंकियों की सूची से हटाने पर विचार कर रहा है। कुछ विशेषज्ञों की ओर से इस तरह का दावा किया जा रहा है। अभी तक तालिबान को किसी भी देश ने देश के तौर पर मान्यता नहीं दी है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में यूक्रेन की स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है। रूस के ताजा मिसाइल हमलों से यूक्रेन के चेर्निहाइव शहर में तबाही मच गई है। रूसी हमले में 17 लोगों की मौत हे गई है।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी से 150 किलोमीटर दूर चेर्निहाइव में मिसाइलों से हमला कर दिया। इसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 18 लोग घायल हो गए हैं। रूस लगातार यूक्रेनी क्षेत्रों पर बढ़त बनाता जा रहा है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
इजरायल पर ईरानी हमले की आशंका ने मध्य-पूर्व के देशों से लेकर यूरोप और एशिया तक में हलचल मचा रखी है। इजरायल पर ईरान की हमले की धमकी के बीच उसके दोस्त रूस ने अंतरद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करके अशांति और अस्थिरता को और बढ़ा दिया है। वहीं इजरायल हाई अलर्ट पर है।
रूस की तरफ से यूक्रेन को पर लगातार घातक हमले किए जा रहे हैं। जंग के बीच हुए ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। रूसी सेना के हमले में यूक्रेन का एक पावर प्लांट ध्वस्त हो गया है।
गाजा युद्ध छिड़ने के बाद से ही पूरे मध्य पूर्व में संघर्ष फैल गया है। ईरान समर्थित समूहों ने लेबनान, यमन और इराक से हमले कर रहे फिलिस्तीनियों के लिए समर्थन की घोषणा की है। तेहरान ने अपने सहयोगियों के लिए समर्थन की घोषणा करते हुए, इज़रायल या संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ सीधे टकराव से परहेज किया है।
सोशल मीडिया पर पुल गिरने का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह पुल रूस के स्मोलेंस्क क्षेत्र में गिरे पुल का है, जो हमारी पड़ताल में फर्जी पाया गया।
रूस ने एक और आतंकी हमले की साजिश रच रहे दो संदिग्धों को मार गिराया है। बताया जा रहा है कि मॉस्को में 22 मार्च को कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले जैसी घटना को यह अंजाम देने की फिराक में थे। मगर रूसी सुरक्षा बलों ने पहले ही इनका काम तमाम कर दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। अमेरिका ने रूस से युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को हथियारों की बड़ी खेप भेजी है। मगर इनमें ज्यादातर हथियार ईरानी हैं। जबकि ईरान और रूस गहरे दोस्त हैं। ईरान अमेरिका का भी दुश्मन है। इसके बावजूद अमेरिकी रणनीति ईरानी हथियार यूक्रेन पहुंच चुके हैं।
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमले ने पूरे यूरोप को टेंशन में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए हमले को गंभीर घटना बताया है।
रूस ने यूक्रेन युद्ध के मैदान में उत्तर कोरियाई हथियारों का इस्तेमाल करके अमेरिका समेत पूरे पश्चिम को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका को इस बात से डर है कि रूस उन उत्तर कोरियाई हथियारों का यूक्रेन पर इस्तेमाल कर रहा है, जिसका किम जोंग ने अभी तक युद्ध के मैदान में परीक्षण नहीं किया था।
रूस ने यूक्रेन से युद्ध जारी रहने के बावजूद अपने अंतरिक्ष मिशनों को लगातार बढ़ावा दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में कई महीने गुजारने के बाद रूस का एक दल कैप्सूल के जरिये सुरक्षित धरती पर लौट आया है। इसमें कजाखस्तान और बेलारूस की महिला वैज्ञानिक भी शामिल थीं।
रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्कीव में मिसाइल हमले से कोहराम मचा दिया है। इस महले में खार्कीव में 6 लोगों की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हमले से कई गगनचुंबी इमारतें, भवन, मकान, दुकान और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए।
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। रूस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद व्लादिमिर पुतिन के हाथ में दोबारा सत्ता आते ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया था, मगर अब जेलेंस्की की सेना ने रूस पर कर दिया सबसे बड़ा पलटवार। हालांकि रूस को इससे कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी कोई सटीक जानकारी नहीं है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
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